भद्रा वास विचार 2025 – आज भद्रा कितने बजे से है? | Bhadra kal vichar

आज भद्रा कब तक है?
हिंदू धर्म में कोई भी शुभ कार्य को करने के लिए शुभ मुहूर्त का देखा जाना अनिवार्य है। इसलिए जब कोई शुभ मुहूर्त देखा जाता है। तो उसमें भद्रा वास विचार किया जाता है। की आज भद्रा कब तक है? इसलिए आज भद्रा काल के बारे में जानेंगे।
भद्रा काल जनवरी 2025
प्रारंभ | समाप्त |
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दिनांक – 3 जनवरी 2025 वार – शुक्रवार समय – दोपहर 1:21 पर | दिनांक – 4 जनवरी 2025 वार – शनिवार समय – रात्रि 12:37 तक |
दिनांक – 6 जनवरी 2025 वार – सोमवार समय – शाम 6:30 पर | दिनांक – 7 जनवरी 2025 वार – मंगलवार समय – प्रातः 5:20 तक |
दिनांक – 9 जनवरी 2025 वार – गुरुवार समय – रात्रि 10:26 पर | दिनांक – 10 जनवरी 2025 वार – शुक्रवार समय – सुबह 9:22 तक |
दिनांक – 13 जनवरी 2025 वार – सोमवार समय – प्रातः 4:30 पर | दिनांक – 13 जनवरी 2025 वार – सोमवार समय – शाम 4:07 तक |
दिनांक – 16 जनवरी 2025 वार – गुरुवार समय – दोपहर 3:50 पर | दिनांक – 17 जनवरी 2025 वार – शुक्रवार समय – प्रातः 4:10 तक |
दिनांक – 20 जनवरी 2025 वार – सोमवार समय – सुबह 8:50 पर | दिनांक – 20 जनवरी 2025 वार – सोमवार समय – रात्रि 9:54 तक |
दिनांक – 24 जनवरी 2025 वार – शुक्रवार समय – प्रातः 4:01 पर | दिनांक – 24 जनवरी 2025 वार – शुक्रवार समय – सब 4:52 तक |
दिनांक – 27 जनवरी 2025 वार – सोमवार समय – शाम 7:22 पर | दिनांक – 28 जनवरी 2025 वार – मंगलवार समय – सुबह 7:16 पर |
भद्रा काल फरवरी 2025
दिनांक | वार | समय |
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2 फरवरी 2025 | रविवार | रात्रि 12:56 से सुबह 11:53 तक |
5 फरवरी 2025 | बुधवार | प्रातः 4:54 से दोपहर 3:44 तक |
8 फरवरी 2025 | शनिवार | सुबह 9:43 से रात्रि 8:55 तक |
11 फरवरी 2025 | मंगलवार | शाम 6:30 से अगली सुबह 6:35 तक |
15 फरवरी 2025 | शनिवार | सुबह 9:24 से रात्रि 10:13 तक |
19 फरवरी 2025 | बुधवार | प्रातः 4:25 से शाम 5:23 तक |
22 फरवरी 2025 | शनिवार | रात्रि 9:42 से अगली सुबह 10:05 तक |
26 फरवरी 2025 | बुधवार | सुबह 9:19 से रात्रि 8:44 तक |
भद्रा काल मार्च 2025
दिनांक | वार | समय |
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3 मार्च 2025 | सोमवार | सुबह 11:05 से रात्रि 9:55 तक |
6 मार्च 2025 | गुरुवार | दोपहर 3:30 से अगली रात्रि 2:05 तक |
9 मार्च 2025 | रविवार | रात्रि 9:51 से अगली सुबह 9:26 तक |
13 मार्च 2025 | गुरुवार | सुबह 10:02 से रात्रि 10:36 पर |
17 मार्च 2025 | सोमवार | रात्रि 3:45 से शाम 4:50 तक |
20 मार्च 2025 | गुरुवार | रात्रि 10:30 से अगली सुबह 11:05 तक |
24 मार्च 2025 | सोमवार | दोपहर 12:27 से मध्य रात्रि 12:17 तक |
27 मार्च 2025 | गुरुवार | रात्रि 8:39 से अगली सुबह 7:40 तक |
भद्रा काल अप्रैल 2025
दिनांक | वार | समय |
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1 अप्रैल 2025 | मंगलवार | रात्रि 8:16 से अगले दिन सुबह 7:06 तक |
5 अप्रैल 2025 | शनिवार | रात्रि 1:21 से दोपहर 12:42 तक |
8 अप्रैल 2025 | मंगलवार | सुबह 10:59 से रात्रि 11:04 तक |
12 अप्रैल 2025 | शनिवार | रात्रि 2:32 से दोपहर 3:29 तक |
15 अप्रैल 2025 | मंगलवार | रात्रि 9:31 से अगली सुबह 10:27 तक |
19 अप्रैल 2025 | शनिवार | दोपहर 1:52 से अगली रात्रि 1:57 तक |
23 अप्रैल 2025 | बुधवार | रात्रि 12:11 से अगली सुबह 11:32 तक |
26 अप्रैल 2025 | शनिवार | प्रातः 5:54 से शाम 4:35 तक |
भद्रा काल मई 2025
दिनांक | वार | समय |
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1 मई 2025 | गुरुवार | प्रातः 4:58 से शाम 3:58 तक |
4 मई 2025 | रविवार | दोपहर 12:09 से रात्रि 11:58 तक |
8 मई 2025 | गुरुवार | रात्रि 1:09 से दोपहर 1:43 तक |
11 मई 2025 | रविवार | शाम 7:11 से अगली सुबह 8:12 तक |
15 मई 2025 | गुरुवार | दोपहर 1:11 से अगली रात्रि 1:45 तक |
19 मई 2025 | सोमवार | रात्रि 2:12 से दोपहर 1:54 तक |
22 मई 2025 | गुरुवार | सुबह 9:24 से रात्रि 8:24 तक |
25 मई 2025 | रविवार | दोपहर 1:22 से रात्रि 12:08 तक |
30 मई 2025 | शुक्रवार | दोपहर 1:55 से अगली रात्रि 1:15 तक |
भद्रा काल जून 2025
दिनांक | वार | समय |
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2 जून 2025 | सोमवार | रात्रि 12:00 बजे से अगली सुबह 12:19 तक |
6 जून 2025 | शुक्रवार | शाम 4:08 से अगली सुबह 5:03 तक |
10 जून 2025 | मंगलवार | सुबह 10:55 से रात्रि 11:42 तक |
14 जून 2025 | शनिवार | रात्रि 2:21 से दोपहर 2:26 तक |
17 जून 2025 | मंगलवार | सुबह 11:56 से रात्रि 11:07 तक |
20 जून 2025 | शुक्रवार | शाम 4:54 से अगली रात्रि 3:42 तक |
23 जून 2025 | सोमवार | रात्रि 8:21 से अगली सुबह 7:14 तक |
28 जून 2025 | शनिवार | रात्रि 11:48 से अगली सुबह 11:34 तक |
भद्रा काल जुलाई 2025
दिनांक | वार | समय |
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2 जुलाई 2025 | बुधवार | दोपहर 1:12 से अगली रात्रि 1:57 तक |
6 जुलाई 2025 | रविवार | सुबह 7:29 से रात्रि 8:29 तक |
10 जुलाई 2025 | गुरुवार | रात्रि 1:05 से दोपहर 1:27 तक |
13 जुलाई 2025 | रविवार | दोपहर 1:15 से रात्रि 12:50 तक |
16 जुलाई 2025 | बुधवार | रात्रि 8:00 बजे से अगली सुबह 6:30 तक |
19 जुलाई 2025 | शनिवार | रात्रि 11:43 से अगली सुबह 10:29 तक |
23 जुलाई 2025 | बुधवार | रात्रि 3:45 से दोपहर 2:53 तक |
28 जुलाई 2025 | सोमवार | सुबह 11:26 से रात्रि 11:43 तक |
भद्रा काल अगस्त 2025
दिनांक | वार | समय |
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1 अगस्त 2025 | शुक्रवार | रात्रि 3:57 से शाम 4:57 तक |
4 अगस्त 2025 | सोमवार | रात्रि 10:41 से अगली सुबह 11:29 तक |
8 अगस्त 2025 | शुक्रवार | दोपहर 1:42 से अगली रात्रि 1:32 तक |
11 अगस्त 2025 | सोमवार | रात्रि 10:38 से अगली सुबह 9:51 तक |
15 अगस्त 2025 | शुक्रवार | रात्रि 3:42 से दोपहर 2:11 तक |
18 अगस्त 2025 | सोमवार | सुबह 6:58 से शाम 5:50 तक |
21 अगस्त 2025 | गुरुवार | दोपहर 12:36 से रात्रि 12:06 तक |
27 अगस्त 2025 | बुधवार | रात्रि 1:32 से दोपहर 2:07 तक |
30 अगस्त 2025 | शनिवार | शाम 7:58 से अगली सुबह 8:57 तक |
भद्रा काल सितंबर 2025
दिनांक | वार | समय |
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3 सितंबर 2025 | बुधवार | दोपहर 1:13 से अगली रात्रि 1:38 तक |
7 सितंबर 2025 | रविवार | रात्रि 12:57 से दोपहर 12:23 तक |
10 सितंबर 2025 | बुधवार | सुबह 7:19 से शाम 6:15 तक |
13 सितंबर 2025 | शनिवार | सुबह 11:04 से रात्रि 9:52 तक |
16 सितंबर 2025 | मंगलवार | दोपहर 3:32 से अगली रात्रि 2:40 तक |
19 सितंबर 2025 | शुक्रवार | रात्रि 11:45 से अगली सुबह 11:45 तक |
25 सितंबर 2025 | गुरुवार | शाम 5:39 से अगली सुबह 6:40 तक |
29 सितंबर 2025 | सोमवार | दोपहर 12:26 से अगली रात्रि 1:05 तक |
भद्रा काल अक्टूबर 2025
दिनांक | वार | समय |
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3 अक्टूबर 2025 | शुक्रवार | रात्रि 2:50 से दोपहर 2:45 तक |
6 अक्टूबर 2025 | सोमवार | सुबह 11:26 से रात्रि 10:30 तक |
9 अक्टूबर 2025 | गुरुवार | शाम 4:01 से अगली रात्रि 2:49 तक |
12 अक्टूबर 2025 | रविवार | शाम 7:50 से अगली सुबह 6:49 तक |
16 अक्टूबर 2025 | गुरुवार | रात्रि 2:16 से दोपहर 1:46 तक |
19 अक्टूबर 2025 | रविवार | दोपहर 1:55 से अगली रात्रि 2:26 तक |
25 अक्टूबर 2025 | शनिवार | सुबह 11:31 से रात्रि 12:31 तक |
29 अक्टूबर 2025 | बुधवार | प्रातः 4:29 से शाम 4:41 तक |
भद्रा काल नवंबर 2025
दिनांक | वार | समय |
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1 नवंबर 2025 | शनिवार | दोपहर 3:30 से अगली रात्रि 2:56 तक |
4 नवंबर 2025 | मंगलवार | रात्रि 9:33 से अगली सुबह 8:24 तक |
8 नवंबर 2025 | शनिवार | रात्रि 1:21 से दोपहर 12:12 तक |
11 नवंबर 2025 | मंगलवार | प्रातः 6:21 से शाम 5:42 तक |
14 नवंबर 2025 | शुक्रवार | दोपहर 3:45 से अगली रात्रि 3:45 तक |
18 नवंबर 2025 | मंगलवार | सुबह 7:02 से शाम 7:58 तक |
24 नवंबर 2025 | सोमवार | प्रातः 5:37 से शाम 6:18 तक |
27 नवंबर 2025 | गुरुवार | शाम 7:24 से अगली सुबह 7:04 तक |
भद्रा काल दिसंबर 2025
दिनांक | वार | समय |
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1 दिसंबर 2025 | सोमवार | रात्रि 3:15 से दोपहर 2:21 तक |
4 दिसंबर 2025 | गुरुवार | सुबह 7:40 से शाम 6:29 तक |
7 दिसंबर 2025 | रविवार | सुबह 11:53 से रात्रि 10:55 तक |
10 दिसंबर 2025 | बुधवार | शाम 7:10 से अगली सुबह 6:59 तक |
14 दिसंबर 2025 | रविवार | सुबह 8:13 से रात्रि 8:46 तक |
18 दिसंबर 2025 | गुरुवार | रात्रि 2:26 से दोपहर 3:30 तक |
23 दिसंबर 2025 | मंगलवार | रात्रि 10:43 से अगली सुबह 10:53 तक |
27 दिसंबर 2025 | शनिवार | सुबह 8:53 से रात्रि 8:09 तक |
30 दिसंबर 2025 | मंगलवार | दोपहर 2:20 से अगली रात्रि 1:13 तक |
भद्रा कौन है?
यहां पर हम भद्रा वास विचार के बारे में जानेंगे। कि भद्रा कौन है? और किसलिए इनका इतना महत्व है। तो अगर बात करें धार्मिक दृष्टिकोण की तो यहां पर मान्यता है कि भद्रा भगवान सूर्य देव की पुत्री और शनि देव की बहन है। यह काफी सुंदर थी। लेकिन यह काफी कठोर स्वभाव की थी। इसलिए इनके स्वभाव को नियंत्रण में करने के लिए इनको पंचांग का एक प्रमुख अंग जोकि विष्टि कारण के रूप में मान्यता दी गई है।
ज्योतिष के अनुसार भद्रा काल सदैव अशुभ नहीं रहता है। इसलिए कुछ ऐसे भी कार्य है जो भद्रा काल में किया जा सकता है।
तो चलिए जान लेते हैं कौन से ऐसे कार्य हैं? जो भद्रा काल में नहीं किया जाता है। और वह कौन से ऐसे कार्य हैं? जो भद्रा काल में किया जा सकता है।
भद्रा काल के दौरान नही किये जाने वाले कार्य
जब भद्रा काल प्रारंभ हो तो उस समय कुछ कार्य को नहीं किया जाना चाहिए। क्योंकि उन कार्यों को करना वर्जित रहता है। तो वह कार्य हैं। कोई भी शुभ कार्य, कोई नया व्यवसाय का प्रारंभ करना, कोई शुभ यात्रा करना, अपने नये घर का गृह प्रवेश करना, और इसके साथ ही हिंदू संस्कार करना जिसमें मुंडन, विवाह आदि लगभग सभी शुभ कार्य सम्मिलित हैं। इसके साथ ही रक्षाबंधन और मांगलिक कार्य को भी नहीं किया जाता है। यह भद्रा वास विचार के अनुसार है।
भद्रा काल के दौरान किये जाने वाले कार्य
अब हम जानेंगे की भद्राकाल जब प्रारंभ हो जाता है। तब उस समय कौन से ऐसे कार्य हैं जिसको किया जा सकता है। क्योंकि इन कार्यों का प्रकृति अशुभ होता है। इसलिए इन कार्यों को किया जा सकता है। तो चलिए जानते हैं वह कौन से कार्य हैं। जो भद्रा काल के दौरान किया जा सकता है। अगर आपको किसी व्यक्ति पर मुकदमा प्रारंभ करना है, ऑपरेशन कराना है, किसी अस्त्र-शस्त्र का उपयोग करना है, और उसके साथ ही अपने शत्रु पर आक्रमण करना हो, या घोड़ा, भैंस, ऊंट से संबंधित कार्य करना हो या आग से संबंधित कार्य हो तो आप उसे भद्रा काल के दौरान प्रारंभ कर सकते हैं। यहां तक कि आप भद्रा काल के दौरान किसी स्त्री प्रसंग करना भी कर सकते हैं।
ऐसी मान्यता है कि भद्रा काल के दौरान अगर यह कार्य किए जाएं इसमें साधक को मनवांछित फल प्राप्त होता है।