8 फरवरी 2025 का पंचांग: शुभ मुहूर्त, राहुकाल और जया एकादशी व्रत की जानकारी
अगर आप 8 फरवरी 2025 के पंचांग, शुभ मुहूर्त, राहुकाल, नक्षत्र और जया एकादशी व्रत की जानकारी चाहते हैं, तो यह लेख आपके लिए है। भारतीय पंचांग के अनुसार, दिन का प्रभाव विभिन्न कारकों पर निर्भर करता है, जैसे तिथि, नक्षत्र, योग, चंद्रमा की स्थिति और ग्रहों का गोचर। आइए जानते हैं इस दिन की पूरी जानकारी।

8 फरवरी 2025 का पंचांग (शनिवार)
पंचांग तत्व | विवरण |
---|---|
वार | शनिवार |
पक्ष | माघ शुक्ल पक्ष |
सूर्योदय | सुबह 6:29 |
सूर्यास्त | शाम 5:31 |
तिथि | एकादशी (रात्रि 8:55 तक), फिर द्वादशी |
नक्षत्र | मृगशिरा (शाम 7:00 तक), फिर आर्द्रा |
योग | वैधृति (दोपहर 3:09 तक), फिर विष्कुंभ |
चंद्रमा की स्थिति | वृषभ (सुबह 7:27 तक), फिर मिथुन राशि में |
सूर्य नक्षत्र | धनिष्ठा |
राहुकाल | सुबह 9:14 से 10:37 तक |
अभिजीत मुहूर्त | सुबह 11:38 से 12:22 तक |
रवि योग | शाम 6:59 तक रहेगा |
भद्रा काल | सुबह 9:43 से रात 8:55 तक |
आज के महत्वपूर्ण ज्योतिषीय संयोग
1. रवि योग
आज रवि योग शाम 6:59 तक बना रहेगा। यह शुभ योग किसी भी कार्य को सफलता दिलाने में सहायक होता है।
2. वैधृति और विष्कुंभ योग
- वैधृति योग: दोपहर 3:09 तक रहेगा। इस योग में नए कार्यों की शुरुआत से बचना चाहिए।
- विष्कुंभ योग: दोपहर 3:09 के बाद शुरू होगा। यह योग आत्मविश्वास और सफलता दिलाने वाला माना जाता है।
3. चंद्रमा की स्थिति
- सुबह 7:27 तक चंद्रमा वृषभ राशि में रहेगा।
- सुबह 7:27 के बाद चंद्रमा मिथुन राशि में प्रवेश करेगा, जिससे संचार, बुद्धिमत्ता और तर्क शक्ति में वृद्धि होगी।
8 फरवरी 2025 के विशेष पर्व: जया एकादशी व्रत
जया एकादशी व्रत का महत्व
- जया एकादशी पुण्य फलदायी और मोक्ष प्रदान करने वाली एकादशी मानी जाती है।
- जो भी व्यक्ति श्रद्धा और नियमपूर्वक इस व्रत को करता है, उसे पापों से मुक्ति मिलती है और वह सुख-समृद्धि प्राप्त करता है।
- इस दिन भगवान विष्णु की पूजा, व्रत, कथा सुनना और दान करना अत्यंत शुभ माना जाता है।
जया एकादशी व्रत के नियम
- इस दिन निर्जला या फलाहार व्रत रखें।
- प्रातः स्नान कर भगवान विष्णु का पूजन करें और विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें।
- सात्विक भोजन ग्रहण करें और नमक का सेवन न करें।
- जरूरतमंदों को अन्न और वस्त्र का दान करें।
- रात्रि में भगवान विष्णु का भजन और जागरण करें।
राहुकाल में क्या न करें?
राहुकाल में कोई भी शुभ कार्य करने से बचें।
- आज का राहुकाल: सुबह 9:14 से 10:37 तक
क्या करें और क्या न करें?
क्या करें?
- जया एकादशी का व्रत रखें और भगवान विष्णु की पूजा करें।
- जरूरतमंदों को दान करें।
- रवि योग में नए कार्य की शुरुआत करें।
- व्यापार, नामकरण, गृह प्रवेश और विवाह आदि कार्य के लिए शुभ मुहूर्त का पालन करें।
क्या न करें?
- राहुकाल में कोई शुभ कार्य न करें।
- वैधृति योग में महत्वपूर्ण निर्णय लेने से बचें।
- जया एकादशी व्रत के दिन तामसिक भोजन, क्रोध और कटु वचन से बचें।
नोट: यह सामग्री केवल मार्गदर्शन और सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए प्रदान की गई है। इसे अंतिम निर्णय का आधार न बनाएं।
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