आज का पंचांग 27 फरवरी 2025: श्राद्ध अमावस्या की तिथि, शुभ मुहूर्त और महत्व
फाल्गुन माह का कृष्ण पक्ष अपनी विशेषता लिए आता है, और 27 फरवरी 2025 को गुरुवार के दिन इसका विशेष महत्व है। इस दिन शिवरात्रि व्रत का पारण होगा, साथ ही श्राद्ध अमावस्या भी है। यह दिन धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से शुभ माना जाता है।

आज का पंचांग
- तिथि: चतुर्दशी तिथि सुबह 8:08 तक, उसके बाद अमावस्या तिथि आरंभ
- नक्षत्र: धनिष्ठा नक्षत्र दोपहर 3:30 तक, फिर शतभिषा नक्षत्र
- योग: शिव योग रात्रि 12:03 तक, फिर सिद्धि योग
- चंद्रमा: कुंभ राशि में
- सूर्य: मीन राशि में, शतभिषा नक्षत्र में
- सूर्योदय: प्रातः 6:16
- सूर्यास्त: शाम 5:44
शुभ मुहूर्त
- अभिजीत मुहूर्त: सुबह 11:37 से दोपहर 12:22 तक
- शुभ योग: शिव योग और सिद्धि योग विशेष फलदायी माने जाते हैं।
अशुभ समय (राहुकाल, यमगंड, गुलिक काल)
- राहुकाल: दोपहर 1:26 से 2:52 तक
- यमगंड काल: प्रातः 6:16 से सुबह 7:42 तक
- गुलिक काल: सुबह 9:08 से 10:34 तक
राहुकाल और यमगंड काल में कोई भी शुभ कार्य करने से बचना चाहिए।
महाशिवरात्रि व्रत पारण का समय
महाशिवरात्रि व्रत का पारण सुबह 8:08 तक किया जाना आवश्यक है। जिन भक्तों ने व्रत रखा है, वे इस समय के भीतर पारण कर लें। यह दिन भगवान शिव को प्रसन्न करने और उनकी कृपा प्राप्त करने के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है।
श्राद्ध अमावस्या का महत्व
श्राद्ध अमावस्या का दिन पितरों को तर्पण, श्राद्ध और पिंडदान के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण होता है।
इस दिन किए जाने वाले कार्य:
- पिंडदान एवं तर्पण:
- पितरों की आत्मा की शांति के लिए तर्पण और पिंडदान करना चाहिए।
- गंगा, यमुना, नर्मदा या किसी पवित्र नदी के किनारे जाकर श्राद्ध कर्म करना अत्यंत लाभकारी होता है।
- दान-पुण्य एवं अनुष्ठान:
- इस दिन गरीबों को भोजन कराना, वस्त्र दान करना एवं गौसेवा करना शुभ माना जाता है।
- किसी जरूरतमंद को अन्न, वस्त्र, तिल, कंबल, जूते, गुड़ आदि का दान करना श्रेष्ठ होता है।
- विशेष मंत्र जाप:
- ॐ पितृभ्यः स्वधा नमः का जाप करें।
- गायत्री मंत्र एवं महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें।
- स्नान एवं उपवास:
- इस दिन गंगा स्नान का विशेष महत्व है।
- यदि संभव हो तो इस दिन उपवास रखें और सात्विक भोजन करें।
श्राद्ध अमावस्या के लाभ
- पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
- परिवार में सुख-शांति बनी रहती है।
- पूर्वजों की आत्मा को शांति मिलती है।
- जीवन में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं।
अमावस्या के उपाय (विशेष लाभ के लिए)
- पीपल के पेड़ की पूजा करें और तिल के तेल का दीपक जलाएं।
- इस दिन गाय को रोटी एवं गुड़ खिलाना बहुत शुभ माना जाता है।
- यदि परिवार में कोई रोग या परेशानी बनी रहती है, तो किसी ब्राह्मण को भोजन कराएं और आशीर्वाद लें।
- भगवान शिव एवं हनुमान जी की आराधना करें और “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जाप करें।
27 फरवरी 2025 को श्राद्ध अमावस्या और महाशिवरात्रि व्रत पारण का योग है। यह दिन धार्मिक कार्यों, दान-पुण्य, पितरों के तर्पण, पूजा-पाठ और आध्यात्मिक साधना के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस दिन किए गए शुभ कार्यों से जीवन में सुख-शांति एवं समृद्धि आती है।
जय महादेव! जय पितृदेव!