27 मार्च 2025 का पंचांग: आज का शुभ मुहूर्त, राहुकाल, व्रत और चंद्रमा की स्थिति
आज 27 मार्च 2025, दिन गुरुवार है। हिंदू पंचांग के अनुसार, आज चैत्र कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि है, जो रात 8:39 बजे तक रहेगी। इसके बाद चतुर्दशी तिथि आरंभ हो जाएगी। धार्मिक दृष्टि से गुरुवार का दिन भगवान विष्णु को समर्पित होता है। इस दिन प्रदोष व्रत भी है, जो शिव जी और श्री हरि नारायण की कृपा प्राप्ति के लिए किया जाता है। इस लेख में हम आपको आज के शुभ मुहूर्त, अशुभ समय, राहुकाल, चंद्रमा और सूर्य की स्थिति सहित अन्य महत्वपूर्ण जानकारी देंगे।

आज का पंचांग (27 मार्च 2025, गुरुवार)
- तिथि: त्रयोदशी (रात्रि 8:39 तक), इसके बाद चतुर्दशी
- वार: गुरुवार
- पक्ष: कृष्ण पक्ष
- नक्षत्र: शतभिषा (रात्रि 10:32 तक), इसके बाद पूर्वाभाद्रपद
- योग: साध्य (दोपहर 2:44 तक), इसके बाद शुभ योग
- सूर्योदय: प्रातः 5:55 बजे
- सूर्यास्त: शाम 6:05 बजे
- चंद्रमा की स्थिति: कुंभ राशि में
- सूर्य की स्थिति: मीन राशि में
- सूर्य नक्षत्र: उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र
आज के शुभ मुहूर्त
- अभिजीत मुहूर्त: सुबह 11:35 से दोपहर 12:24 तक
- विवाह मुहूर्त: विवाह के लिए शुभ समय देखने हेतु किसी ज्योतिषाचार्य से परामर्श करें।
- ग्रह प्रवेश, व्यापार आदि के लिए शुभ मुहूर्त: अभिजीत मुहूर्त को शुभ कार्यों के लिए उपयुक्त माना जाता है।
आज के अशुभ समय (दोषकाल)
- राहुकाल: दोपहर 1:31 से 3:02 तक
- यमगंड काल: सुबह 5:55 से 7:26 तक
- गुलिक काल: सुबह 8:57 से 10:28 तक
- भद्रा काल: रात्रि 8:39 से अगले दिन सुबह 7:40 तक
प्रदोष व्रत का महत्व
आज का दिन विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि गुरुवार के दिन प्रदोष व्रत पड़ रहा है। यह व्रत शिवजी और श्रीहरि नारायण की कृपा पाने के लिए रखा जाता है। इस व्रत को करने से व्यक्ति के जीवन में सुख-समृद्धि, धन-वैभव और सौभाग्य बना रहता है। धार्मिक ग्रंथों में बताया गया है कि प्रदोष व्रत करने से पापों का नाश होता है और मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
प्रदोष व्रत पूजन विधि
- प्रातः काल स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- भगवान शिव और श्रीहरि नारायण की पूजा करें।
- व्रत का संकल्प लें और दिनभर उपवास रखें।
- संध्या समय प्रदोष काल में शिवजी का अभिषेक करें।
- “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जाप करें और शिव चालीसा का पाठ करें।
- व्रत कथा सुनें और आरती करें।
- अंत में प्रसाद वितरण करें और व्रत का समापन करें।
आज का ज्योतिषीय प्रभाव
आज चंद्रमा कुंभ राशि में स्थित हैं, जो विचारशीलता और नवीन विचारों को बल देगा। वहीं, सूर्य मीन राशि में हैं, जिससे भावनात्मक स्थिरता और रचनात्मकता को बढ़ावा मिलेगा। यदि आप किसी नए कार्य की शुरुआत करना चाहते हैं तो शुभ मुहूर्त देखकर करें।
27 मार्च 2025 का दिन धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से महत्वपूर्ण है। आज प्रदोष व्रत का विशेष संयोग है, जिसे करने से शिवजी और विष्णु भगवान की कृपा प्राप्त होती है। यदि आप किसी शुभ कार्य की योजना बना रहे हैं, तो अभिजीत मुहूर्त को प्राथमिकता दें। साथ ही, राहुकाल और अन्य अशुभ समय में महत्वपूर्ण कार्यों को करने से बचें।
यदि आपको यह जानकारी उपयोगी लगी हो, तो इसे अधिक से अधिक शेयर करें और अपने जीवन में शुभता लाएं।