भारतीय ज्योतिष में शुभ कार्यों को करने के लिए सही समय चुनना अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। पंचांग में कई प्रकार के मुहूर्त होते हैं, लेकिन उनमें से एक विशेष मुहूर्त है जिसे अभिजीत मुहूर्त कहा जाता है। यह मुहूर्त बिना किसी पंचांग के देखे भी शुभ माना जाता है और इसे सर्वसिद्धि मुहूर्त के रूप में जाना जाता है। इस लेख में हम अभिजीत मुहूर्त के महत्व, गणना, लाभ, उपयोग और उससे जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण जानकारियों पर विस्तार से चर्चा करेंगे।

🕉️ अभिजीत मुहूर्त कैलकुलेटर
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अभिजीत मुहूर्त क्या है?
अभिजीत मुहूर्त एक अत्यंत शुभ समय होता है, जो प्रतिदिन 24 घंटे में कुछ समय के लिए आता है। यह समय बिना किसी विशेष तिथि या योग को देखे ही शुभ कार्यों के लिए उपयुक्त होता है। इसे भगवान श्रीराम और श्रीकृष्ण द्वारा भी अपनाया गया था, इसलिए यह अत्यधिक प्रभावशाली और शुभ माना जाता है।
अभिजीत मुहूर्त दोपहर के समय आता है और इसे दिन का विजय काल भी कहा जाता है। यह सूर्य के उदय और अस्त के बीच मध्य बिंदु से कुछ समय पहले और बाद तक रहता है।
अभिजीत मुहूर्त की गणना कैसे करें?
अभिजीत मुहूर्त की गणना दिन की कुल अवधि को देखकर की जाती है। यह समय सूर्योदय और सूर्यास्त के बीच का मध्यकाल होता है। इसकी गणना इस प्रकार की जाती है:
- सबसे पहले, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय जानें।
- इन दोनों समयों के बीच के कुल घंटों की गणना करें।
- इस कुल समय को दो भागों में विभाजित करें (यह दोपहर का मध्य समय होगा)।
- मध्य बिंदु से लगभग 24 मिनट पहले और 24 मिनट बाद तक का समय अभिजीत मुहूर्त कहलाता है।
उदाहरण:
मान लीजिए किसी स्थान पर सूर्योदय सुबह 6:00 बजे और सूर्यास्त शाम 6:00 बजे हो रहा है।
- दिन की कुल अवधि = 12 घंटे
- मध्य बिंदु = 12:00 बजे (दोपहर)
- अभिजीत मुहूर्त = 11:36 बजे से 12:24 बजे तक (लगभग 48 मिनट)
यह समय हर दिन स्थान के अनुसार बदलता रहता है, इसलिए सही गणना के लिए पंचांग या ज्योतिषीय सॉफ्टवेयर की मदद लेनी चाहिए।
अभिजीत मुहूर्त का महत्व
अभिजीत मुहूर्त को अत्यधिक शुभ इसलिए माना जाता है क्योंकि यह दिन का वह समय होता है जब सूर्य सबसे प्रभावशाली स्थिति में होता है। भारतीय ज्योतिष में सूर्य आत्मा, शक्ति और सफलता का कारक है।
अभिजीत मुहूर्त के लाभ:
- शुभ कार्यों के लिए उपयुक्त: विवाह, गृह प्रवेश, नामकरण, व्यापार प्रारंभ आदि कार्य इस समय किए जा सकते हैं।
- बाधाओं का नाश: इस मुहूर्त में किए गए कार्य में किसी प्रकार की बाधा नहीं आती।
- मंत्र सिद्धि का समय: इस समय जप, ध्यान और पूजा करना विशेष फलदायी होता है।
- युद्ध में विजय: प्राचीन काल में राजा-महाराजा इसी मुहूर्त में युद्ध के लिए निकलते थे, जिससे उनकी विजय निश्चित मानी जाती थी।
- बिना पंचांग देखे शुभ: यदि किसी कारणवश अन्य मुहूर्त नहीं मिल पा रहा है, तो अभिजीत मुहूर्त का उपयोग किया जा सकता है।
अभिजीत मुहूर्त में किए जाने वाले कार्य
- व्यवसाय या नौकरी से संबंधित निर्णय लेना
- नई चीजों की खरीदारी करना
- किसी नए कार्य की शुरुआत करना
- विवाह, गृह प्रवेश, नामकरण संस्कार आदि कार्य करना
- महत्वपूर्ण यात्रा की शुरुआत
- संपत्ति या वाहन खरीदना
- धार्मिक अनुष्ठान और पूजा-पाठ करना
कौन-कौन से कार्य इस मुहूर्त में नहीं करने चाहिए?
- अंतिम संस्कार (अंत्येष्टि)
- किसी नकारात्मक या अनैतिक कार्य की योजना
- चोरी, धोखाधड़ी या किसी को नुकसान पहुंचाने की योजना
अभिजीत मुहूर्त और अन्य शुभ मुहूर्तों में अंतर
विशेषता | अभिजीत मुहूर्त | अन्य शुभ मुहूर्त (लग्न, नक्षत्र आदि) |
---|---|---|
समय | प्रतिदिन दोपहर में | विशेष तिथियों और योगों पर |
गणना | सूर्योदय और सूर्यास्त के मध्य | पंचांग और ग्रहों की स्थिति के अनुसार |
बाधाओं का प्रभाव | नहीं होता | ग्रहों की स्थिति पर निर्भर करता है |
उपयोग | बिना पंचांग देखे भी किया जा सकता है | विशेष गणना और ज्योतिषी की सलाह आवश्यक |
अभिजीत मुहूर्त से जुड़ी पौराणिक मान्यताएँ
- भगवान राम और रावण युद्ध: जब भगवान राम ने लंका पर चढ़ाई की थी, तब उन्होंने अभिजीत मुहूर्त में ही रावण पर विजय प्राप्त की थी।
- श्रीकृष्ण का मार्गदर्शन: महाभारत में श्रीकृष्ण ने अर्जुन को बताया कि यदि कोई विशेष मुहूर्त न मिले तो अभिजीत मुहूर्त में कार्य करने से सफलता निश्चित होती है।
अभिजीत मुहूर्त भारतीय ज्योतिष का एक अद्भुत वरदान है। यह हर दिन आता है और इसे किसी भी शुभ कार्य के लिए अपनाया जा सकता है। यदि किसी विशेष मुहूर्त की उपलब्धता न हो, तो अभिजीत मुहूर्त का सहारा लिया जा सकता है। यह एक ऐसा समय है जब सकारात्मक ऊर्जा अपने चरम पर होती है और कार्यों में सफलता की संभावनाएँ बढ़ जाती हैं।
इसलिए, यदि आप किसी नए कार्य की शुरुआत करना चाहते हैं, लेकिन कोई विशेष मुहूर्त नहीं मिल रहा है, तो अभिजीत मुहूर्त को अपनाएँ और सफलता प्राप्त करें!