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दुकान का काउंटर किस दिशा में हो? वास्तु शास्त्र के अनुसार | दुकान का काउंटर किस दिशा में होना चाहिए

वास्तु शास्त्र केवल घरों तक ही सीमित नहीं है, यह व्यवसायिक स्थलों जैसे दुकान, ऑफिस, शोरूम आदि के लिए भी उतना ही महत्वपूर्ण है। एक व्यापारी के लिए दुकान का काउंटर किसी मंदिर की वेदी जैसा स्थान होता है, जहां से उसकी पूरी व्यवसायिक गतिविधि संचालित होती है। अतः काउंटर की दिशा वास्तु के अनुसार निश्चित करना अत्यंत आवश्यक है।

दुकान का काउंटर किस दिशा में हो
दुकान का काउंटर किस दिशा में हो

वास्तु शास्त्र में दिशा का महत्व

वास्तु शास्त्र के अनुसार दिशाएं केवल स्थान-निर्धारण नहीं करतीं, बल्कि ऊर्जा का प्रवाह भी नियंत्रित करती हैं। यदि दुकान में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा, तो व्यवसाय में उन्नति निश्चित है। यही कारण है कि दुकान के काउंटर की दिशा पर विशेष ध्यान देना चाहिए।

दुकान के काउंटर की सही दिशा क्या होनी चाहिए?

1. दुकानदार को किस दिशा में मुख करके बैठना चाहिए?

  • वास्तु के अनुसार दुकानदार को उत्तर (North) या पूर्व (East) दिशा की ओर मुख करके बैठना चाहिए।
  • इन दिशाओं को धन और सकारात्मक ऊर्जा की दिशा माना गया है।
  • उत्तर दिशा कुबेर की दिशा मानी जाती है जो धन के देवता हैं।

उदाहरण: यदि आपकी दुकान का प्रवेश द्वार उत्तर में है, तो काउंटर दक्षिण की ओर होना चाहिए ताकि आप उत्तर की ओर मुख करके बैठ सकें।

2. ग्राहकों की आमद और प्रवेश द्वार

  • दुकान का मुख्य प्रवेश द्वार उत्तर, पूर्व या उत्तर-पूर्व में होना श्रेष्ठ होता है।
  • इससे अधिक ग्राहक आकर्षित होते हैं और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है।

काउंटर डिज़ाइन के वास्तु टिप्स

3. काउंटर की ऊँचाई कैसी होनी चाहिए?

  • काउंटर की ऊँचाई सामान्य स्तर से थोड़ी अधिक होनी चाहिए।
  • अत्यधिक ऊँचाई या बहुत नीचा काउंटर संवाद में बाधा उत्पन्न कर सकता है।

4. काउंटर के नीचे का भाग खाली न रखें

  • काउंटर के नीचे का भाग स्टोरेज के रूप में इस्तेमाल करें लेकिन फालतू या कबाड़ न रखें।

5. कैश ड्रॉअर (Cash Drawer) किस दिशा में हो?

  • नकदी रखने की दिशा हमेशा उत्तर दिशा या दक्षिण-पूर्व (South-East) होनी चाहिए।
  • इससे धन का संचय होता है और अपव्यय से बचाव होता है।

अन्य महत्वपूर्ण वास्तु सुझाव

क्रमवास्तु उपायलाभ
1दुकान में नियमित सफाई रखेंनकारात्मक ऊर्जा दूर होती है
2दरवाजे के सामने दर्पण न लगाएंऊर्जा टकरा कर लौट जाती है
3दुकान में हल्की संगीत या घंटी की ध्वनिसकारात्मक वातावरण बनता है
4उत्तर-पूर्व दिशा को खुला और साफ़ रखेंलक्ष्मी का वास होता है
5मुख्य द्वार पर शुभ संकेत (स्वस्तिक, ॐ आदि) लगाएंसौभाग्य में वृद्धि होती है

दुकान का काउंटर वास्तु शास्त्र के अनुसार सही दिशा में होना न केवल व्यवसायिक दृष्टिकोण से आवश्यक है, बल्कि यह सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है और व्यापार में उन्नति का मार्ग प्रशस्त करता है। यदि आप वास्तु के इन सरल और प्रभावशाली नियमों का पालन करते हैं, तो निश्चित ही आपके व्यापार में वृद्धि होगी और आर्थिक स्थिरता बनी रहेगी।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)

प्रश्न 1: दुकान का काउंटर किस दिशा में होना चाहिए?

उत्तर: वास्तु शास्त्र के अनुसार, दुकान का काउंटर इस प्रकार बनाना चाहिए कि दुकानदार उत्तर (North) या पूर्व (East) दिशा की ओर मुख करके बैठे।

प्रश्न 2: क्या दक्षिण दिशा की ओर मुख करके बैठना अशुभ होता है?

उत्तर: हाँ, दक्षिण दिशा की ओर मुख करके बैठना वास्तु के अनुसार उचित नहीं माना जाता, क्योंकि यह दिशा यम की मानी जाती है और इससे नकारात्मक ऊर्जा प्रभावी हो सकती है।

प्रश्न 3: दुकान के कैश काउंटर के लिए कौन-सी दिशा शुभ होती है?

उत्तर: कैश बॉक्स को उत्तर दिशा में रखना सबसे उत्तम होता है। वैकल्पिक रूप से दक्षिण-पूर्व (South-East) दिशा में भी रखा जा सकता है।

प्रश्न 4: दुकान के मुख्य द्वार की दिशा क्या होनी चाहिए?

उत्तर: दुकान का प्रवेश द्वार उत्तर, पूर्व या उत्तर-पूर्व दिशा में होना शुभ माना जाता है। इससे ग्राहकों की आवाजाही और सकारात्मक ऊर्जा में वृद्धि होती है।

प्रश्न 5: क्या दुकान में वास्तु दोष से व्यापार पर असर पड़ता है?

उत्तर: जी हाँ, यदि दुकान वास्तु शास्त्र के अनुसार नहीं बनी है तो उससे व्यापार में बाधाएँ, आर्थिक हानि और मानसिक तनाव जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।

प्रश्न 6: क्या पूजा स्थान भी दुकान में होना चाहिए?

उत्तर: हाँ, दुकान में एक छोटा सा पूजा स्थान उत्तर-पूर्व दिशा में होना चाहिए, जहाँ नियमित पूजा-पाठ और दीपक जलाने से सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है।

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