आज का पंचांग: 14 फरवरी 2025 – तिथि, नक्षत्र, योग, राहुकाल एवं शुभ मुहूर्त
आज का पंचांग (14 फरवरी 2025) देखें – तिथि, नक्षत्र, योग, राहुकाल, गुलिक काल, यमघंटक काल, अभिजीत मुहूर्त और चंद्रमा की स्थिति। शुभ कार्यों के लिए आज का शुभ मुहूर्त जानें।

आज का दिन और तिथि
- दिन: शुक्रवार
- पक्ष: फाल्गुन कृष्ण पक्ष
- सूर्योदय: प्रातः 6:25 बजे
- सूर्यास्त: सायं 5:35 बजे
आज शुक्रवार का दिन देवी लक्ष्मी को समर्पित माना जाता है। इस दिन विशेष रूप से धन और समृद्धि की प्राप्ति के लिए माता लक्ष्मी की पूजा करना अत्यंत शुभ माना जाता है। शुक्रवार के दिन सफेद वस्त्र धारण करना, चावल, दूध, मिश्री और सफेद पुष्प का दान करने से शुभ फल प्राप्त होते हैं।
तिथि एवं नक्षत्र
- आज की तिथि: द्वितीया (रात्रि 8:34 तक)
- अगली तिथि: तृतीया (रात्रि 8:34 के बाद)
- आज का नक्षत्र: पूर्वा फाल्गुनी (रात्रि 10:10 तक)
- अगला नक्षत्र: उत्तरा फाल्गुनी (10:10 के बाद)
तिथि का महत्व
द्वितीया तिथि को धार्मिक कार्यों के लिए शुभ माना जाता है। यह तिथि विशेष रूप से दान-पुण्य और धार्मिक अनुष्ठानों के लिए उत्तम मानी जाती है। यदि कोई व्यक्ति इस तिथि में पितरों का तर्पण करता है तो पूर्वजों की कृपा बनी रहती है।
नक्षत्र का प्रभाव
पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र सौंदर्य, कला, वैवाहिक जीवन और रचनात्मक कार्यों से जुड़ा होता है। इस नक्षत्र के दौरान विवाह, गृह प्रवेश, व्यापार प्रारंभ आदि कार्य करना शुभ माना जाता है। रात 10:10 के बाद उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र का आरंभ होगा, जो ज्ञान, प्रतिष्ठा और नेतृत्व क्षमता को बढ़ाने वाला नक्षत्र माना जाता है।
चंद्रमा और ग्रहों की स्थिति
- चंद्रमा: सिंह राशि में (रात्रि 4:43 तक), फिर कन्या राशि में प्रवेश
- सूर्य: कुंभ राशि में धनिष्ठा नक्षत्र में स्थित
चंद्रमा का प्रभाव
सिंह राशि में चंद्रमा होने से आज का दिन आत्मविश्वास बढ़ाने वाला रहेगा। इस दौरान लोग अपनी नेतृत्व क्षमता का प्रदर्शन करेंगे और निर्णय लेने में सक्षम होंगे। रात्रि 4:43 के बाद चंद्रमा कन्या राशि में प्रवेश करेगा, जिससे विश्लेषण क्षमता बढ़ेगी और लोग व्यावहारिक दृष्टिकोण अपनाएंगे।
ग्रहों का प्रभाव
सूर्य कुंभ राशि में स्थित है, जिससे वैज्ञानिक दृष्टिकोण, नवीन विचारधारा और तकनीकी विकास को बढ़ावा मिलेगा। यह स्थिति उन लोगों के लिए विशेष रूप से लाभकारी है जो अनुसंधान, राजनीति और समाज सेवा से जुड़े हुए हैं।
आज के विशेष योग एवं मुहूर्त
- अतिगण्ड योग समाप्ति: प्रातः 6:48
- सुकर्मा योग प्रारंभ: प्रातः 6:48 के बाद
योगों का प्रभाव
- अतिगण्ड योग: इस योग में किसी भी महत्वपूर्ण कार्य की शुरुआत करने से बचना चाहिए, क्योंकि यह योग बाधा उत्पन्न कर सकता है।
- सुकर्मा योग: यह शुभ योग माना जाता है, जिसमें व्यापार, धार्मिक अनुष्ठान, दान और पुण्य कार्य करना शुभ होता है।
राहु काल, यमघंटक काल और गुलिक काल
- राहु काल: सुबह 10:36 से दोपहर 12:00 तक
- यमघंटक काल: दोपहर 2:47 से शाम 4:11 तक
- गुलिक काल: सुबह 7:48 से सुबह 9:12 तक
राहु काल में कार्य न करें
राहु काल के दौरान किसी भी शुभ कार्य को करने से बचना चाहिए। इस समय किए गए कार्य में बाधाएं आ सकती हैं और नकारात्मक परिणाम मिल सकते हैं।
यमघंटक काल का प्रभाव
यह समय भी शुभ कार्यों के लिए वर्जित माना जाता है। इस दौरान नए कार्यों की शुरुआत न करें।
गुलिक काल का महत्व
गुलिक काल में किए गए कार्य शुभ माने जाते हैं। यदि इस समय कोई नया कार्य शुरू किया जाए तो उसमें सफलता मिलने की संभावना बढ़ जाती है।
आज के शुभ मुहूर्त
- अभिजीत मुहूर्त: सुबह 11:37 से दोपहर 12:22 तक
- मृत्यु बाण: पूरे दिन रहेगा और रात्रि 1:32 पर समाप्त होगा।
शुभ कार्यों के लिए उत्तम समय
- दंवरी, वस्त्र विक्रय और नाव निर्माण के लिए शुभ समय: प्रातः 6:25 से 10:10 तक
- जनेऊ संस्कार का शुभ मुहूर्त: सुबह 10:56 से दोपहर 12:53 तक
यदि आप कोई शुभ कार्य करने जा रहे हैं, तो पंचांग में बताए गए शुभ मुहूर्त के अनुसार ही कार्य करें।
ज्योतिषीय उपाय और शुभ कार्य
माता लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए:
- शुक्रवार के दिन सफेद वस्त्र धारण करें।
- श्री सूक्त का पाठ करें और घर में शुद्ध घी का दीपक जलाएं।
- चावल, मिश्री और सफेद फूल का दान करें।
व्यवसाय और धन वृद्धि के लिए:
- अभिजीत मुहूर्त में व्यापारिक गतिविधियां शुरू करें।
- देवी लक्ष्मी को कमल का फूल और खीर का भोग अर्पित करें।
स्वास्थ्य लाभ के लिए:
- चंद्रमा के शुभ प्रभाव के लिए जल में दूध मिलाकर शिवलिंग पर अर्पित करें।
- मानसिक शांति के लिए भगवान विष्णु का ध्यान करें और तुलसी के पत्तों का सेवन करें।
14 फरवरी 2025, शुक्रवार का दिन पंचांग के अनुसार धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से महत्वपूर्ण है। आज का दिन विशेष रूप से लक्ष्मी पूजन, व्यापारिक कार्यों और शुभ कार्यों के लिए अनुकूल है। राहु काल और यमघंटक काल में कोई भी शुभ कार्य न करें। अभिजीत मुहूर्त में किए गए कार्य सफलता दिलाएंगे।