मस्तिष्क/माथे/सिर फड़कने से क्या होता है? | सिर का पिछला हिस्सा फड़कना | ललाट का फड़कना | sir ka fadkana
आज हम बात करने वाले हैं। मस्तिष्क/माथे/सिर फड़कने से क्या होता है? सिर का पिछला हिस्सा फड़कना, सिर का मध्य भाग का फड़कना, माथे की नस फड़कने से क्या होता है?, इन्हीं सभी विषय को जानेंगे। अगर आपका भी सर फड़कता है। तो आप आने वाले भविष्य में आपके साथ क्या होने वाला है। यह जान सकते हैं। क्योंकि निकट भविष्य में होने वाले घटनाओं को दर्शाने के लिए अंग का फड़कना प्रारंभ हो जाता है।
Sir ka fadkana तो अगर आप का मस्तक या सर लंबे समय तक फड़क रहा है। यानी एक-दो दिन से खड़क रहा है तो आपके आने वाले निकट भविष्य में होने वाले घटनाओं को यहां दर्शाने की कोशिश कर रहा है।
लेकिन अगर सिर में फड़क होकर बंद हो जाता है। अर्थात सिर में फड़क शुरू होता है। और तुरंत बंद हो जाता है। तो इसका कोई अर्थ नहीं होता है। यह केवल लंबे समय तक फड़कने वाले अंगों को ही शास्त्र के अनुसार उसका फल बताया गया है।
मस्तिष्क फड़कने से क्या होता है?
दाहिने मस्तक का फड़कना बेहद शुभ माना जाता है। ऐसा माना जाता है, कि जिस व्यक्ति का दाहिना सर फड़कता है। तो उसे बहुत जल्द धन की प्राप्ति होता है। वहीं अगर आप किसी कानूनी मामले में फंसे हुए हैं तो उसमें भी आपको विजय प्राप्ति होता है।
अगर किसी व्यक्ति का सर या मस्तक बाएं तरफ फड़कता है। तो इसका अर्थ होता है। कि वह बहुत जल्द घूमने की योजना बना सकता है। और उसे समाज में भी काफी मान सम्मान मिलता है।
माथे की नस फड़कने से क्या होता है?
माथे की नस फड़कने से कहीं दूर यात्रा करने का योग बनता है। और उसके साथ उस यात्रा में कष्ट होने का भी योग बनता है। या अगर आप नौकरी करते हैं। तो नौकरी में पदोन्नति का भी योग बनता है।
सिर का पिछला हिस्सा फड़कना
अगर किसी व्यक्ति का सर का पिछला हिस्सा फड़कता है। तो इसका अर्थ होता है। कि वह व्यक्ति विदेश यात्रा पर जाने वाला है।
सिर का मध्य भाग का फड़कना
अगर आपका सर का मध्य भाग फड़कता है। या पूरा सर एक साथ फड़कता है। तो इससे भी आने वाले निकट भविष्य में दूर की यात्रा करने का योग बनता है।