अमृत सिद्धि योग कब है 2025 | अमृत सिद्धि योग महत्त्व और कैसे बनता है | Amrit Siddhi Yoga muhurat
आज हम अमृत सिद्धि योग के बारे में जानेंगे। अमृत सिद्धि योग को सिद्ध योग भी कहा जाता है। अमृत सिद्धि योग एक ऐसा योग होता है। जिसमें कोई भी कार्य किया जा सकता है। अगर आपको अमृत सिद्धि योग के बारे में जानना है। तो यहां पर नीचे अमृत सिद्धि योग के बारे में विस्तार से बताया गया है। जिससे आप अमृत सिद्धि योग के बारे में जान सकते हैं।
अमृत सिद्धि योग के बारे में जान लेने से आप को अपने दैनिक कार्य करने में काफी सुगमता हो सकता है। अगर आप को ज्योतिष का ज्ञान नहीं है। तो आप अपना कोई भी कार्य अमृत सिद्धि योग में प्रारंभ कर सकते हैं। जैसा कि नाम से ही स्पष्ट हो जाता है। कि इस योग में किया गया कार्य सिद्ध हो जाएगा।
अमृत सिद्धि योग ऐसा योग है। जो कि प्रत्येक माह में काफी कम बनता है। इसलिए इस योग की महानता और बढ़ जाता है।
अमृत सिद्धि जनवरी 2025
प्रारंभ | समाप्त |
---|---|
दिनांक – 7 जनवरी 2025 वार – मंगलवार समय – शाम 5:57 से | दिनांक – 8 जनवरी 2025 वार – बुधवार समय – सुबह 6:45 तक |
दिनांक – 11 जनवरी 2025 वार – शनिवार समय – सुबह 6:44 से | दिनांक – 11 जनवरी 2025 वार – शनिवार समय – दोपहर 12:00 तक |
दिनांक – 19 जनवरी 2025 वार – रविवार समय – शाम 5:10 से | दिनांक – 20 जनवरी 2025 वार – सोमवार समय – सुबह 6:40 तक |
अमृत सिद्धि फरवरी 2025
दिनांक | वार | समय |
---|---|---|
4 फरवरी 2025 | मंगलवार | सुबह 6:32 से मध्य रात्रि 12:20 तक |
16 फरवरी 2025 | रविवार | सुबह 6:24 से मध्य रात्रि 2:46 तक |
अमृत सिद्धि मार्च 2025
दिनांक | वार | समय |
---|---|---|
4 मार्च 2025 | मंगलवार | सुबह 6:12 से सुबह 8:24 तक |
16 मार्च 2025 | रविवार | सुबह 6:30 से सुबह 9:57 तक |
19 मार्च 2025 | बुधवार | शाम 5:37 से अगली सुबह 6:01 तक |
अमृत सिद्धि योग कैसे बनता है?
अमृत सिद्धि योग वार और नक्षत्र के मिलने से बनता है। यहां पर कौन सा वार किस नक्षत्र में पड़ेगा, तो अमृत सिद्धि योग का निर्माण होगा। इसके बारे में बताया जा रहा है।
रविवार – हस्त नक्षत्र
सोमवार – मृगशिरा नक्षत्र
मंगलवार – अश्विनी नक्षत्र
बुधवार – अनुराधा नक्षत्र
गुरुवार – पुष्य नक्षत्र
शुक्रवार – रेवती नक्षत्र
शनिवार – रोहिणी नक्षत्र
ऊपर बताए गए वार और नक्षत्र एक साथ मिलते हैं। तो अमृत सिद्धि योग का निर्माण होता है।