फसल काटने का शुभ मुहूर्त कब है 2025 | फसल काटने का शुभ मुहूर्त बताएं | Fasal katneka Shubh muhurt kab hai
आज हम फसल काटने का शुभ मुहूर्त के बारे में बात करेंगे। यहां पर हम जानेंगे की फसल को कब काटना शुभ होता है? अर्थात फसल काटने का शुभ मुहूर्त कब है? अगर आप भी फसल काटने का शुभ मुहूर्त के बारे में जानना चाहते हैं? तो आप यहां पर फसल काटने के शुभ मुहूर्त के बारे में विस्तारपूर्वक जान सकते हैं। और अपना फसल शुभ मुहूर्त में काटकर अच्छा लाभ प्राप्त कर सकते हैं।

अच्छा फसल हो यह सभी किसान भाइयों का चाहत होता है। जब तक फसल कटकर घर ना आ जाए। तब तक सभी किसान भाई जी जान से मेहनत करते रहते हैं। किसान भाइयों के मेहनत से ही अन्य दूसरों लोगों का भी पेट भरता है। इसलिए किसान भाइयों का मान सम्मान दिल से करना चाहिए।
फसल काटने का शुभ मुहूर्त जनवरी 2025
दिनांक | वार | समय |
---|---|---|
2 जनवरी 2025 | गुरुवार | सुबह 6:45 से सुबह 7:38 तक, सुबह 9:25 से दोपहर 12:24 तक, दोपहर 2:01 से शाम 6:11 तक |
5 जनवरी 2025 | रविवार | सुबह 9:11 से दोपहर 12:10 तक, दोपहर 1:46 से शाम 5:57 तक |
6 जनवरी 2025 | सोमवार | सुबह 7:20 तक, सुबह 9:07 से दोपहर 12:06 तक, दोपहर 1:43 से शाम 5:53 तक |
8 जनवरी 2025 | बुधवार | शाम 4:17 से शाम 5:44 तक |
9 जनवरी 2025 | गुरुवार | सुबह 7:06 तक, सुबह 8:53 से सुबह 11:52 तक, दोपहर 1:29 से शाम 5:39 तक |
10 जनवरी 2025 | शुक्रवार | सुबह 9:22 से सुबह 11:48 तक |
15 जनवरी 2025 | बुधवार | सुबह 10:50 से सुबह 11:25 तक, दोपहर 1:02 से शाम 5:12तक |
16 जनवरी 2025 | गुरुवार | सुबह 8:23 से सुबह 11:21 तक, दोपहर 12:58 से दोपहर 3:50 तक |
फसल काटने का शुभ मुहूर्त फरवरी 2025
दिनांक | वार | समय |
---|---|---|
5 फरवरी 2025 | बुधवार | दोपहर 3:44 से रात्रि 10:42 तक |
9 फरवरी 2025 | रविवार | सुबह 6:29 से शाम 6:21 तक |
12 फरवरी 2025 | बुधवार | सुबह 6:35 से शाम 7:10 तक |
13 फरवरी 2025 | गुरुवार | सुबह 6:26 से रात्रि 8:27 तक |
फसल काटने का शुभ मुहूर्त मार्च 2025
दिनांक | वार | समय |
---|---|---|
7 मार्च 2025 | शुक्रवार | सुबह 6:10 से दोपहर 1:06 तक |
12 मार्च 2025 | बुधवार | सुबह 6:06 से सुबह 9:17 तक |
21 मार्च 2025 | शुक्रवार | सुबह 11:05 से दोपहर 3:09 तक |
24 मार्च 2025 | सोमवार | सुबह 5:57 से दोपहर 12:27 तक |
फसल काटने का शुभ मुहूर्त अप्रैल 2025
दिनांक | वार | समय |
---|---|---|
2 अप्रैल 2025 | बुधवार | सुबह 7:06 से दोपहर 1:21 तक |
3 अप्रैल 2025 | गुरुवार | सुबह 11:58 से अगली सुबह 5:50 तक |
4 अप्रैल 2025 | शुक्रवार | सुबह 5:50 से मध्य रात्रि 1:21 तक |
7 अप्रैल 2025 | सोमवार | समस्त दिन-रात्रि |
9 अप्रैल 2025 | बुधवार | सुबह 5:46 से सुबह 11:22 तक |
14 अप्रैल 2025 | सोमवार | सुबह 5:42 से रात्रि 10:24 तक |
20 अप्रैल 2025 | रविवार | समस्त दिन-रात्रि |
21 अप्रैल 2025 | सोमवार | सुबह 7:56 तक |
फसल काटने का शुभ मुहूर्त
जिस प्रकार फसल को बोते समय शुभ मुहूर्त देखा जाता है। ताकि फसल अच्छा पैदावार दे, और शुभ समय में फसल को बोने से प्राकृतिक आपदा से नुस्कान होने की भी संभावना कम होता है। उसी प्रकार फसल को काटते समय भी शुभ मुहूर्त देखना अनिवार्य होता है। जिससे फसल सुरक्षित घर आ जाए।
ऐसे बहुत सारे लोग हैं। जो फसल को काटते समय शुभ मुहूर्त नहीं देखते हैं। और अपने फसल की कटाई प्रारंभ कर देते हैं। लेकिन कभी-कभी ऐसा भी देखा जाता है। कि फसल कटने के बाद भी कोई न कोई आपदा के कारण वह फसल नष्ट हो जाता है। इसी अनिष्ट होने से बचने के लिए शुभ मुहूर्त को देखना अनिवार्य होता है।
फसल काटने का शुभ नक्षत्र कौन-कौन से हैं?
फसल काटने का भी शुभ नक्षत्र होता है। उस नक्षत्र में ही फसल को काटना शुभ माना जाता है। वैसे तो उस नक्षत्र में कुछ और बातें भी हैं। जिनको ध्यान में रखना अनिवार्य है। हम आगे उन बातों का भी चर्चा करेंगे। अभी जान लेते हैं। कि फसल काटने का शुभ नक्षत्र कौन-कौन से हैं। तो शुभ नक्षत्र है। मूल, ज्येष्ठा, आर्द्रा, श्लेषा, पूर्वाभाद्रपद, हस्त, कृतिका, धनिष्ठा, श्रवण, मृगशिरा, स्वाति, मचा, तीनों उत्तरा, पूर्वा अषाढ़ा, भरणी, चित्र और पुष्य इन नक्षत्रों में फसल काटना शुभ होता है।
किस दिन और किस तिथि में फसल नहीं काटना चाहिए?
जैसा कि ऊपर फसल काटने का शुभ नक्षत्र के बारे में बताया गया है। उसी प्रकार कुछ ऐसे तिथि और वार भी होते हैं। जो कि उस नक्षत्र के दिन भी पडे, तो भी फसल को उस दिन नहीं काटना चाहिए।
अगर ऊपर बताए गए नक्षत्र मंगलवार और शनिवार के दिन पड़ता है। तो उस दिन फसल को नहीं काटना चाहिए। उसी प्रकार रिक्ता तिथि (4, 9, 14) भी वर्जित है।
फसल की कटाई किस लग्न में प्रारंभ करना चाहिए?
जैसा कि ऊपर नक्षत्र और अशुभ वार के बारे में बताया गया है इनको देख कर ही एक शुभ मुहूर्त का चुनाव करना उचित होता है और जिस दिन वह नक्षत्र मिल जाए या जिस दिन शुभ मुहूर्त मिल जाए। उस दिन लग्न को देखना भी अनिवार्य होता है। क्योंकि फसल की कटाई स्थिर लग्न (वृषभ, सिंह, वृश्चिक, कुंभ) में ही करना चाहिए।