1 अप्रैल 2025 का पंचांग: आज का शुभ मुहूर्त, राहुकाल, नवरात्रि और व्रत जानकारी
भारतीय संस्कृति में पंचांग का विशेष महत्व है। यह हमें दिन के शुभ-अशुभ मुहूर्तों, तिथियों और ग्रहों की स्थिति की जानकारी प्रदान करता है। आज हम 1 अप्रैल 2025, मंगलवार के पंचांग की विस्तृत जानकारी लेकर आए हैं, जिसमें दिन के महत्वपूर्ण मुहूर्त, त्योहार, व्रत, और राशियों पर प्रभाव की चर्चा की जाएगी।

आज का पंचांग
- दिनांक: 1 अप्रैल 2025 (मंगलवार)
- पक्ष: चैत्र शुक्ल पक्ष
- सूर्योदय: प्रातः 5:52 बजे
- सूर्यास्त: शाम 6:08 बजे
- तिथि: तृतीया तिथि सुबह 9:25 तक, उसके बाद चतुर्थी तिथि
- नक्षत्र: भरणी नक्षत्र दोपहर 2:55 तक, उसके बाद कृतिका नक्षत्र
- योग: विष्कुंभ योग दोपहर 1:27 तक, उसके बाद प्रीति योग
- चंद्रमा: मेष राशि में रात 8:32 तक, उसके बाद वृषभ राशि में प्रवेश
- सूर्य राशि: मीन राशि
- सूर्य नक्षत्र: रेवती नक्षत्र
आज के शुभ मुहूर्त
- अभिजीत मुहूर्त: सुबह 11:35 से दोपहर 12:24 तक
- सर्वार्थ सिद्धि योग और रवि योग: दोपहर 2:55 से अगले दिन तक
- मुकदमा करने अथवा अपना पक्ष रखने का शुभ मुहूर्त: दोपहर 2:55 से अगले दिन तक
- वस्तु विक्रय का शुभ मुहूर्त: प्रातः 5:52 से सुबह 9:25 तक
आज का अशुभ समय (राहुकाल, यमगंड काल, गुलिक काल)
- राहुकाल: दोपहर 3:04 से शाम 4:36 तक
- यमगंड काल: सुबह 8:56 से सुबह 10:28 तक
- गुलिक काल: दोपहर 12:00 से दोपहर 1:32 तक
आज का पर्व एवं व्रत
आज का दिन धार्मिक रूप से अत्यंत महत्वपूर्ण है। आइए जानते हैं कि आज कौन-कौन से व्रत और पर्व मनाए जा रहे हैं।
नवरात्रि का तीसरा दिन – माता चंद्रघंटा की पूजा
चैत्र नवरात्रि के तीसरे दिन माता चंद्रघंटा की पूजा की जाती है। यह मां दुर्गा का तीसरा स्वरूप है। इनके मस्तक पर चंद्रमा स्थित रहता है, जिससे इनका नाम ‘चंद्रघंटा’ पड़ा। माता की दस भुजाएं हैं और वे अस्त्र-शस्त्र धारण किए हुए हैं। इनकी पूजा करने से भक्तों को आत्मविश्वास की प्राप्ति होती है और वे निडर बनते हैं।
माता चंद्रघंटा की पूजा विधि:
- प्रातः स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- मां चंद्रघंटा को फूल, चंदन, धूप और दीप अर्पित करें।
- दुर्गा सप्तशती या देवी महात्म्य का पाठ करें।
- मां को दूध से बनी मिठाइयों का भोग लगाएं।
- ‘ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुंडायै विच्चे’ मंत्र का जाप करें।
विनायक गणेश चतुर्थी
आज विनायक गणेश चतुर्थी भी है। इस दिन भगवान गणेश की पूजा करने से सभी प्रकार की बाधाएं दूर होती हैं और सफलता प्राप्त होती है। जो लोग नया कार्य शुरू कर रहे हैं, उनके लिए यह दिन विशेष लाभकारी है।
सौभाग्य सुंदरी व्रत
यह व्रत सुहागिन स्त्रियों द्वारा अपने पति की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि के लिए रखा जाता है। इस दिन माता पार्वती और भगवान शिव की पूजा की जाती है।
गणगौर व्रत (राजस्थान में विशेष)
राजस्थान में गणगौर व्रत बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन कुंवारी कन्याएं अच्छे वर की प्राप्ति के लिए और सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और सुखी वैवाहिक जीवन के लिए व्रत रखती हैं।
आज का ज्योतिषीय प्रभाव
आज चंद्रमा मेष राशि में रात 8:32 तक रहेंगे, जिससे मेष राशि के जातकों को आत्मविश्वास मिलेगा। वहीं, वृषभ राशि में चंद्रमा के प्रवेश से वृषभ राशि के लोगों को धैर्य और स्थिरता मिलेगी। सूर्य मीन राशि में और रेवती नक्षत्र में स्थित हैं, जो आध्यात्मिक उन्नति के लिए शुभ संकेत देता है।
1 अप्रैल 2025 का दिन धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। नवरात्रि का तीसरा दिन, विनायक चतुर्थी, सौभाग्य सुंदरी व्रत और गणगौर व्रत जैसे शुभ पर्व आज मनाए जा रहे हैं। साथ ही, सर्वार्थ सिद्धि योग और रवि योग भी आज विशेष लाभकारी सिद्ध होंगे। यदि आप किसी नए कार्य की शुरुआत करना चाहते हैं, तो शुभ मुहूर्त का ध्यान रखें और राहुकाल में महत्वपूर्ण कार्यों को करने से बचें।
ध्यान दें: यह पंचांग सामान्य गणना पर आधारित है। स्थान विशेष के अनुसार समय में परिवर्तन संभव है। अधिक सटीक जानकारी के लिए स्थानीय पंचांग या ज्योतिषी से परामर्श लें।
आप सभी को शुभ दिन की शुभकामनाएं!