आज का पंचांग 28 फरवरी 2025 | शुभ मुहूर्त, राहुकाल और तिथि विवरण
फरवरी 2025 का अंतिम दिन और शुक्रवार का दिन, ज्योतिष और धार्मिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है। इस दिन फाल्गुन अमावस्या है, जिसे स्नान-दान और पितृ तर्पण के लिए शुभ माना जाता है। इस दिन विभिन्न शुभ योग भी बन रहे हैं, जो पूजा-पाठ और धार्मिक कार्यों के लिए उत्तम हैं। इस लेख में हम 28 फरवरी 2025 के पंचांग, शुभ मुहूर्त, राहुकाल, चंद्र-नक्षत्र, और इस दिन के विशेष महत्व के बारे में विस्तार से जानेंगे।

28 फरवरी 2025 का पंचांग
विवरण | समय/जानकारी |
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दिनांक | 28 फरवरी 2025 (शुक्रवार) |
पक्ष | फाल्गुन कृष्ण पक्ष |
तिथि | अमावस्या (पूरे दिन) |
सूर्योदय | प्रातः 6:15 बजे |
सूर्यास्त | शाम 5:45 बजे |
चंद्रमा की स्थिति | कुंभ राशि में |
सूर्य की स्थिति | मीन राशि में |
नक्षत्र | शतभिषा नक्षत्र (दोपहर 2:30 तक), फिर पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र |
योग | सिद्ध योग (रात्रि 9:25 तक), फिर साध्य योग |
राहुकाल | सुबह 10:33 से दोपहर 12:00 तक |
यमगंड काल | दोपहर 2:52 से शाम 4:18 तक |
गुलिक काल | सुबह 7:41 से सुबह 9:07 तक |
अभिजीत मुहूर्त | सुबह 11:37 से दोपहर 12:22 तक |
अमावस्या का महत्व (स्नान-दान अमावस्या)
28 फरवरी 2025 को फाल्गुन अमावस्या का पावन दिन है, जो हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है। इस दिन पवित्र नदियों में स्नान, दान और पितृ तर्पण करना अत्यंत पुण्यदायी माना जाता है।
अमावस्या पर करने योग्य कार्य:
- स्नान-दान: गंगा, यमुना, नर्मदा या किसी भी पवित्र नदी में स्नान करने से पुण्य फल मिलता है।
- पितृ तर्पण: पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए तर्पण करना शुभ होता है।
- दान-पुण्य: इस दिन गरीबों को भोजन, वस्त्र और दक्षिणा दान करने से पितरों की कृपा प्राप्त होती है।
- विशेष पूजा: इस दिन भगवान शिव, विष्णु और सूर्य देव की पूजा करने से विशेष लाभ मिलता है।
चंद्र-नक्षत्र और राशि प्रभाव
- चंद्रमा की स्थिति: चंद्रमा कुंभ राशि में रहेंगे, जो मन को स्थिर बनाए रखेगा।
- नक्षत्र:
- सुबह 2:30 बजे तक शतभिषा नक्षत्र रहेगा, जो शोध, नवाचार और आध्यात्मिक गतिविधियों के लिए शुभ होता है।
- इसके बाद पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र शुरू होगा, जो तांत्रिक साधना और गूढ़ विद्याओं के लिए शुभ है।
राशियों पर प्रभाव:
- मेष, सिंह, और वृश्चिक राशि वालों के लिए: यह दिन धन लाभ और करियर में उन्नति के लिए शुभ रहेगा।
- मिथुन, तुला, और कुंभ राशि वालों के लिए: मानसिक शांति और आध्यात्मिक उन्नति का समय है।
- वृषभ, कन्या, और मकर राशि वालों के लिए: नए कार्यों की शुरुआत के लिए अच्छा समय है।
- कर्क, धनु, और मीन राशि वालों के लिए: पुराने विवाद सुलझ सकते हैं, यात्रा में लाभ होगा।
शुभ मुहूर्त और राहुकाल
शुभ कार्यों के लिए उत्तम समय:
- अभिजीत मुहूर्त: सुबह 11:37 से दोपहर 12:22 तक (शुभ कार्यों के लिए आदर्श समय)
- गोधूलि मुहूर्त: शाम 5:30 से 6:00 बजे तक (पूजा और दान के लिए श्रेष्ठ)
अशुभ समय (राहुकाल, यमगंड, गुलिक काल):
इन समयों में शुभ कार्य करने से बचना चाहिए:
- राहुकाल: सुबह 10:33 से दोपहर 12:00 तक
- यमगंड काल: दोपहर 2:52 से शाम 4:18 तक
- गुलिक काल: सुबह 7:41 से सुबह 9:07 तक
सूर्य और चंद्र ग्रहों की स्थिति
- सूर्य: मीन राशि में शतभिषा नक्षत्र में स्थित रहेगा।
- चंद्रमा: कुंभ राशि में स्थित रहेगा, जो नए विचारों और निर्णयों में सहायता करेगा।
सूर्य-चंद्र की यह स्थिति किसके लिए शुभ है?
- मीन, वृश्चिक और कर्क राशि वालों के लिए विशेष लाभकारी
- व्यापार और नौकरी में नई संभावनाओं के द्वार खुल सकते हैं।
- विद्यार्थियों के लिए भी यह दिन शुभ रहेगा।
अमावस्या पर विशेष उपाय और टोटके
आर्थिक समृद्धि के लिए:
- पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं।
- चांदी का सिक्का या चावल का दान करें।
पितृ दोष निवारण के लिए:
- गंगाजल या तिल के जल से पितरों का तर्पण करें।
- गरीबों को अन्न और वस्त्र दान करें।
नकारात्मक ऊर्जा से बचाव:
- घर में गौमूत्र या गंगाजल का छिड़काव करें।
- हनुमान चालीसा और महामृत्युंजय मंत्र का पाठ करें।
28 फरवरी 2025 का दिन धार्मिक, ज्योतिषीय और आध्यात्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है। फाल्गुन अमावस्या पर स्नान, दान और पितृ तर्पण करने से विशेष पुण्य प्राप्त होता है। शुभ योगों के कारण यह दिन आध्यात्मिक उन्नति और कार्य सिद्धि के लिए भी उत्तम है। यदि आप इस दिन उचित उपाय और पूजन विधियों का पालन करेंगे, तो आपको सकारात्मक ऊर्जा और भाग्य का साथ अवश्य मिलेगा।
भगवान की कृपा से आपका दिन मंगलमय हो!