19 अप्रैल 2025 का पंचांग | आज का शुभ मुहूर्त, राहुकाल, भद्रा काल और नक्षत्र जानकारी

19 अप्रैल 2025 का पंचांग: शुभ मुहूर्त, राहुकाल, भद्रा काल व अन्य महत्वपूर्ण जानकारियाँ
अगर आप 19 अप्रैल 2025 के दिन किसी शुभ कार्य, पूजन, यात्रा या नई शुरुआत की योजना बना रहे हैं, तो इस दिन का विस्तृत पंचांग अवश्य जान लें। सही मुहूर्त और योग का पालन करने से आपके कार्य में सफलता सुनिश्चित होती है। आइये जानते हैं आज का सम्पूर्ण पंचांग।
आज का दिनांक और वार
- दिनांक: 19 अप्रैल 2025
- वार: शनिवार
- हिंदू मास और पक्ष: वैशाख मास का कृष्ण पक्ष
शनिवार का दिन शनि देव को समर्पित होता है। इस दिन किए गए कर्मों का विशेष फल मिलता है। साथ ही, शनि ग्रह के दोष निवारण हेतु आज के दिन विशेष पूजन का भी महत्व है।
सूर्योदय और सूर्यास्त का समय
- सूर्योदय: प्रातः 5:39 बजे
- सूर्यास्त: शाम 6:21 बजे
सूर्योदय और सूर्यास्त का समय विशेष पूजा और संध्या वंदन के लिए महत्वपूर्ण होता है।
तिथि और उसका विवरण
- षष्ठी तिथि का समाप्ति समय: दोपहर 1:52 बजे तक
- सप्तमी तिथि का आरंभ: दोपहर 1:52 बजे के बाद
आज के दिन दोपहर तक षष्ठी तिथि रहेगी, जिसके बाद सप्तमी तिथि का आरंभ होगा। सप्तमी तिथि का धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से विशेष महत्व होता है, विशेषकर सूर्य उपासना के लिए।
नक्षत्र
- मूल नक्षत्र समाप्ति: प्रातः 6:33 बजे
- पूर्वा आषाढ़ नक्षत्र आरंभ: प्रातः 6:33 बजे के बाद
आज दिन की शुरुआत मूल नक्षत्र के साथ होगी, जो प्रातः 6:33 बजे समाप्त हो जाएगा। इसके बाद पूर्वा आषाढ़ नक्षत्र का प्रभाव रहेगा, जो यात्रा, शिक्षा और सौभाग्य से जुड़े कार्यों के लिए शुभ माना जाता है।
योग
- शिवा योग समाप्ति: रात्रि 9:13 बजे तक
- सिद्ध योग आरंभ: रात्रि 9:13 बजे के बाद
शिवा योग और सिद्ध योग दोनों ही अत्यंत शुभ योग माने जाते हैं। इन योगों में किया गया कोई भी कार्य सफलता दिलाने वाला होता है।
चंद्रमा की स्थिति
- चंद्रमा का गोचर: धनु राशि में
आज चंद्रमा धनु राशि में भ्रमण कर रहे हैं। धनु राशि का चंद्रमा धार्मिकता, यात्रा, उच्च विचार और साहस को बढ़ावा देता है।
सूर्य की स्थिति
- सूर्य नक्षत्र: अश्विनी नक्षत्र
- सूर्य राशि: मेष राशि
सूर्य आज अश्विनी नक्षत्र में स्थित रहेंगे और मेष राशि में भ्रमण करेंगे। मेष राशि में स्थित सूर्य आत्मविश्वास, नेतृत्व क्षमता और नवीन ऊर्जा प्रदान करता है।
आज के अशुभ समय
- राहुकाल: सुबह 8:49 से सुबह 10:24 तक
- यमगंड काल: दोपहर 1:35 से दोपहर 3:10 तक
- गुलिक काल: प्रातः 5:39 से सुबह 7:14 तक
इन अशुभ समयों में किसी भी नए कार्य की शुरुआत से बचना चाहिए।
भद्रा काल
- भद्रा का समय: दोपहर 1:52 से रात 1:57 तक
भद्रा काल को अशुभ माना जाता है। इस समय अवधि में मांगलिक कार्यों से परहेज करना चाहिए।
शुभ मुहूर्त
- अभिजीत मुहूर्त: सुबह 11:34 से दोपहर 12:25 तक
अभिजीत मुहूर्त को सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त माना जाता है। यदि किसी कार्य के लिए विशेष मुहूर्त उपलब्ध न हो, तो अभिजीत मुहूर्त में कार्य आरंभ करना शुभ माना जाता है।
रवि योग
- रवि योग का आरंभ: प्रातः 6:33 बजे से अगले दिन तक
रवि योग अत्यंत शुभ योगों में से एक है। यह बाधा नाशक और कार्य सिद्धि कारक होता है। आज रवि योग प्रातः से लेकर अगले दिन तक बना रहेगा।