15 फरवरी 2025 पंचांग: तिथि, नक्षत्र, योग, राहुकाल, शुभ मुहूर्त और चंद्रमा की स्थिति

आज का दिन और तिथि
- दिन: शनिवार
- पक्ष: फाल्गुन कृष्ण पक्ष
- सूर्योदय: प्रातः 6:25 बजे
- सूर्यास्त: सायं 5:35 बजे
शनिवार का दिन भगवान शनिदेव को समर्पित होता है। इस दिन शनिदेव की पूजा, दान-पुण्य और मंत्र जाप करने से बाधाओं से मुक्ति मिलती है।
तिथि एवं नक्षत्र
- आज की तिथि: तृतीया (रात्रि 10:13 तक)
- अगली तिथि: चतुर्थी (रात्रि 10:13 के बाद)
- आज का नक्षत्र: उत्तरा फाल्गुनी (रात्रि 12:20 तक)
- अगला नक्षत्र: हस्त (12:20 के बाद)
तिथि का महत्व
तृतीया तिथि शक्ति, साहस और पराक्रम से संबंधित मानी जाती है। इस दिन धार्मिक कार्य, यात्रा और महत्वपूर्ण निर्णय लेना शुभ होता है।
नक्षत्र का प्रभाव
उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र शिक्षा, प्रशासन, विवाह, सामाजिक कार्य और कानूनी मामलों के लिए शुभ माना जाता है।
रात्रि 12:20 के बाद हस्त नक्षत्र प्रारंभ होगा, जो व्यापार, कला, और चिकित्सा क्षेत्र के लिए लाभकारी होता है।
चंद्रमा और ग्रहों की स्थिति
- चंद्रमा: कन्या राशि में
- सूर्य: कुंभ राशि में धनिष्ठा नक्षत्र में स्थित
चंद्रमा का प्रभाव
कन्या राशि में चंद्रमा होने से विश्लेषणात्मक सोच, व्यावहारिकता और अनुशासन बढ़ता है। यह दिन व्यापार, लेखन, अध्ययन और निर्णय लेने के लिए अनुकूल रहेगा।
ग्रहों का प्रभाव
कुंभ राशि में सूर्य धनिष्ठा नक्षत्र में स्थित है, जिससे सामाजिक कार्यों में सफलता मिलने की संभावना है। यह समय नई योजनाओं और वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए शुभ है।
आज के विशेष योग एवं मुहूर्त
- सुकर्मा योग समाप्ति: प्रातः 6:46
- धृत्ति योग प्रारंभ: प्रातः 6:46 के बाद
- यमघंट योग: रात्रि 12:20 से अगले दिन तक रहेगा
योगों का प्रभाव
सुकर्मा योग में किए गए कार्यों में सफलता मिलने की संभावना अधिक होती है।
धृत्ति योग में आत्मविश्वास बढ़ता है और कार्यों में सकारात्मक परिणाम मिलते हैं।
यमघंट योग अशुभ माना जाता है, इस दौरान कोई भी शुभ कार्य न करें।
राहु काल, यमघंटक काल और गुलिक काल
- राहु काल: सुबह 9:12 से 10:36 तक
- यमघंटक काल: दोपहर 1:23 से 2:47 तक
- गुलिक काल: प्रातः 6:25 से 7:48 तक
राहु काल में कार्य न करें
राहु काल के दौरान कोई भी शुभ कार्य न करें, क्योंकि यह समय नकारात्मक ऊर्जा से प्रभावित होता है।
यमघंटक काल का प्रभाव
यह समय विशेष रूप से अशुभ माना जाता है। इस दौरान यात्रा या नया कार्य प्रारंभ करने से बचें।
गुलिक काल का महत्व
गुलिक काल शुभ माना जाता है। यदि इस समय कोई कार्य प्रारंभ किया जाए तो उसमें सफलता मिलने की संभावना अधिक होती है।
आज के शुभ मुहूर्त
- अभिजीत मुहूर्त: सुबह 11:37 से दोपहर 12:22 तक
- भद्रा काल: सुबह 9:24 से रात्रि 10:13 तक
शुभ कार्यों के लिए उत्तम समय
अपना पक्ष रखने और मुकदमा करने का शुभ समय प्रातः 6:25 से रात्रि 10:13 तक है।
यदि आप किसी कानूनी कार्य, वाद-विवाद या न्यायिक प्रक्रिया से जुड़ा कोई निर्णय लेना चाहते हैं, तो यह समय अनुकूल रहेगा।
ज्योतिषीय उपाय और शुभ कार्य
शनि दोष निवारण के लिए
- पीपल के पेड़ पर जल अर्पित करें
- काले तिल, सरसों का तेल और उड़द दाल का दान करें
- शनि मंत्र “ॐ शं शनैश्चराय नमः” का 108 बार जाप करें
व्यापार में सफलता के लिए
- अभिजीत मुहूर्त में व्यापारिक गतिविधियां शुरू करें
- शिवलिंग पर जल और काले तिल चढ़ाएं
स्वास्थ्य लाभ के लिए
- शनिदेव के मंदिर में तेल का दीपक जलाएं
- गाय को हरा चारा खिलाएं
15 फरवरी 2025 का पंचांग दर्शाता है कि आज का दिन कानूनी मामलों और धार्मिक कार्यों के लिए शुभ है। राहु काल और यमघंटक काल में कोई भी महत्वपूर्ण कार्य न करें। अभिजीत मुहूर्त में किए गए कार्य सफलता दिलाएंगे।
यदि आप किसी विशेष कार्य के लिए शुभ समय देख रहे हैं, तो ऊपर बताए गए मुहूर्त का पालन करें और देवी-देवताओं की कृपा प्राप्त करें।
अस्वीकरण
यह पंचांग भारतीय वैदिक ज्योतिष और धार्मिक ग्रंथों के अनुसार तैयार किया गया है। इसमें दी गई जानकारी आम जनमानस की धार्मिक और ज्योतिषीय आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए प्रस्तुत की गई है।
- यह जानकारी शुद्ध गणना और ज्योतिषीय सिद्धांतों पर आधारित है, लेकिन व्यक्तिगत कुंडली, स्थान, और समय के अनुसार इसमें भिन्नता हो सकती है।
- उपयोगकर्ता इस जानकारी का उपयोग अपने विवेक से करें। किसी भी शुभ कार्य, मुहूर्त निर्धारण या निर्णय लेने से पहले विशेषज्ञ ज्योतिषी से परामर्श अवश्य करें।
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