12 अप्रैल 2025 का पंचांग: हनुमान जयंती, चैत्र पूर्णिमा व्रत और शुभ मुहूर्त

चैत्र पूर्णिमा 2025: हनुमान जयंती, सत्यनारायण व्रत और आज का पंचांग
दिनांक: 12 अप्रैल 2025, वार: शनिवार
पक्ष: चैत्र शुक्ल पक्ष
स्थान: भारत के प्रमुख शहरों के अनुसार (सामान्य पंचांग)
आज का दिन हिंदू धर्म की आस्था और भक्ति के दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि आज चैत्र पूर्णिमा है और इसी दिन श्री हनुमान जी का जन्मोत्सव, अर्थात हनुमान जयंती भी मनाई जाती है। साथ ही इस शुभ दिन पर सत्यनारायण भगवान की पूजा और कथा का आयोजन भी बड़े पैमाने पर किया जाता है।
12 अप्रैल 2025 का पंचांग
- तिथि: पूर्णिमा तिथि – रात्रि 4:27 बजे तक, इसके बाद प्रतिपदा तिथि आरंभ
- नक्षत्र: हस्त नक्षत्र – शाम 5:13 बजे तक, फिर चित्रा नक्षत्र
- योग: व्याघात योग – रात्रि 7:56 बजे तक, फिर हर्षण योग
- चंद्र राशि: कन्या
- सूर्य नक्षत्र: रेवती
- सूर्य राशि: मीन
- सूर्योदय: प्रातः 5:44 बजे
- सूर्यास्त: सायं 6:16 बजे
शुभ मुहूर्त व अशुभ काल
- अभिजीत मुहूर्त: प्रातः 11:34 बजे से दोपहर 12:25 बजे तक (विशेष कार्यों के लिए श्रेष्ठ समय)
- राहुकाल: प्रातः 8:52 बजे से 10:26 बजे तक (कोई भी शुभ कार्य न करें)
- यमगंड काल: दोपहर 1:34 से 3:08 बजे तक
- गुलिक काल: प्रातः 5:44 बजे से 7:18 बजे तक
चैत्र पूर्णिमा का धार्मिक महत्व
चैत्र माह की पूर्णिमा तिथि का विशेष धार्मिक महत्व है। इस दिन व्रत, दान और पूजा-पाठ करने से पापों का नाश होता है और पुण्य की प्राप्ति होती है। इस दिन कई श्रद्धालु श्री सत्यनारायण व्रत कथा का आयोजन अपने घरों में करते हैं और प्रसाद वितरण करते हैं।
हनुमान जयंती – बजरंगबली का जन्मदिवस
चैत्र पूर्णिमा के दिन ही अंजनिपुत्र श्री हनुमान जी का जन्म हुआ था। इस दिन भक्तजन व्रत रखते हैं, हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं और मंदिरों में जाकर दर्शन करते हैं। ऐसा माना जाता है कि आज के दिन श्री हनुमान जी की उपासना करने से शनि दोष, भूत-प्रेत बाधा और कष्टों का नाश होता है।
क्या करें आज के दिन?
- प्रातः काल स्नान कर व्रत का संकल्प लें।
- श्री हनुमान जी को सिंदूर, चमेली का तेल, गुड़-चना चढ़ाएं।
- हनुमान चालीसा, सुंदरकांड या रामायण का पाठ करें।
- सत्यनारायण व्रत कथा का आयोजन करें और प्रसाद वितरित करें।
- जरूरतमंदों को वस्त्र, अन्न, धन का दान करें।
- रात्रि में चंद्रमा को अर्घ्य देकर पूजन करें।