12 फरवरी 2025 का पंचांग: माघी पूर्णिमा, शुभ मुहूर्त और राहुकाल की जानकारी
अगर आप 12 फरवरी 2025 के पंचांग, शुभ मुहूर्त, राहुकाल, नक्षत्र, योग और माघी पूर्णिमा के महत्व की जानकारी चाहते हैं, तो यह लेख आपके लिए है। भारतीय पंचांग के अनुसार, दिन का प्रभाव तिथि, नक्षत्र, योग, चंद्रमा की स्थिति और ग्रहों के गोचर से निर्धारित होता है। आइए जानते हैं इस दिन की पूरी जानकारी।

12 फरवरी 2025 का पंचांग (बुधवार)
वार – बुधवार
पक्ष – माघ शुक्ल पक्ष
सूर्योदय – प्रातः 6:27
सूर्यास्त – शाम 5:33
तिथि – पूर्णिमा (शाम 6:41 तक), फिर प्रतिपदा
नक्षत्र – श्लेषा (शाम 7:10 तक), फिर मघा
योग – सौभाग्य (सुबह 8:01 तक), फिर शोभन
चंद्रमा की स्थिति – कर्क (रात्रि 7:10 तक), फिर सिंह
सूर्य नक्षत्र – धनिष्ठा
सूर्य राशि परिवर्तन – मध्य रात्रि 2:11 पर सूर्य कुंभ राशि में प्रवेश करेगा
राहुकाल – दोपहर 12:00 से 1:23 तक
भद्रा – प्रातः 6:35 पर समाप्त
अभिजीत मुहूर्त – सुबह 11:38 से दोपहर 12:22 तक
आज के महत्वपूर्ण ज्योतिषीय संयोग
माघी पूर्णिमा
माघी पूर्णिमा का विशेष धार्मिक महत्व है। इस दिन गंगा, यमुना, नर्मदा और अन्य पवित्र नदियों में स्नान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है। दान और पुण्य कार्यों का विशेष महत्व होता है, जिसमें तिल, ऊनी वस्त्र, कंबल और पात्र का दान अत्यंत शुभ माना जाता है।
सूर्य का राशि परिवर्तन (सूर्य संक्रांति)
मध्य रात्रि 2:11 पर सूर्य मकर राशि से कुंभ राशि में प्रवेश करेगा। यह संक्रांति का समय दान और पुण्य कार्यों के लिए शुभ माना जाता है।
सौभाग्य और शोभन योग
सौभाग्य योग सुबह 8:01 तक रहेगा, जो सौभाग्य, समृद्धि और शुभ कार्यों के लिए श्रेष्ठ माना जाता है।
शोभन योग सुबह 8:01 के बाद शुरू होगा, यह विवाह, गृह निर्माण और अन्य शुभ कार्यों के लिए शुभ माना जाता है।
चंद्रमा की स्थिति
चंद्रमा रात 7:10 तक कर्क राशि में रहेगा, जो भावनात्मक स्थिरता और पारिवारिक संबंधों के लिए अनुकूल है। रात 7:10 के बाद सिंह राशि में प्रवेश करेगा, जिससे आत्मविश्वास और नेतृत्व क्षमता में वृद्धि होगी।
आज के शुभ कार्य और उनके शुभ मुहूर्त
वस्तु विक्रय और फसल काटने का शुभ मुहूर्त
प्रातः 6:35 से रात्रि 7:10 तक। इस दौरान वस्तु विक्रय और कृषि कार्य करना शुभ रहेगा।
गृह प्रवेश, व्यापार और नए कार्यों की शुरुआत
शोभन योग के कारण व्यापार, गृह प्रवेश, और अन्य शुभ कार्यों के लिए दिन उत्तम है।
सूर्य संक्रांति पर दान और स्नान का शुभ मुहूर्त
मध्य रात्रि 2:11 के बाद स्नान, हवन और दान करने का विशेष महत्व है।
राहुकाल में क्या न करें
राहुकाल में कोई भी शुभ कार्य करने से बचें।
आज का राहुकाल – दोपहर 12:00 से 1:23 तक
क्या करें और क्या न करें
क्या करें
माघी पूर्णिमा पर गंगा स्नान और दान करें। शोभन योग में गृह प्रवेश, व्यापार और नए कार्यों की शुरुआत करें। वस्त्र, तिल और कंबल का दान करें।
क्या न करें
राहुकाल में कोई शुभ कार्य न करें। सूर्य संक्रांति के समय किसी का अपमान न करें और वाद-विवाद से बचें।