किस दिन कौन सा कार्य करना चाहिए | सबसे अच्छा दिन कौन सा होता है | किस दिन कौन सा कार्य करना शुभ है
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अगर आप भी जानना चाहते हैं, कि किस दिन कौन सा कार्य करना चाहिए?, सबसे अच्छा दिन कौन सा होता है?, किस दिन कौन सा कार्य करना शुभ माना जाता है? तो इसके बारे में हम आज पूरे विस्तार से जानने वाले हैं। जिससे आपको प्रत्येक वार के बारे में संपूर्ण जानकारी प्राप्त हो सके। और आप अपना प्रत्येक दिन का कार्य उसी वार के अनुसार कर सकें।
आप कोई पहले से ही जानकारी है, कि 7 वार होते हैं। और इन सातों वारों का आराध्य देव भी होते हैं। इन आराध्य देव के अनुसार अगर उस वार को कार्य किया जाए। तो उस कार्य में सफलता मिलने की उम्मीद बढ़ जाती है। इसलिए लोग प्रत्येक कार्य को प्रत्येक वार के अनुसार ही करना पसंद करते हैं।
अगर आप भी उन व्यक्तियों में से ही एक व्यक्ति हैं। जो प्रत्येक कार्य को प्रत्येक वार के अनुसार करना पसंद करते हैं। तो यह जानकारी आपके लिए अमूल्य है। क्योंकि यहां पर आपको विस्तृत जानकारी मिलने वाला है। जो कि प्रत्येक वार के बारे में आपको जानकारी होना आवश्यक है।
सप्ताह के दिनों के नाम
सबसे पहले हम सभी वार के नाम को जान लेते हैं। सप्ताह का पहला दिन रविवार से प्रारंभ होता है। और इसी क्रम में आगे बढ़ते हुए, सोमवार, मंगलवार, बुधवार, गुरुवार, शुक्रवार और सप्ताह का अंतिम दिन शनिवार होता है।
यात्रा करने के लिए शुभ दिशाएं किस दिन कौन सी हैं।
अब हम यात्रा करने के लिए शुभ दिशा के बारे में जानेंगे। की किस वार को किस दिशा में यात्रा करना शुभ माना गया है। ताकि हम यात्रा करते समय उस दिशा को समझ सके, और शुभ दिशा में ही यात्रा प्रारंभ करें।
रविवार – रविवार के दिन यात्रा करने के लिए सबसे शुभ दिशा पूर्व, उत्तर और आग्नेय कोण (दक्षिण-पूर्व) होता है।
सोमवार – सोमवार के दिन यात्रा करने के लिए सबसे शुभ दिशा पश्चिम, दक्षिण और वायव्य कोण (उत्तर-पश्चिम) होता है।
मंगलवार – मंगलवार के दिन यात्रा करने के लिए सबसे शुभ दिशा दक्षिण, पूर्व और आग्नेय कोण (दक्षिण-पूर्व) होता है।
बुधवार – बुधवार के दिन यात्रा करने के लिए सबसे शुभ दिशा दक्षिण, पूर्व और नैऋत्य कोण (दक्षिण-पश्चिम) होता है।
गुरुवार – गुरुवार के दिन यात्रा करने के लिए सबसे शुभ दिशा पूर्व, उत्तर और ईशान कोण (पूर्व-उत्तर) होता है।
शुक्रवार – शुक्रवार के दिन यात्रा करने के लिए सबसे शुभ दिशा पूर्व, उत्तर और ईशान कोण (पूर्व-उत्तर) होता है।
शनिवार – शनिवार के दिन यात्रा करने के लिए सबसे शुभ दिशा पश्चिम, दक्षिण और नैऋत्य कोण (दक्षिण-पश्चिम) होता है।
यात्रा के लिए वर्जित दिशाएं (दिशाशूल)
अब हम दिशाशूल के बारे में जानेंगे। दिशाशूल, जिसमें यात्रा नहीं किया जाना चाहिए। नहीं तो यह यात्रा शुभ नहीं होता है। यात्रा में कोई न कोई परेशानी आती है। इसलिए जिस वार के दिन, जिस दिशा में यात्रा करना वर्जित है। उसके बारे में यहां पर नीचे जानकारी दिया गया है।
रविवार – रविवार के दिन पश्चिम दिशा, नैऋत्य कोण (दक्षिण-पश्चिम) में यात्रा नहीं करना चाहिए।
सोमवार – सोमवार के दिन पूर्व, उत्तर दिशा और आग्नेय कोण (दक्षिण-पूर्व) में यात्रा नहीं करना चाहिए।
मंगलवार – मंगलवार के दिन उत्तर, पश्चिम दिशा और वायव्य कोण (उत्तर-पश्चिम) में यात्रा नहीं करना चाहिए।
बुधवार – बुधवार के दिन उत्तर, पश्चिम दिशा और ईशान कोण (पूर्व-उत्तर) में यात्रा नहीं करना चाहिए।
गुरुवार – गुरुवार के दिन दक्षिण, पूर्व दिशा और नैऋत्य कोण (दक्षिण-पश्चिम) में यात्रा नहीं करना चाहिए।
शुक्रवार – शुक्रवार के दिन पश्चिम, दक्षिण दिशा और नैऋत्य कोण (दक्षिण-पश्चिम) में यात्रा नहीं करना चाहिए।
शनिवार – शनिवार के दिन पूर्व, उत्तर दिशा और ईशान कोण (पूर्व-उत्तर) में यात्रा नहीं करना चाहिए।
दिन के अनुसार विद्या और शिक्षा संबंधित कार्य कौन-कौन से हैं?
अब हम दिन के अनुसार विद्या और शिक्षा से संबंधित सभी कार्य को जानेंगे, कि आप किस दिन कौन सा कार्य कर सकते हैं। जिसमें आपको लाभ हो, क्योंकि शुभ दिन पर किया गया कार्य ही, शुभ फल देने वाला होता है।
रविवार – रविवार के दिन विज्ञान, इंजीनियरिंग, सेना, उद्योग, बिजली, मेडिकल एवं प्रशासनिक शिक्षा संबंधित कार्य किए जा सकते हैं।
सोमवार – सोमवार के दिन लेखन आदि का कार्य, मेडिकल शिक्षा, सौंदर्य प्रसाधन, औषधि निर्माण व योजना संबंधित कार्य करना चाहिए।
मंगलवार – मंगलवार के दिन बिजली (इलेक्ट्रॉनिक), सर्जरी की शिक्षा, शस्त्र विद्या सीखना, अग्नि, खेल, भूगर्भ विज्ञान, दंत चिकित्सा आदि का कार्य कर सकते हैं।
बुधवार – बुधवार के दिन गणित, लेखन, बौद्धिक कार्य, बैंक, वकालत, तकनीकी हुनर, ज्योतिष, विज्ञान, वाहन चलाना सीखना आदि कार्य कर सकते हैं।
गुरुवार – गुरुवार के दिन दर्शनशास्त्र, धर्म, मंत्र, ज्योतिष, वकालत, उच्च पद प्रशासन शिक्षा, वैदिक आदि कार्य किए जा सकते हैं।
शुक्रवार – शुक्रवार के दिन नृत्य, वाद्य, गायन, कला, संगीत, एक्टिंग, गीत-काव्य, रचना, स्त्रियों का सौंदर्य संबंधित शिक्षा आदि का कार्य किया जा सकता है।
शनिवार – शनिवार के दिन तकनीकी शिल्प, कला, मशीनरी संबंधित ज्ञान, अंग्रेजी, उर्दू, फारसी का ज्ञान शुरू कर सकते हैं।
दिन के अनुसार कौन सा व्यापार संबंधित कार्य करें?
अब हम दिन के अनुसार कौन-कौन से व्यवसाय करना चाहिए। इसके बारे में जानने वाले हैं। क्योंकि व्यवसाय करने में काफी ज्यादा पैसा खर्च होता है।
रविवार – रविवार के दिन राज्य प्रशासनिक कार्य, सेना अधिकारी, ज्वेलर्स, औषधी, शास्त्र, अग्नि, अनाज, सोना, तांबा, चांदी, गाय बैलादि का क्रय-विक्रय, मेडिकल, इलेक्ट्रॉनिक, मंत्र, अनुष्ठान, यज्ञ आदि कार्य किए जा सकते हैं।
सोमवार – सोमवार के दिन कृषि, गाय, भैंस, दूध, डेरी, फार्म, औषधि, सोडा आदि तरल पदार्थ, शंख, मोती, स्त्री, धनसंपदा, सौंदर्य प्रसाधन, सुगंधित संबंधित वस्तुओं का क्रय विक्रय करना, विदेश यात्रा, विदेशी प्रचार आदि का कार्य किया जा सकता है।
मंगलवार – मंगलवार के दिन शक्ति, अग्नि एवं बिजली से संबंधित कार्य, बेकरी, खेल, इलेक्ट्रॉनिक, सोना, तांबा, मूंगा, पीतल आदि का क्रय, भूमि, सर्जरी, एवं रक्षा संबंधित सामग्री, संधि विच्छेद आदि का कार्य कर सकते हैं।
बुधवार – बुधवार के दिन कृषि एवं व्यापारिक वस्तुओं का क्रय विक्रय करना, शेयरों का क्रय, पुस्तक, लेखन, प्रशासन लेखन, एकाउंटिंग, शिक्षण, वकील, सेल्फ एवं सामुदायिक के कार्य, शिक्षा वाहन का क्रय-विक्रय करना किया जा सकता है।
गुरुवार – गुरुवार के दिन धार्मिक अनुष्ठान, उच्च प्रशासन कार्य, उच्च शिक्षा के कार्य, आभूषण, औषधि, लकड़ी, भूमि, वाहन का लेनदेन करना। विदेश यात्रा आदि का कार्य किया जा सकता है।
शुक्रवार – शुक्रवार के दिन संगीत, सिनेमा, विदेश के बारे में, टेलीविजन, स्त्रियों का सिंगार, वस्तुओं से संबंधित कार्य, सुई, कपड़ा, बैंकिंग, चांदी जवाहरात रसायन, शराब, सोडा, सुगंधित द्रव्य, वाहन आदि, क्रय विक्रय खुशबूत्दार वस्तुओं का कार्य किया जा सकता है।
शनिवार – शनिवार के दिन मशीनरी, लोहा खरीदना, लकड़ी, चमड़ा, सीमेंट, पेट्रोल, पत्थर, भूमि, ठेकेदारी वस्तुओं का क्रय विक्रय और उसे सारा ऑपरेशन कार्य अधीनस्थ कर्मचारी वाहन आदि विदेश यात्रा का कार्य किया जा सकता है।
किस दिन नया वस्त्र धारण (पहनना) करना चाहिए?
नया वस्त्र धारण करने के लिए सबसे शुभ दिन रविवार, बुधवार, गुरुवार और शुक्रवार को माना गया है। सोमवार को मध्य माना गया है। लेकिन वही मंगलवार और शनिवार को अशुभ माना गया है।
किस दिन नया आभूषण धारण (पहनना) करना चाहिए?
नया आभूषण को धारण करने के लिए सबसे शुभ दिन, रविवार, सोमवार, बुधवार, गुरुवार और शुक्रवार को माना गया है। मंगलवार को मध्यम माना गया है। लेकिन वही शनिवार को अशुभ माना गया है।
किस दिन शरीर में तेल की मालिश करना चाहिए?
शरीर में तेल लगाने के लिए सबसे शुभ दिन सोमवार, बुधवार, शुक्रवार और शनिवार को माना गया है। लेकिन वही रविवार, मंगलवार और गुरुवार को अशुभ माना गया है।
किस दिन हजामत (नाखून, बाल, दाढ़ी कटवाना) करवाना चाहिए?
हजामत करवाने के लिए सबसे शुभ दिन सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को माना गया है। आवश्यकता पड़ने पर रविवार और शनिवार को भी कर सकते हैं। लेकिन वही मंगलवार और गुरुवार को अशुभ माना गया है।
नया जूता पहनने के लिए शुभ दिन कौन-कौन से हैं?
नया जूता पहनने के लिए सबसे शुभ दिन सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को माना गया है। तो वही बृहस्पतिवार और शनिवार को मध्यम दिन माना गया है। लेकिन रविवार और मंगलवार को अशुभ माना गया है।
मुकदमा करने के लिए शुभ दिन कौन-कौन से हैं?
मुकदमा करने के लिए सबसे शुभ दिन मंगलवार, बुधवार और शनिवार को माना गया है। तो वहीं शुक्रवार को मध्यम दिन के रूप में माना गया है। लेकिन रविवार, सोमवार और गुरुवार को अशुभ दिन माना गया है।