1 मार्च 2025 पंचांग: शुभ मुहूर्त, राहुकाल, त्रिपुष्कर योग और रामकृष्ण जयंती

वार: शनिवार
पक्ष: फाल्गुन शुक्ल पक्ष
सूर्योदय: प्रातः 6:15
सूर्यास्त: शाम 5:45
तिथि एवं नक्षत्र
- द्वादशी तिथि रात्रि 2:35 तक, उसके बाद त्रयोदशी तिथि आरंभ
- पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र सुबह 1:13 तक, उसके बाद उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र
योग
- साध्य योग शाम 6:33 तक
- उसके बाद शुभ योग
ग्रह स्थिति
- चंद्रमा: सुबह 7:33 तक कुंभ राशि में, उसके बाद मीन राशि में प्रवेश
- सूर्य: मीन राशि में, शतभिषा नक्षत्र में
आज के अशुभ समय (कालवेला)
अभिजीत मुहूर्त
- सुबह 11:37 से दोपहर 12:22 तक – शुभ कार्यों के लिए उत्तम
विशेष मुहूर्त और योग
- मुकदमा करने और पक्ष रखने का शुभ मुहूर्त: रात्रि 2:35 से अगली सुबह 6:14 तक
- त्रिपुष्कर योग: सुबह 6:15 से दोपहर 1:13 तक – यह योग किसी भी कार्य को तीन गुना अधिक प्रभावशाली बनाने के लिए जाना जाता है
आज का विशेष दिन
- श्री रामकृष्ण परमहंस जयंती: यह दिन महान संत और विचारक श्री रामकृष्ण परमहंस को समर्पित है। उनके आध्यात्मिक विचार और साधना मार्ग अनेक भक्तों के लिए प्रेरणा स्रोत हैं।
आज के उपाय और सुझाव
- शनिवार को शनि देव की पूजा करें – शनि दोष शांति के लिए तिल, तेल और उड़द दान करना शुभ होता है।
- भगवान विष्णु और लक्ष्मी जी का स्मरण करें – विशेष रूप से त्रयोदशी तिथि पर धन-संपत्ति प्राप्ति के लिए यह लाभकारी होता है।
- नकारात्मक ऊर्जा से बचने के लिए हनुमान चालीसा का पाठ करें – यह विशेष रूप से शनिवार को शुभ फलदायी माना जाता है।
- नए व्यापार या निवेश से बचें – राहुकाल और यमगंड काल में कोई भी महत्वपूर्ण निर्णय न लें।
आज का दिन आध्यात्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है। त्रयोदशी तिथि, शुभ योग और त्रिपुष्कर योग के कारण यह समय विशेष कार्यों के लिए उपयुक्त है। श्री रामकृष्ण परमहंस जयंती के दिन उनके आदर्शों को आत्मसात कर जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करें।
नोट: यह सामग्री केवल मार्गदर्शन और सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए प्रदान की गई है। इसे अंतिम निर्णय का आधार न बनाएं।
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