मुकदमा दायर करने का मुहूर्त 2025 | किस दिन मुकदमा दायर करने से सफलता मिलेगी | Mukadma dayar karne ka Shubh muhurt
आज हम यहां पर मुकदमा दायर करने के शुभ मुहूर्त के बारे में जानकारी प्राप्त करने वाले हैं। यहां पर आपको प्रत्येक माह के बारे में विस्तृत जानकारी दिया गया है। जिसमें आप अपने मुकदमा दायर कर सकते हैं। क्योंकि शुभ मुहूर्त में मुकदमा दायर करने से जल्द सफलता प्राप्त होने की उम्मीद बढ़ जाती है। इसलिए जब भी आप मुकदमा दायर करें, तो उसे शुभ मुहूर्त में ही करें।

चलिए हम आज मुकदमा दायर करने के शुभ मुहूर्त को जान लेते हैं। जो कि नीचे विस्तार से बतलाया गया है। यहां पर मुकदमा दायर करने के लिए जो भी शुभ मुहूर्त बन रहे हैं। वह वह सभी मुहूर्त प्रत्येक महीने के अनुसार दिए गए हैं।
याचिका दायर करने का शुभ मुहूर्त जनवरी 2025
दिनांक | वार | समय |
---|---|---|
3 जनवरी 2025 | शुक्रवार | रात्रि 12:30 से रात्रि 2:05 तक (यायीजय योग है) |
5 जनवरी 2025 | रविवार | रात्रि 9:11 से अगली सुबह 6:45 तक (यायीजय योग है) |
6 जनवरी 2025 | सोमवार | सुबह 6:45 से शाम 6:30 तक (यायीजय योग है) |
9 जनवरी 2025 | गुरुवार | सुबह 8:53 से सुबह 10:24 तक, सुबह 11:30 से दोपहर 2:40 तक (यायीजय योग है) |
10 जनवरी 2025 | शुक्रवार | सुबह 9:22 से दोपहर 1:13 तक (यायीजय योग है) |
11 जनवरी 2025 | शनिवार | सुबह 7:26 से दोपहर 12:00 तक (यायीजय योग है) |
13 जनवरी 2025 | सोमवार | सुबह 10:35 से अगली रात्रि 3:41 तक (यायीजय योग है) |
16 जनवरी 2025 | गुरुवार | सुबह 8:23 से सुबह 9:53 तक, दोपहर 2:54 से दोपहर 3:50 तक |
17 जनवरी 2025 | शुक्रवार | सुबह 6:41 से अगली सुबह 5:18 तक (यायीजय योग है) |
18 जनवरी 2025 | शनिवार | दोपहर 2:56 से अगली सुबह 6:55 तक (यायीजय योग है) |
20 जनवरी 2025 | सोमवार | सुबह 8:50 से शाम 7:38 तक (यायीजय योग है) |
21 जनवरी 2025 | मंगलवार | सुबह 10:58 से रात्रि 10:16 तक (यायीजय योग है) |
28 जनवरी 2025 | मंगलवार | सुबह 6:36 से सुबह 8:33 तक (यायीजय योग है) |
30 जनवरी 2025 | गुरुवार | सुबह 8:21 से शाम 5:20 तक (यायीजय योग है) |
याचिका दायर करने का शुभ मुहूर्त फरवरी 2025
दिनांक | वार | समय |
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2 फरवरी 2025 | रविवार | सुबह 11:53 से अगले दिन सुबह 9:36 तक (यायीजय योग) |
5 फरवरी 2025 | बुधवार | रात्रि 8:17 से अगली रात्रि 3:03 तक |
6 फरवरी 2025 | गुरुवार | रात्रि 9:13 से मध्य रात्रि 12:27 तक (यायीजय योग) |
9 फरवरी 2025 | रविवार | शाम 7:40 से अगले दिन शाम 6:08 तक (यायीजय योग) |
11 फरवरी 2025 | मंगलवार | सुबह 6:27 से शाम 6:23 तक (यायीजय योग) |
12 फरवरी 2025 | बुधवार | सुबह 6:35 से सुबह 8:00 तक, दोपहर 1:01 से दोपहर 3:15 तक, रात्रि 8:45 से अगली रात्रि 2:33 तक |
15 फरवरी 2025 | शनिवार | सुबह 6:25 से रात्रि 10:13 तक (यायीजय योग) |
17 फरवरी 2025 | सोमवार | रात्रि 12:09 से रात्रि 2:46 तक (यायीजय योग) |
याचिका दायर करने का शुभ मुहूर्त मार्च 2025
दिनांक | वार | समय |
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2 मार्च 2025 | रविवार | रात्रि 2:35 से 3 मार्च की रात्रि 12:17 तक (यायीजय योग) |
4 मार्च 2025 | मंगलवार | सुबह 11:44 से दोपहर 1:58 तक, शाम 6:30 से 7:30 तक |
6 मार्च 2025 | गुरुवार | सुबह 6:11 से दोपहर 3:03 तक (यायीजय योग) |
7 मार्च 2025 | शुक्रवार | सुबह 6:10 से दोपहर 1:06 तक (यायीजय योग) |
9 मार्च 2025 | रविवार | सुबह 10:15 से मध्य रात्रि 1:53 तक (यायीजय योग) |
12 मार्च 2025 | बुधवार | सुबह 6:06 से सुबह 6:17 तक |
14 मार्च 2025 | शुक्रवार | सुबह 5:30 से सुबह 6:05 तक (यायीजय योग) |
15 मार्च 2025 | शनिवार | सुबह 6:04 से दोपहर 12:48 तक (यायीजय योग) |
17 मार्च 2025 | सोमवार | दोपहर 12:31 से शाम 4:50 तक (यायीजय योग) |
18 मार्च 2025 | मंगलवार | दोपहर 3:09 से शाम 6:58 तक (यायीजय योग) |
23 मार्च 2025 | रविवार | रात्रि 11:49 से मध्य रात्रि 12:36 तक (यायीजय योग) |
25 मार्च 2025 | मंगलवार | रात्रि 11:30 से मध्य रात्रि 12:01 तक (यायीजय योग) |
28 मार्च 2025 | शुक्रवार | सुबह 5:54 से शाम 6:42 तक (यायीजय योग) |
मुकदमा दायर करने का शुभ मुहूर्त स्वयं कैसे देखें?
अगर आप ज्योतिष का ज्ञान रखते हैं। तो आप स्वयं मुकदमा दायर करने के शुभ मुहूर्त को देख सकते हैं। शुभ मुहूर्त को देखने के लिए आपके पास पंचांग का होना अति आवश्यक है। क्योंकि पंचांग के माध्यम से ही नक्षत्र, वार, तिथि, लग्न आदि के बारे में जानकारी प्राप्त किया जाएगा।
मुकदमा दायर करने के लिए शुभ मुहूर्त को कैसे देखते हैं? उसके बारे में अब हम जानकारी देने जा रहा हूं। यहां पर मुकदमा दायर करने के शुभ नक्षत्र, शुभ वार, शुभ तिथि, शुभ लग्न और लग्न शुद्धि के बारे में भी जानकारी प्रदान किया जाएगा।
मुकदमा दायर करने के लिए शुभ नक्षत्र कौन कौन से हैं?
मुकदमा दायर करने के लिए सबसे पहले शुभ नक्षत्र को देखेंगे। कि कौन-कौन से ऐसे नक्षत्र हैं। जिसमें मुकदमा दायर किया जाएगा। जिससे हमें जल्द से जल्द सफलता प्राप्त हो सके।
मुकदमा दायर करने के लिए शुभ नक्षत्र ज्येष्ठा, आर्द्रा, भरणी, पूर्वाषाढ़ा, पूर्वाभाद्रपद, पूर्वाफाल्गुनी, मूल, अश्लेषा और मघा नक्षत्र शुभ माना गया है।
मुकदमा दायर करने के लिए शुभ वार कौन-कौन से हैं?
मुकदमा दायर करते समय शुभ वार को भी देखना अति आवश्यक है। क्योंकि शुभ वार में ही मुकदमा दायर करना लाभकारी सिद्ध होता है।
मुकदमा दायर करने के लिए शुभ वार रविवार, मंगलवार, बुधवार, गुरुवार और शुक्रवार को माना गया है। इन वारों में मुकदमा दायर करना लाभकारी होता है।
मुकदमा दायर करने के लिए शुभ तिथि कौन-कौन से है?
मुकदमा दायर करते समय शुभ नक्षत्र, शुभ वार के साथ-साथ शुभ तिथि का भी होना आवश्यक है। क्योंकि नक्षत्र, तिथि, वार, लग्न आदि से मिलकर ही मुहूर्त का निर्माण होता है। इसलिए तिथि को देखना अत्यंत आवश्यक है।
मुकदमा दायर करने का शुभ तिथि, तृतीय, पंचमी, अष्टमी, दशमी, त्रयोदशी (शुक्ल पक्ष), और पूर्णिमा को शुभ माना गया है। इन तिथियों में मुकदमा दायर करना चाहिए।
मुकदमा दायर करने के लिए शुभ लग्न कौन-कौन से हैं?
मुकदमा दायर करते समय शुभ लग्न को देखना अत्यंत आवश्यक है। क्योंकि शुभ लग्न से ही मुहूर्त के समय का ज्ञान होता है। और उस समय में किया गया कार्य शुभ फलदाई होता है। इसलिए लग्न को देखना अत्यंत आवश्यक है।
मुकदमा दायर करने के लिए शुभ लग्न, मिथुन, कन्या, तुला, वृश्चिक और कुंभ को माना गया है। इन लग्नों में मुकदमा दायर करना शुभ फलदाई होता है। जिससे आपको जल्द सफलता प्राप्त होता है।
मुकदमा दायर करते समय लग्न शुद्धि कैसे देखें?
मुकदमा दायर करने के शुभ मुहूर्त को निकालते समय लग्न शुद्धि भी देखना अत्यंत आवश्यक है। क्योंकि नक्षत्र, वार, तिथि, लग्न आदि प्राप्त होने से मुहूर्त शुभ फलदाई नहीं होता है। उसके लिए लग्न शुद्धि भी किया जाना अनिवार्य है।
तो चलिए जानकारी प्राप्त करते हैं,कि मुकदमा दायर करने के लिए मुहूर्त का लग्न शुद्धि कैसे किया जाएगा।
लग्न शुद्धि – सूर्य बुध गुरु शुक्र और चंद्रमा यह सभी ग्रहों लग्न भाव, चतुर्थ भाव, सप्तम भाव और दशम भाव (1,4,7,10) में और पाप ग्रह तृतीय भाव, षष्टम भाव और एकादश भाव (3,6,11) में होना शुभ माना गया है। परंतु अष्टम भाव (8) मे कोई ग्रह नहीं होना चाहिए।
विशेष – गोचर के अनुसार याचिकाकर्ता का चंद्रमा एवं मंगल भी बलवान होना चाहिए।