22 मार्च 2025 का पंचांग: तिथि, नक्षत्र, योग, शुभ मुहूर्त और राहुकाल
22 मार्च 2025, दिन शनिवार का पंचांग हिंदू धर्म में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। इस दिन के अनुसार शुभ मुहूर्त, राहुकाल, चंद्रमा की स्थिति और अन्य ज्योतिषीय पहलुओं को जानना बहुत जरूरी होता है। यदि आप इस दिन कोई शुभ कार्य करने की योजना बना रहे हैं, तो यह विस्तृत पंचांग आपके लिए उपयोगी रहेगा।

आज का पंचांग (22 मार्च 2025, शनिवार)
- माह – चैत्र (कृष्ण पक्ष)
- वार – शनिवार
- सूर्योदय – प्रातः 5:59 बजे
- सूर्यास्त – शाम 6:01 बजे
तिथि विवरण
- अष्टमी तिथि रात्रि 12:25 बजे तक रहेगी, उसके बाद नवमी तिथि शुरू होगी।
- अष्टमी तिथि को माता दुर्गा और भैरव पूजा का विशेष महत्व होता है। नवमी तिथि विशेष रूप से शक्ति साधना के लिए शुभ मानी जाती है।
नक्षत्र विवरण
- मूल नक्षत्र रात्रि 10:59 बजे तक रहेगा, उसके बाद पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र शुरू होगा।
- मूल नक्षत्र में पैदा हुए जातकों को विशेष रूप से सतर्क रहने की सलाह दी जाती है। पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र ज्ञान और शिक्षा से जुड़ा हुआ होता है।
आज का योग
- व्यतिपात योग दोपहर 2:47 बजे तक रहेगा।
- इसके बाद वारियान योग आरंभ होगा, जो सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाने वाला योग है।
ग्रहों की स्थिति
- चंद्रमा धनु राशि में स्थित रहेंगे।
- सूर्य मीन राशि में रहेंगे और उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र में स्थित होंगे।
शुभ मुहूर्त (Shubh Muhurat)
यदि आप किसी विशेष कार्य की योजना बना रहे हैं, तो शुभ मुहूर्त का ध्यान रखना आवश्यक है।
- अभिजीत मुहूर्त – प्रातः 11:35 से दोपहर 12:24 तक
- इस समय कोई भी नया कार्य, यात्रा, व्यापार, या शुभ कार्य प्रारंभ करना उत्तम रहेगा।
अशुभ समय (Ashubh Muhurat)
राहुकाल, यमगंड काल और गुलिक काल
- राहुकाल – सुबह 8:59 से 10:29 तक (इस दौरान कोई शुभ कार्य न करें)
- यमगंड काल – दोपहर 1:30 से 3:00 तक (इस समय यात्रा या नया कार्य टालें)
- गुलिक काल – सुबह 5:59 से 7:29 तक (इस समय किसी भी नए कार्य को प्रारंभ न करें)
शनिवार का ज्योतिषीय महत्व
शनिवार को शनि देव की पूजा करने से जीवन में आने वाली बाधाओं को दूर किया जा सकता है। इस दिन विशेष रूप से निम्न उपाय करने से लाभ प्राप्त हो सकता है:
- पीपल के वृक्ष की पूजा करें और उसमें जल अर्पित करें।
- शनि चालीसा का पाठ करें और शनि मंत्र “ॐ शं शनैश्चराय नमः” का जाप करें।
- काले तिल, सरसों का तेल और उड़द दाल का दान करें, इससे शनि देव प्रसन्न होते हैं।
- गरीबों को भोजन कराएं और पक्षियों को दाना डालें।
आज के दिन कौन से कार्य करें और कौन से नहीं?
शुभ कार्य:
- नया व्यापार शुरू करना (अभिजीत मुहूर्त में)
- गृह प्रवेश, वाहन खरीदारी, विवाह से जुड़े कार्य
- सत्कर्म, दान-पुण्य और पूजा-पाठ
अशुभ कार्य:
- राहुकाल और यमगंड काल में कोई भी नया कार्य शुरू न करें।
- इस दिन उधार लेने और देने से बचें।
- अधिक गुस्सा करने और क्रोध करने से बचें।
22 मार्च 2025 का पंचांग शुभ कार्यों की योजना बनाने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह दिन शक्ति साधना, दान-पुण्य और आध्यात्मिक साधना के लिए उत्तम है। यदि आप इस दिन कोई नया कार्य करना चाहते हैं, तो अभिजीत मुहूर्त का ध्यान रखें और राहुकाल से बचें।