बाल और नाखून काटने का शुभ दिन कौन सा है? किस दिन बाल और नाखून को काटना चाहिए?
हिंदू धर्म में बाल और नाखून काटने के लिए भी शुभ समय बतलाया गया है। इन्हीं शुभ समय में ही बाल और नाखून को काटना चाहिए। मुहूर्त चिंतामणि मे नाखून और बाल काटने के लिए मुहूर्त भी बतलाए गए हैं। जिसमें आप बाल और नाखून काटेंगे।

दैनिक जीवन में हजामत करने के विचार
लेकिन इसके बारे में हम नीचे बात करेंगे। क्योंकि पहले हम दैनिक जीवन में हजामत करने वालों के लिए बात कर लेते हैं। किन-किन समयओं में हजामत अर्थात नाखून और बाल नहीं काटना चाहिए? अब हम इसके बारे में विस्तार से जानेंगे।
• दैनिक जीवन में हजामत मंगलवार, शनिवार और रविवार को नहीं करना चाहिए।
• पिछले जिस दिन आपने बाल और नाखून कटवाया था। उससे ठीक नवें दिन को छोड़ दें।
• वही संध्याकाल अर्थात प्रातः और सायं काल में भी हजामत नहीं करना चाहिए।
• अगर संभव हो तो रिक्ता तिथि (4,9,14) अर्थात चतुर्थी, नवमी और चतुर्दशी को भी हजामत नहीं करने चाहिए।
• पर्व की तिथि पर भी हजामत नहीं करना चाहिए। पर्व से पहले आप हजामत कर लें।
• नंगे पैर या नंगी जमीन पर बैठकर हजामत नहीं करना चाहिए।
• यात्रा शुरू करने से ठीक पहले हजामत नहीं करना चाहिए। इसके लिए आप पहले से ही हजामत कर ले।
• नहाने के बाद भी हजामत नहीं करना चाहिए। नहाने से पहले ही हजामत करें।
• शरीर पर तेल मालिश करने के बाद हजामत नहीं करना चाहिए।
• खाना खाने के बाद हजामत नहीं करना चाहिए।
प्रतिदिन हजामत करने के विचार
अब हम बात करने जा रहे हैं कि, जो व्यक्ति प्रतिदिन हजामत करता है। उसके लिए कौन-कौन सी बातें विचारणीय है। क्या उस व्यक्ति को भी ऊपर बताए गए निषेध बातों का ध्यान रखना चाहिए या नहीं।
तो इसका जवाब है की, ऊपर बताए गए निषेध बातों का विचार प्रतिदिन हजामत करने वालों के लिए नहीं होता है। हां अगर संभव हो तब आप यात्रा करने से पहले, नहाने से पहले, भोजन करने से पहले या भोजन करने के कुछ समय बाद या नहाने के कुछ समय बाद हजामत, शनिवार मंगलवार और रविवार में भी इनकी होरा को छोड़कर हजामत कर सकते हैं।
लेकिन वही अगर यज्ञ, विवाह, मृत्यु, जनेऊ आदि में ब्राम्हण की आज्ञा से बिना किसी दिन शुद्धि के भी आप हजामत कर सकते हैं।
शास्त्र अनुसार हजामत करने के विचार
अब हम हिंदू धर्म के परंपरागत बाल और नाखून काटने के बारे में बदला ने जा रहे हैं। लेकिन यह केवल उन्हीं लोगों के लिए है। जो प्रतिदिन बाल और नाखून नहीं काटते हैं। अर्थात कहने का अर्थ है कि, जो लोग साधु, सन्यासी की तरह अपना जीवन व्यतीत करते हैं। उनके लिए ही यह बतलाया जा रहा है।
अन्यथा आम जन जीवन में जीने वाले लोगों के लिए यह कर पाना मुमकिन नहीं है। क्योंकि उनको आए दिन किसी न किसी कार्य से या किसी अन्य वजहों से भी नाखून और बाल को काटना रहता है।
अगर आप हिंदू धर्म के परंपरा अनुसार बाल और नाखून को काटना चाहते हैं। तो उसके लिए हम आपको यहां पर शुभ तिथि, वार, नक्षत्र और लग्न आदि के बारे में बतला दे रहे हैं। जिसमें आप अपना नाखून या बाल काट सकते हैं।
बाल और नाखून काटने का शुभ नक्षत्र कौन-कौन से हैं?
बाल और नाखून काटने के लिए सबसे उत्तम नक्षत्र ज्येष्ठा, मृगशिरा, रेवती, चित्रा, हस्त, अश्विनी, पुष्य, अभिजीत, स्वाति, पुनर्वसु, श्रवण, धनिष्ठा और शतभिषा को माना गया है। इन्हीं नक्षत्रों में बाल और नाखून काटना चाहिए।
बाल और नाखून काटने के लिए शुभ वार कौन-कौन से हैं?
बाल और नाखून काटने के लिए शुभ वार सोमवार, बुधवार, बृहस्पतिवार और शुक्रवार को माना गया है।
बाल और नाखून काटने के लिए शुभ तिथियां कौन-कौन सी हैं?
बाल और नाखून काटने के लिए सबसे उत्तम तिथि द्वितीया, तृतीया, पंचमी, सप्तमी, दशमी, एकादशी और त्रयोदशी को माना गया है। इन्हीं तिथियों में बाल और नाखून काटने चाहिए।
बाल और नाखून काटने के लिए शुभ लग्न कौन कौन से हैं?
बाल और नाखून काटने के लिए सबसे उत्तम लग्न वृषभ, मिथुन, कर्क, कन्या, धनु और मीन है।