आज की चौघड़िया मुहूर्त

चौघड़िया

मोबाइल

आज राहु काल का समय

राहु काल

Lucky Dates Calculator

Lucky

भाग्यांक

Age Calculator

Age

अभिजीत मुहूर्त

अभिजीत

Love Calculator Kya Hai

Love

भाग्यशाली वाहन संख्या कैलकुलेटर

वाहन

गुलिक काल और यमगंड काल

गुलिक

गुलिक काल और यमगंड काल

यमगंड

विद्यारंभ संस्कार मुहूर्त 2025 | पढ़ाई शुरू करने का शुभ मुहूर्त कब है? | Vidyarambh Muhurat

आज हम विद्यारंभ मुहूर्त (Vidyarambh Muhurat) के बारे में जानेंगे। विद्या यानी ज्ञान ज्ञान सभी के लिए बेहद आवश्यक है। इसलिए जब बच्चे का जन्म होता है। तब उसके साथ 16 संस्कार किए जाते हैं। यह संस्कार हिंदू धर्म में बेहद आवश्यक हैं।

हिंदू धर्म में 16 संस्कारों में एक विद्यारंभ संस्कार भी है। यह संस्कार बच्चे के 4 से 5 वर्ष के उम्र में किया जाता है। क्योंकि इस उम्र में बच्चे अच्छी तरह से बोलना और समझना सीख जाते हैं। इसलिए उन बच्चों का विद्यालय में नाम दाखिल किया जाता है।

बच्चों का नाम विद्यालय में दाखिल करने लिए शुभ मुहूर्त का भी होना अति आवश्यक है। क्योंकि जो भी कार्य शुभ मुहूर्त में किया जाता है। उसका परिणाम अति सुख प्राप्त होता है।

इसलिए अगर आप अपने बच्चों का विद्या आरंभ करना चाहते हैं। तो उसके लिए आप दिए गए शुभ मुहूर्त को देख सकते हैं।

Ask Muhurat

अगर आप अपनी जन्मतिथि के अनुसार मुहूर्त निकलवाना चाहते हैं, तो आप मुझसे संपर्क कर सकते हैं।

विद्यारंभ संस्कार मुहूर्त जनवरी 2025

दिनांकवारसमय
15 जनवरी 2025बुधवारसुबह 10:50 से सुबह 11:25 तक
16 जनवरी 2025गुरुवारसुबह 9:53 से सुबह 11:21 तक
31 जनवरी 2025शुक्रवारप्रातः 6:34 से सुबह 7:20 तक

विद्यारंभ संस्कार मुहूर्त मार्च 2025

दिनांकवारसमय
10 मार्च 2025सोमवारसुबह 9:26 से दोपहर 1:36 तक

विद्यारंभ संस्कार मुहूर्त मई 2025

दिनांकवारसमय
2 मई 2025शुक्रवारसुबह 8:07 से सुबह 10:21 तक
9 मई 2025शुक्रवारसुबह 7:40 से सुबह 9:45 तक
14 मई 2025बुधवारसुबह 5:25 से सुबह 9:36 तक
29 मई 2025गुरुवारसुबह 6:19 से सुबह 8:33 तक

विद्यारंभ संस्कार मुहूर्त जून 2025

दिनांकवारसमय
5 जून 2025गुरुवारसुबह 5:51 से सुबह 8:05 तक
8 जून 2025रविवारसुबह 5:40 से सुबह 7:02 तक

विद्यारम्भ मुहूर्त कैसे देखें?

हिंदू धर्म में विद्यारंभ भी एक संस्कार है। जो कि प्रत्येक व्यक्ति के लिए अति आवश्यक है। क्योंकि विद्या आरंभ करने के बाद ही बालक को ज्ञान की प्राप्ति होता है। विद्यारंभ प्रारंभ करने से पहले अक्षरारम्भ हो है। जिसमें बालक पहली बार अक्षर का ज्ञान प्राप्त करता है।

यहां पर हम विद्या आरंभ करने के शुभ मुहूर्त के बारे में जानेंगे। कि कैसे आप स्वयं अपने बच्चे के लिए मुहूर्त का चुनाव कर पाएंगे। स्वयं मुहूर्त का चुनाव करने के लिए आपके पास पंचांग का होना अति आवश्यक है। क्योंकि पंचांग के माध्यम से ही तिथि, वार, नक्षत्र, योग, करण आदि के बारे में जानकारी प्राप्त किया जाएगा।

यहां पर हम अक्षरारम्भ और विद्यारंभ दोनों का शुभ मुहूर्त के बारे में विस्तार से बतला रहे हैं। जिससे आप स्वयं शुभ मुहूर्त का चुनाव कर पाएंगे।

अक्षरारम्भ मुहूर्त

सबसे पहले हम अक्षरारम्भ मुहूर्त के नक्षत्र, वार, तिथि और लग्न के बारे में विस्तार से जानेंगे।

अक्षरारम्भ मुहूर्त का शुभ नक्षत्र – अक्षरारम्भ मुहूर्त के लिए सबसे उत्तम नक्षत्र हस्त, अश्विनी, पुष्य, श्रवण, स्वाति, रेवती, पुनर्वसु, चित्रा और अनुराधा नक्षत्र को माना गया है।

अक्षरारम्भ मुहूर्त का शुभ वार – अक्षरारम्भ मुहूर्त के लिए सबसे उत्तम वार सोमवार, बुधवार, शुक्रवार और शनिवार को माना गया है।

अक्षरारम्भ मुहूर्त का शुभ तिथि – अक्षरारम्भ मुहूर्त के लिए सबसे उत्तम तिथि द्वितीया, तृतीया, पंचमी, षष्ठी, दशमी, एकादशी और द्वादशी को माना गया है।

अक्षरारम्भ मुहूर्त का शुभ लग्न – अक्षरारम्भ मुहूर्त का शुभ लग्न वृषभ, मिथुन, कन्या और मीन को माना गया है। परंतु इन लग्न में अष्टम में कोई ग्रह ना हो।

इस तरह आप नक्षत्र, वार, तिथि, लग्न को एक साथ मिलाकर मुहूर्त का चुनाव करेंगे।

विद्यारंभ मुहूर्त

अब हम विद्यारंभ मुहूर्त के बारे में बताने जा रहे हैं। विद्यारंभ मुहूर्त को देखने के लिए भी नक्षत्र, वार, तिथि, लग्न आदि को देखा जाता है। इसलिए नक्षत्र, वार, तिथि, लग्न आदि के बारे में विस्तार से बदला रहे हैं।

विद्यारंभ मुहूर्त का शुभ नक्षत्र – विद्यारंभ मुहूर्त के लिए सबसे उत्तम नक्षत्र मृगशिरा, आर्द्रा, पुनर्वसु, हस्त, चित्रा, स्वाती, श्रवण, धनिष्ठा, शतभिषा, अश्विनी, मूल, पूर्वाभाद्रपद, पूर्वाषाढ़ा, पूर्वाफाल्गुनी, पुष्य और अश्लेषा नक्षत्र शुभ माना गए हैं।

विद्यारंभ मुहूर्त का शुभ वार – विद्यारंभ मुहूर्त का शुभ वार रविवार, गुरुवार और शुक्रवार शुभ माना गया है।

विद्यारंभ मुहूर्त का शुभ तिथि – विद्यारंभ मुहूर्त का शुभ तिथि षष्ठी, पंचमी, तृतीया, एकादशी, द्वादशी, दशमी, द्वितीय, इन तिथियों में विद्यारंभ करना शुभ माना गया है।

विद्यारंभ मुहूर्त का शुभ लग्न – विद्यारंभ मुहूर्त का शुभ लग्न के लिए नौवें, पांचवें, पहले, चौथे, सातवें, दसवें में स्थान में शुभ ग्रह के रहने पर विद्या आरंभ करना शुभ माना गया है।

नोट – कुछ ज्योतिषियों का मानना है। कि तीनों उत्तरा, रेवती और अनुराधा में भी विद्या आरंभ किया जा सकता है।

शुभ मुहूर्त 

मेंष

मेंष

वृषभ

वृषभ

मिथुन

मिथुन

कर्क

कर्क

सिंह

सिंह

कन्या

कन्या

तुला

तुला

वृश्चिक

वृश्चिक

धनु

धनु

मकर

मकर

कुंभ

कुंभ

मीन

मीन

Free Tools

आज का शुभ मुहूर्त
आज का शुभ मुहूर्त
न्यूमैरोलॉजी बर्थ चार्ट टूल
न्यूमैरोलॉजी बर्थ चार्ट
न्यूमैरोलॉजी नाम मिलान टूल
जोड़ी मिलाएं
नौकरी या व्यवसाय
नौकरी या व्यवसाय
भाग्यशाली वाहन संख्या कैलकुलेटर
वाहन संख्या कैलकुलेटर
नाम अंक ज्योतिष
मोबाइल नंबर
भाग्यांक कैलकुलेटर
Chaldean Numerology
Love Calculator Kya Hai
Love Calculator
अभिजीत मुहूर्त
अभिजीत मुहूर्त
Age Calculator
Age Calculator
Lucky Dates Calculator
Lucky Dates
आज राहु काल का समय
राहु काल का समय

कुंडली

संतान प्राप्ति के लिए उपाय बताओ
संतान प्राप्ति के उपाय
लव मैरिज का योग कैसे बनता है
लव मैरिज का योग
दशा और अंतरदशा
दशा और अंतरदशा
राशि के अनुसार रत्न
नाड़ी दोष
नाड़ी दोष, भकूट दोष
मंगल दोष
मंगल दोष
जन्म कुंडली (Horoscope) कैसे बनाएं
जन्म कुंडली
राशि परिवर्तन
राशि परिवर्तन
ग्रह दोष और उनके उपाय
ग्रह दोष
शनि की साढ़े साती और ढैय्या
शनि की साढ़े साती
kundli milan online in hindi
कुंडली मिलान
नौकरी में प्रमोशन पाने के लिए ज्योतिष उपाय
नौकरी में प्रमोशन
सप्तम भाव में शुक्र का प्रभाव
सप्तम भाव में शुक्र
नवम भाव में गुरु का प्रभाव
नवम भाव में गुरु
विदेश यात्रा योग
विदेश यात्रा योग
कुंडली में राहु का असर
कुंडली में राहु 
कुंडली के अनुसार धन प्राप्ति के अचूक उपाय
कुंडली अनुसार धन
ग्रह दोष निवारण
ग्रह दोष निवारण
कुंडली क्या होती है
कुंडली क्या होती है
कुंडली में संतान का भाव
कुंडली में संतान
कुंडली में ससुराल का भाव
कुंडली में ससुराल
कुंडली में संभोग के योग
कुंडली में संभोग
कुंडली में षड्बल कैसे देखें
कुंडली में षड्बल
Muhuratam : Aaj Ki Tithi
Logo