सोना, चांदी का आभूषण पहनने का शुभ मुहूर्त कब है 2025 | सोना किस दिन पहनना शुभ होता है?
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आज हम सोना, चांदी के आभूषण को पहनने का शुभ मुहूर्त के बारे में जानेंगे। कि वह कौन सा शुभ समय है? जिसमें आभूषण पहना जा सकता है। क्योंकि जिस तरह आभूषण बनवाने का शुभ समय होता है। उसी प्रकार आभूषण पहने का भी शुभ समय होता है।
ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार आभूषण को शुभ समय में पहना जाए, तो वह आपके बिगड़े हुए कार्य को भी बनाने का क्षमता रखता है। वहीं दूसरी तरफ आपके गुडलक को भी बढ़ाता है।
इसलिए यहां पर आभूषण पहनने का शुभ मुहूर्त के बारे में बताया जा रहा है। जिसमें आप सोना, चांदी, मूंगा, सफेद वस्त्र, शंख व हाथी के दांत के बने गहने, मोती के गहने आदि को धारण कर सकते हैं।
आभूषण पहनने का शुभ मुहूर्त दिसंबर 2024
दिनांक | वार | समय |
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5 दिसंबर 2024 | गुरुवार | शाम 5:11 से रात्रि तक |
25 दिसंबर 2024 | बुधवार | सुबह 8:29 तक |
आभूषण पहनने का शुभ मुहूर्त जनवरी 2025
दिनांक | वार | समय |
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10 जनवरी 2025 | शुक्रवार | दोपहर 1:13 से मध्य रात्रि तक |
23 जनवरी 2025 | गुरुवार | दोपहर 3:09 से मध्य रात्रि तक |
24 जनवरी 2025 | शुक्रवार | शाम 4:52 से संपूर्ण रात्रि तक |
30 जनवरी 2025 | गुरुवार | रात्रि 8:13 से मध्य रात्रि तक |
सोना किस दिन पहनना शुभ होता है?
शास्त्र के अनुसार आभूषण पहनने के लिए कुछ वार निश्चित किए गए हैं। जो कि बेहद शुभ साबित होते हैं। सोना, चांदी, मूंगा, सफेद वस्त्र, शंख व हाथी के दांत के बने गहने, मोती के गहने आदि को शुभ दिन – रविवार, बुधवार, गुरुवार, शुक्रवार को पहनना चाहिए।
आभूषण पहनने का शुभ नक्षत्र कौन-कौन से हैं?
आभूषण पहनने के लिए कुछ शुभ नक्षत्र होते हैं। जिसमें आभूषण पहनना शुभ होता है। शुभ नक्षत्र नीचे दिए गए हैं। जिसमें आप आभूषण पहन सकते हैं।
शुभ नक्षत्र – आभूषण पहनने के लिए शुभ नक्षत्र रेवती, तीनों उत्तरा, रोहणी, हस्त, चित्रा, स्वाती, विशाखा, अनुराधा, धनिष्ठा, पुष्य और पुनर्वसु है।
वर्जित – आभूषण पहनने के लिए कुछ वार और तिथि वर्जित हैं। जिसमें आभूषण नहीं पहना जाना चाहिए।
वार – आभूषण पहनने के लिए सोमवार, मंगलवार और शनिवार वर्जित है। इस दिन आभूषण ही पहनना चाहिए।
तिथि – आभूषण बनने के लिए रिक्ता तिथि (4, 9, 14) वर्जित है। रिक्ता तिथि में आभूषण नहीं पहनना चाहिए।
सोने की अंगूठी कौन सी उंगली में पहनना चाहिए?
हिंदू धर्म में माना जाता है। कि सोने की अंगूठी को तर्जनी उंगली में पहनने से पहनने वाले व्यक्ति की एकाग्रता बढ़ती है। वहीं सोने की अंगूठी को अनामिका अंगुली में पहनने से संतान की सुख की का भी योग बनता है। कनिष्ठा उंगली में सोने के अंगूठी को पहनने से कोई भी व्यक्ति जिसको सर्दी जुखाम होता है या उसको सांस की बीमारी है उसमें लाभ मिलता है।
सोना पहनने का शुभ दिन कौन सा है?
सोना पहनने के लिए ज्योतिष शास्त्र के अनुसार रविवार, बुधवार, गुरुवार, शुक्रवार को शुभ माना जाता है।
सोना पहनने से क्या फायदा होता है?
स्त्रियों को सोना पहनने का बेहद शौख होता है। लेकिन इसके फायदे भी अनेक है। अगर किसी व्यक्ति को कान, हाथ, पैर, गले में दर्द हो। तो वह व्यक्ति सोना पहने गा तो उसका दर्द ठीक हो जाता है। अगर सर्दी जुखाम हो रहा है। तो कनिष्ठा उंगली में सोना पहनने से ठीक होता है।
सोना कब पहनना चाहिए?
अगर आप कोई समस्या से परेशान हैं। जैसे शारीरिक परेशानियां, बच्चे ना होना, सर्दी जुकाम होना, शरीर का पतला होना, वैवाहिक जीवन में सुख प्राप्त करना, संतान सुख के लिए सोना को धारण करना चाहिए। इससे लाभ मिलता है।
सोना खोने का मतलब क्या होता है?
सोना का खो जाना अशुभ माना जाता है। माना जाता है कि कान का सोना खो जाता है। उसको बुरे समाचार सुनने को मिलते हैं। अगर गले का आभूषण खो जाए तो धन हानि होने की संभावना बनती है। इसलिए सोने को गुम होने के बाद उसको ढूंढने की कोशिश करें। क्योंकि यह हानिकारक होता है।
चांदी का छल्ला अंगूठे में पहनने से क्या होता है?
ज्योतिष शास्त्र में देखा जाए तो अंगूठे का संबंध शुक्र से बताया गया है। अगर आप शुक्र को शांत रखने के लिए आप चांदी का छल्ला अंगूठे में पहन सकते हैं। इससे आपके ऊपर शुक्र का नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ेगा। केवल शुक्र के सकारात्मक प्रभाव ही आपके ऊपर देखने को मिलेंगे।
चांदी का छल्ला कब पहनना चाहिए?
जब किसी व्यक्ति के ऊपर शुक्र के नकारात्मक प्रभाव पड़ते हैं। तो उसको शांत करने के लिए चांदी का छल्ला अंगूठे में धारण करना चाहिए। चांदी के छल्ले को धारण करने से पहले चांदी के छल्ले को गंगा जल या दूध में पानी का मिश्रण बनाकर डाल देना चाहिए। उसके बाद शुक्र का कोई भी मंत्र पढ़कर। किसी भी भगवान को छुआ कर अपने अंगूठे में धारण कर लेना चाहिए।
चांदी का चंद्रमा पहनने से क्या होता है?
चांदी का चंद्रमा पहनने से शरीर में जल तत्व का संतुलन बना रहता है। इससे शुक्र और चंद्रमा का बुरा प्रभाव भी व्यक्ति के ऊपर नहीं पड़ता है। ग्रह बाधा भी शांत होती हैं।
चांदी का कड़ा कौन से हाथ में पहनना चाहिए?
माना जाता है कि जो व्यक्ति बार बार बीमार हो जाता है। उस व्यक्ति को चांदी का कड़ा अपने दाहिने हाथ में पहनना चाहिए। इससे उस व्यक्ति को शारीरिक लाभ प्राप्त होता है।
तांबे की अंगूठी कौन सी उंगली में पहने?
तांबे की अंगूठी अनामिका उंगली में धारण करना शुभ माना जाता है। क्योंकि तांबे की अंगूठी पहनने से सूर्य और मंगल दोनों ग्रह शांत होते हैं।
तांबे की अंगूठी कब पहने?
तांबे की अंगूठी पहनने के कई फायदे हैं। अगर सूर्य और मंगल ग्रह कुंडली में कमजोर स्थिति में है। या उनका बुरा प्रभाव आपके जीवन के ऊपर पड़ रहा है। तो उससे बचने के लिए आप तांबे की अंगूठी को धारण कर सकते हैं। इसके अलावा अनेक प्रकार के रोगों का नाश भी करने वाला तांबे की अंगूठी होता है।
तांबे का छल्ला पहनने से क्या फायदा?
जब किसी व्यक्ति को जोड़ों का दर्द होता है। उस व्यक्ति को तांबे का अंगूठी याकड़ा धारण करना चाहिए। सूर्य और मंगल ग्रह के क्रुर प्रभाव से बचने के लिए भी तांबे का छल्ला धारण करना चाहिए। रक्त प्रवाह को भी शुद्ध करने के लिए तांबे का छल्ला धारण करना चाहिए।
हाथ में कड़ा क्यों पहना जाता है?
शास्त्रों की माने तो कड़ा को हनुमान जी का प्रतीक माना जाता है। माना जाता है कि तांबा पीतल मिश्रित कड़ा को हाथ में धारण करने से नकारात्मक शक्तियां पास नहीं आती है। कड़ा को धारण करने से कई प्रकार के रोगों से भी बचा जा सकता है।
कड़ा कौन से हाथ में पहनना चाहिए?
कड़ा हनुमान जी का प्रतीक है। इसलिए यह बेहद शुभ माना जाता है। इस को दाहिने हाथ में पहनना चाहिए।
कछुए की अंगूठी कौन सी राशि वाले पहन सकते हैं?
कछुए की अंगूठी आजकल लोग फैशन के तौर पर भी काफी पहनने लगे हैं। लेकिन देखा जाए तो चार राशि (मेष, कन्या, वृश्चिक, मीन) वाले ऐसे होते हैं। जिनको बिना किसी ज्योतिषी से सलाह लिए कभी भी कछुए की अंगूठी को धारण नहीं करना चाहिए।