26 मार्च 2025 पंचांग: आज का शुभ मुहूर्त, राहुकाल, तिथि, नक्षत्र और योग
भारतीय संस्कृति में पंचांग का विशेष महत्व है। पंचांग हमें तिथि, नक्षत्र, योग, करण, ग्रहों की स्थिति और शुभ-अशुभ समय की जानकारी प्रदान करता है। यदि आप किसी शुभ कार्य की योजना बना रहे हैं, तो यह जानना आवश्यक है कि आज का दिन आपके लिए कैसा रहेगा। आइए जानते हैं 26 मार्च 2025, बुधवार का विस्तृत पंचांग।
1. दिनांक एवं वार
- तारीख: 26 मार्च 2025
- वार: बुधवार
2. पक्ष एवं तिथि
- पक्ष: चैत्र कृष्ण पक्ष
- तिथि: द्वादशी तिथि रात्रि 10:16 बजे समाप्त होगी, इसके बाद त्रयोदशी तिथि प्रारंभ होगी।
3. नक्षत्र एवं योग
- नक्षत्र: धनिष्ठा नक्षत्र रात्रि 11:26 बजे तक रहेगा, इसके बाद शतभिषा नक्षत्र आरंभ होगा।
- योग: सिद्धि योग सुबह 9:17 बजे तक रहेगा, इसके बाद साध्य योग प्रारंभ होगा।
4. सूर्योदय एवं सूर्यास्त
- सूर्योदय: प्रातः 5:56 बजे
- सूर्यास्त: सायं 6:04 बजे
5. चंद्रमा और सूर्य की स्थिति
- चंद्रमा की स्थिति: चंद्रमा सुबह 11:43 बजे तक मकर राशि में रहेंगे, इसके बाद कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे।
- सूर्य की स्थिति: सूर्य मीन राशि में रहेंगे।
- सूर्य नक्षत्र: सूर्य उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र में स्थित रहेंगे।
6. राहुकाल, यमगंड काल और गुलिक काल
- राहुकाल: दोपहर 12:00 से 1:31 तक (इस समय कोई शुभ कार्य न करें)
- यमगंड काल: सुबह 7:21 से 8:58 तक
- गुलिक काल: सुबह 10:29 से 12:00 तक
7. पंचक प्रारंभ
- पंचक का प्रारंभ सुबह 11:43 बजे से होगा। पंचक के दौरान कुछ विशेष कार्यों को करने से बचना चाहिए, जैसे मकान की छत डालना, लकड़ी इकट्ठा करना, दक्षिण दिशा में यात्रा करना आदि।
8. अभिजीत मुहूर्त (शुभ कार्यों के लिए सर्वश्रेष्ठ समय)
- सुबह 11:35 से दोपहर 12:24 तक
9. आज के विशेष शुभ मुहूर्त
नामकरण संस्कार के शुभ मुहूर्त
- सुबह 5:56 से 8:27 तक
- दोपहर 12:36 से 2:55 तक
- शाम 5:09 से रात 9:38 तक
गर्भधारण के लिए शुभ मुहूर्त
- सुबह 8:27 से रात 9:38 तक
पशु खरीदने, औषधि सेवन और नवीन वस्त्र धारण करने के शुभ मुहूर्त
- सुबह 5:56 से रात 11:26 तक
पश्चिम दिशा में यात्रा और वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त
- सुबह 5:30 से 8:27 तक
- सुबह 10:23 से दोपहर 2:55 तक
- शाम 5:09 से रात 9:38 तक
10. आज के दिन विशेष सावधानियां
- राहुकाल और यमगंड काल के दौरान किसी भी शुभ कार्य को शुरू करने से बचें।
- पंचक काल के दौरान कुछ विशेष कार्यों को करने से परहेज करें।
- धनिष्ठा और शतभिषा नक्षत्र में विशेष रूप से स्वास्थ्य और यात्रा संबंधी सावधानी बरतें।
11. ज्योतिषीय उपाय और मंत्र
- बुधवार का दिन गणपति बप्पा को समर्पित है। इस दिन भगवान गणेश की पूजा करने से बाधाएं दूर होती हैं।
- मंत्र: “ॐ गं गणपतये नमः” का 108 बार जाप करें।
- उपाय: हरे रंग के वस्त्र धारण करें और मूंग दान करें।
आज का दिन कई शुभ कार्यों के लिए उत्तम है, विशेषकर नामकरण, वाहन खरीदने और गर्भधारण के लिए। हालांकि, राहुकाल और पंचक को ध्यान में रखते हुए कार्य करने से शुभ फलों की प्राप्ति होगी। शुभ मुहूर्त का ध्यान रखकर कोई भी कार्य करेंगे तो सफलता अवश्य मिलेगी।
शुभ मुहूर्त
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