नया व्यापार प्रारंभ/दुकान खोलने (उद्घाटन) का शुभ मुहूर्त कब है? 2025 | Dukaankholne ka shubh muhurat kab hai
मुहूर्त पूछे
अगर आप अपने Date of Birth से अपने लिए शुभ मुहूर्त निकलवाना चाहते हैं। तो आप हमसे संपर्क कर सकते हैं।
नया व्यापार प्रारंभ करना, नए व्यापार का उद्घाटन करना, व्यापार को कब प्रारंभ करें, नये व्यापार प्रारंभ करने का शुभ मुहूर्त कब है? आदि सब विषयों के बारे में हम जाने वाले हैं। अगर आप भी व्यापार प्रारंभ करना चाहते हैं। तो यहां पर आपके लिए शुभ मुहूर्त बताया गया है। जिसमें आप व्यापार को प्रारंभ कर सकते हैं।
हिंदू धर्म में कोई भी नया कार्य प्रारंभ किया जाता है। तो उसके लिए शुभ मुहूर्त को देखा जाता है। क्योंकि शुभ मुहूर्त में व्यापार को प्रारंभ करने से शुभ फल की प्राप्ति होती हैं।
इसलिए आप जब भी व्यापार का प्रारंभ करें, तो उसके लिए शुभ मुहूर्त का चुनाव अवश्य कराएं। क्योंकि व्यापार प्रारंभ करने में पैसा और समय दोनों लगता है। इसलिए वह बर्बाद ना हो, इसके लिए शुभ मुहूर्त को देख लेना अति आवश्यक है।
हालांकि बहुत से ऐसे लोग हैं, जो कि बिना शुभ मुहूर्त के देखी ही व्यापार को प्रारंभ करते हैं। उनका व्यापार भी अच्छा चलता है। लेकिन इसका अर्थ यह नहीं है। कि वह शुभ मुहूर्त में प्रारंभ नहीं किए थे।
भले ही वह शुभ मुहूर्त ना देखे हो। लेकिन जिसमें उन्होंने व्यापार को प्रारंभ किया, उस समय अवश्य ही कोई शुभ समय बना होगा। जिसमें उन्होंने व्यापार को प्रारंभ किया। जिससे उनको सफलता प्राप्त हुआ।
आपने अपने आसपास में ऐसे लोग भी देखे होंगे। जो कि अपने व्यापार को प्रारंभ करते हैं। और वह कुछ ही समय में व्यापार बंद हो जाता है। ऐसा क्यों? ऐसा इसलिए कि वह अपने व्यापार को कोई ऐसी अशुभ समय में प्रारंभ कर दिया है। जिसका फल उनके ऊपर अशुभ प्राप्त हुआ।
इसलिए अपने पैसे और समय को बर्बाद ना करें। और अपने लिए शुभ मुहूर्त का चुनाव अवश्य कराएं। ताकि वह व्यापार आपको घटा भी दे, तो भी वहां पर कम घाटा देखने को मिले।
व्यापार प्रारंभ करने का मुहूर्त जनवरी 2025
दिनांक | वार | समय |
---|---|---|
6 जनवरी 2025 | सोमवार | सुबह 9:07 तक, सुबह 10:30 से शाम 6:30 तक |
8 जनवरी 2025 | बुधवार | दोपहर 1:50 से शाम 4:17 तक |
10 जनवरी 2025 | शुक्रवार | दोपहर 1:13 से मध्य रात्रि तक |
24 जनवरी 2025 | शुक्रवार | शाम 4:52 से संपूर्ण रात्रि तक |
दुकान उद्घाटन का शुभ मुहूर्त
अगर आपके पास कोई पहले से ही बिज़नेस हैं। उस बिजनेस को और आगे बढ़ाना चाहते हैं। तो उसके लिए भी शुभ मुहूर्त का देखना चाहिए। जिससे वह आपके लिए शुभ फल प्रदान कर सके। और आपका व्यापार में वृद्धि होता रहे।
नया दुकान खोलने (उद्घाटन) का शुभ मुहूर्त कैसे देखें?
नया दुकान प्रारंभ करने के लिए आप स्वयं मुहूर्त कैसे देख सकते हैं? जिससे आप स्वयं एक शुभ मुहूर्त का चुनाव कर सके। नया दुकान खोलने का शुभ मुहूर्त के लिए आपको नक्षत्र, वार, लग्न, तिथि आदि को देखना होता है।
इसलिए यहां पर पूरे विस्तार से बताया हूं। कैसे आप नक्षत्र, वार, लग्न, तिथि आदि को देखकर एक मुहूर्त का चयन कर सकते हैं।
दुकान खोलने का शुभ मुहूर्त को देखने के लिए आपके पास पंचांग का होना अति आवश्यक है।
नक्षत्र – नया दुकान खोलने के लिए अनुराधा, हस्त, चित्रा, रेवती, रोहिणी, तीनों उत्तरा, मृगशिरा, पुष्य, अश्विनी और अभिजीत नक्षत्र शुभ होते हैं।
वार – सोमवार, बुधवार, गुरुवार, शुक्रवार, शनिवार और रविवार शुभ वार होता है।
नोट – रविवार के दिन – द्वादशी
सोमवार के दिन – एकादशी
बुधवार के दिन – तृतीया
गुरुवार के दिन – षष्टि
शुक्रवार के दिन – द्वितीया
शनिवार के दिन – सप्तमी
पड़े तो इस दिन में नया दुकान का उद्घाटन/प्रारंभ नहीं करना चाहिए।
लग्न – 1, 4, 7, 10 केंद्र और 9, 5 त्रिकोण में कोई शुभ ग्रह या बलवान ग्रह हो तो यह शुभ होता है। इसमें नया दुकान शुरू करना चाहिए।
लेकिन कुंभ लग्न में नया दुकान का उद्घाटन/प्रारंभ नहीं करना चाहिए।
लग्न को कैसे देखें? – आप जिस दिन का मुहूर्त निकालना चाहते हैं? उस दिन का गोचर कुंडली बना ले। यानी लग्न चक्र बना ले, और वहां पर सभी ग्राहकों स्थापित करने के बाद आप देख पाएंगे, कि कौन-सा ग्रह किस स्थिति में बैठा है। यानी 1, 4, 7, 10 केंद्र और 9, 5 त्रिकोण भाव में कौन-कौन ग्रह बैठा है।
आपको इतना ध्यान में रखना है। कि उस दिन का गोचर कुंभ लग्न से प्रारंभ ना हो।
तिथि – द्वितीया, तृतीया, पंचमी, सप्तमी, अष्टमी, दशमी, एकादशी, द्वादशी, त्रयोदशी और पूर्णिमा शुभ तिथि होता है।
शुक्ल पक्ष में नया दुकान का उद्घाटन/प्रारंभ करना सर्वश्रेष्ठ माना जाता है।
चंद्रमा – चंद्रमा को देखने के लिए जन्म राशि यानी चंद्र लग्न बना दे। और जिस तारीख को आप मुहूर्त का चयन कर रहे हैं। उस दिन का गोचर को देखें, कि चंद्रमा किस भाव में बैठा है। अगर चंद्रमा 4, 8, 12 भाव में बैठा होगा। तो उस दिन दुकान का उद्घाटन/प्रारंभ नहीं करना चाहिए।
अगर 3, 5, 7 भाव में तारा हो, भद्रा हो, अशुभ योग बन रहा हो, तो उस दिन नया दुकान का उद्घाटन/प्रारंभ नहीं करना चाहिए।
किसी भी माह की अंतिम तारीख, वर्ष का अंतिम दिन और अमावस्या के दिन नया दुकान का उद्घाटन/प्रारंभ नहीं करना चाहिए।
जब सूर्य अपना राशि परिवर्तन कर रहा हो तो उस समय भी नया दुकान का उद्घाटन/प्रारंभ नहीं करना चाहिए।