अप्रैल 2025 व्रत त्योहार सूची | सभी तिथियाँ, महत्व व पूजा विधि
अप्रैल 2025 के सभी व्रत और त्योहारों की पूरी सूची, तिथियाँ, शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व जानें। रामनवमी, हनुमान जयंती, अक्षय तृतीया सहित सभी पर्व।

अप्रैल 2025 में आने वाले व्रत एवं त्योहारों की सूची
1 अप्रैल (मंगलवार)
- वैनायकी गणेश चतुर्थी व्रत – इस दिन भगवान गणेश की विशेष पूजा की जाती है।
- सरहुल (बिहार का पर्व) – यह प्रकृति पूजा से जुड़ा त्योहार है, जो झारखंड और बिहार में आदिवासी समुदाय द्वारा मनाया जाता है।
- सौभाग्य सुंदरी तीज व्रत – इस दिन महिलाएँ अपने पति की दीर्घायु के लिए व्रत रखती हैं।
- मूर्ख दिवस (अप्रैल फूल डे) – यह दिन हल्के-फुल्के मज़ाक और हंसी-मजाक के लिए जाना जाता है।
3 अप्रैल (गुरुवार)
- स्कंद षष्ठी व्रत – भगवान कार्तिकेय को समर्पित यह व्रत विशेष रूप से दक्षिण भारत में मनाया जाता है।
- सूर्य षष्ठी व्रत (बिहार) – सूर्य देव को समर्पित यह व्रत बिहार में श्रद्धा के साथ मनाया जाता है।
4 अप्रैल (शुक्रवार)
- अन्नपूर्णा परिक्रमा प्रारंभ – देवी अन्नपूर्णा की विशेष पूजा और परिक्रमा इस दिन से आरंभ होती है।
- शुभ मुहूर्त: रात 1:21 बजे से
5 अप्रैल (शनिवार)
- महाष्टमी व्रत – दुर्गा पूजा के आठवें दिन माता दुर्गा की पूजा की जाती है।
- महानिशा पूजा – देवी दुर्गा की रात्रि में विशेष आराधना की जाती है।
- अन्नपूर्णा परिक्रमा रात्रि
- समाप्ति समय: रात्रि 12:05 तक
6 अप्रैल (रविवार)
- महानवमी व्रत – नवरात्रि की नवमी तिथि को देवी सिद्धिदात्री की पूजा होती है।
- दुर्गा नवमी – इस दिन कन्या पूजन और हवन का विशेष महत्व है।
- श्रीराम नवमी व्रत – भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव के रूप में यह पर्व मनाया जाता है।
7 अप्रैल (सोमवार)
- नवरात्र व्रत पारण – नवरात्रि उपवास समाप्त करने का शुभ दिन।
8 अप्रैल (मंगलवार)
- कामदा एकादशी व्रत – सभी प्रकार के पापों से मुक्ति पाने के लिए इस एकादशी का व्रत रखा जाता है।
10 अप्रैल (गुरुवार)
- प्रदोष व्रत – भगवान शिव की विशेष पूजा इस दिन की जाती है।
- अनंग त्रयोदशी (जैन पर्व) – जैन धर्म में यह तिथि विशेष रूप से मनाई जाती है।
- महावीर जयंती (जैन धर्म का प्रमुख पर्व) – भगवान महावीर के जन्मदिन के रूप में यह पर्व अत्यंत धूमधाम से मनाया जाता है।
12 अप्रैल (शनिवार)
- चैत्र पूर्णिमा स्नान-दान व्रत – इस दिन गंगा स्नान और दान-पुण्य का विशेष महत्व होता है।
- हनुमान जयंती – बजरंग बली के जन्मोत्सव के रूप में यह दिन मनाया जाता है।
13 अप्रैल (रविवार)
- वैशाख स्नान-दान आरंभ – वैशाख मास में पवित्र नदियों में स्नान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है।
- अश्विनी-मेष संक्रांति
- संक्रांति काल: रात्रि 5:29 बजे
14 अप्रैल (सोमवार)
- मेष सतुआ संक्रांति – इस दिन सतुआ खाने और दान करने की परंपरा है।
- खरमास समाप्त – मांगलिक कार्य पुनः आरंभ होने का शुभ समय।
16 अप्रैल (बुधवार)
- संकष्टी गणेश चतुर्थी व्रत – यह व्रत गणेश भगवान की कृपा पाने के लिए रखा जाता है।
- शुभ मुहूर्त: रात्रि 9:27 बजे
18 अप्रैल (शुक्रवार)
- गुड फ्राइडे – ईसाई धर्म का महत्वपूर्ण पर्व, इस दिन प्रभु यीशु को श्रद्धांजलि दी जाती है।
21 अप्रैल (सोमवार)
- शीतलाष्टमी व्रत – माता शीतला की पूजा और व्रत इस दिन रखा जाता है।
24 अप्रैल (गुरुवार)
- वरुथिनी एकादशी व्रत – भगवान विष्णु को समर्पित यह व्रत मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए रखा जाता है।
25 अप्रैल (शुक्रवार)
- प्रदोष व्रत – शिव पूजा के लिए महत्वपूर्ण दिन।
26 अप्रैल (शनिवार)
- मास शिवरात्रि व्रत – हर महीने की कृष्ण पक्ष चतुर्दशी को भगवान शिव की पूजा होती है।
27 अप्रैल (रविवार)
- स्नान-श्राद्ध की अमावस्या – पितरों को तर्पण और स्नान का महत्व।
- भरणी नक्षत्र में सूर्य संक्रांति
- समय: रात्रि 9:45 बजे
29 अप्रैल (मंगलवार)
- चंद्रदर्शन – इस दिन चंद्रमा के दर्शन शुभ माने जाते हैं।
- परशुराम जयंती – भगवान परशुराम के जन्मदिवस पर विशेष पूजन किया जाता है।
30 अप्रैल (बुधवार)
- अक्षय तृतीया व्रत – यह सबसे शुभ दिन माना जाता है, जब किए गए दान और पुण्य का कभी क्षय नहीं होता।
अप्रैल 2025 व्रत और त्योहारों से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
1. अप्रैल 2025 में कौन-कौन से प्रमुख व्रत और त्योहार हैं?
उत्तर: अप्रैल 2025 में रामनवमी, हनुमान जयंती, अक्षय तृतीया, महावीर जयंती, चैत्र पूर्णिमा, संकष्टी गणेश चतुर्थी, प्रदोष व्रत, मास शिवरात्रि सहित कई महत्वपूर्ण व्रत और त्योहार मनाए जाएंगे।
2. रामनवमी 2025 कब है?
उत्तर: रामनवमी 6 अप्रैल 2025 (रविवार) को मनाई जाएगी। इस दिन भगवान श्रीराम का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जाता है।
3. हनुमान जयंती 2025 किस तिथि को मनाई जाएगी?
उत्तर: हनुमान जयंती 12 अप्रैल 2025 (शनिवार) को मनाई जाएगी। इस दिन बजरंग बली की पूजा-अर्चना करने से सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है।
4. अक्षय तृतीया 2025 कब है और इसका क्या महत्व है?
उत्तर: अक्षय तृतीया 30 अप्रैल 2025 (बुधवार) को है। इस दिन किए गए दान और पूजा का कभी क्षय नहीं होता। इसे विवाह और नए कार्यों की शुरुआत के लिए सबसे शुभ दिन माना जाता है।
5. चैत्र पूर्णिमा 2025 किस दिन है और इस दिन क्या करें?
उत्तर: चैत्र पूर्णिमा 12 अप्रैल 2025 (शनिवार) को है। इस दिन गंगा स्नान, हवन, दान और सत्यनारायण भगवान की कथा का विशेष महत्व होता है।
6. महावीर जयंती 2025 कब मनाई जाएगी?
उत्तर: महावीर जयंती 10 अप्रैल 2025 (गुरुवार) को है। यह जैन धर्म का सबसे पवित्र पर्व है, जिसमें भगवान महावीर की जयंती मनाई जाती है।
7. अप्रैल 2025 में कौन-कौन सी एकादशी आएंगी?
उत्तर:
- कामदा एकादशी – 8 अप्रैल 2025 (मंगलवार)
- वरुथिनी एकादशी – 24 अप्रैल 2025 (गुरुवार)
8. प्रदोष व्रत 2025 में कब-कब है?
उत्तर:
- 10 अप्रैल (गुरुवार) – प्रदोष व्रत
- 25 अप्रैल (शुक्रवार) – प्रदोष व्रत
9. अप्रैल 2025 में कौन सी संक्रांति है?
उत्तर:
- मेष संक्रांति (अश्विनी-मेष संक्रांति) – 13 अप्रैल 2025 (रविवार)
- मेष सतुआ संक्रांति – 14 अप्रैल 2025 (सोमवार)
10. अप्रैल 2025 में कौन-कौन से विशेष दान करने चाहिए?
उत्तर:
- चैत्र पूर्णिमा पर – अन्न, वस्त्र, जल का दान
- अक्षय तृतीया पर – सोना-चांदी, भूमि, गौदान
- रामनवमी पर – अन्नदान, वस्त्रदान, श्रीरामचरितमानस का पाठ
- हनुमान जयंती पर – चोला अर्पण, सिंदूर, गुड़-चने का भोग
नोट: इन व्रतों और त्योहारों को पूरी श्रद्धा और विधि-विधान से करने से आपको विशेष पुण्य प्राप्त होगा। यदि आपको यह जानकारी उपयोगी लगी तो इसे शेयर करें और अपने प्रियजनों तक पहुँचाएँ!