शनि, राहु, केतु दोष के लक्षण और उपाय क्या हैं? | ग्रह दोष से बचने के लिए सबसे प्रभावी ज्योतिषीय उपाय
ज्योतिष शास्त्र में नौ ग्रहों का महत्वपूर्ण स्थान है, लेकिन शनि (Saturn), राहु (Rahu) और केतु (Ketu) को विशेष रूप से अशुभ प्रभाव वाले ग्रह माना जाता है। यदि कुंडली में ये ग्रह अशुभ स्थिति में होते हैं या इनका प्रभाव नकारात्मक होता है, तो व्यक्ति के जीवन में अनेक समस्याएँ आ सकती हैं। इस लेख में हम ग्रह दोष और उनके उपाय (Shani, Rahu, Ketu) पर विस्तार से चर्चा करेंगे।

1. शनि दोष (Shani Dosh) और उसके उपाय
शनि दोष क्या होता है?
शनि को कर्म, न्याय और अनुशासन का ग्रह माना जाता है। जब शनि अशुभ स्थिति में होता है या कुंडली में शनि की साढ़े साती, ढैया या महादशा चल रही होती है, तो व्यक्ति को शनि दोष का सामना करना पड़ता है।
शनि दोष के लक्षण:
- करियर में बाधाएँ
- धन हानि और कर्ज
- असाध्य रोग
- कानूनी मामलों में परेशानी
- संबंधों में तनाव
शनि दोष के उपाय:
शनि मंत्र का जाप करें:
“ॐ शं शनैश्चराय नमः” का प्रतिदिन 108 बार जाप करें।
शनिवार का व्रत रखें:
शनिवार को व्रत रखने से शनि के दोषों में कमी आती है।
काले तिल और सरसों के तेल का दान करें:
शनिवार को काले तिल, सरसों का तेल और लोहे की वस्तुएँ दान करें।
हनुमान जी की उपासना करें:
हनुमान चालीसा और बजरंग बाण का पाठ करें।
नीलम रत्न पहनें (विशेषज्ञ से सलाह लें):
यदि कुंडली में शनि अशुभ हो तो नीलम (Blue Sapphire) पहनना लाभकारी होता है।
पीपल के पेड़ की पूजा करें:
शनिवार को पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाएँ और सरसों के तेल का दीपक जलाएँ।
2. राहु दोष (Rahu Dosh) और उसके उपाय
राहु दोष क्या होता है?
राहु एक छाया ग्रह है जो व्यक्ति के जीवन में भ्रम, आकस्मिक घटनाएँ, मानसिक तनाव और अपारदर्शिता लाता है। यदि कुंडली में राहु अशुभ हो या राहु की महादशा चल रही हो, तो व्यक्ति को अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
राहु दोष के लक्षण:
- मानसिक तनाव और भय
- अचानक धन हानि
- नशीली चीज़ों की लत
- कानूनी विवाद
- नींद की समस्या
राहु दोष के उपाय:
राहु मंत्र का जाप करें:
“ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः” का प्रतिदिन 108 बार जाप करें।
काली उड़द दाल और नारियल का दान करें:
शनिवार को गरीबों को काली उड़द दाल और नारियल दान करें।
हनुमान जी की उपासना करें:
हनुमान चालीसा पढ़ें और मंगलवार तथा शनिवार को हनुमान जी को गुड़-चने का भोग लगाएँ।
राहु यंत्र की स्थापना करें:
घर में राहु यंत्र स्थापित करें और प्रतिदिन इसकी पूजा करें।
गोमेद रत्न पहनें (विशेषज्ञ से सलाह लें):
यदि राहु बहुत अशुभ हो तो गोमेद (Hessonite Garnet) पहनना लाभकारी होता है।
कुत्तों को खाना खिलाएँ:
राहु को शांत करने के लिए रोज़ कुत्तों को रोटी खिलाएँ।
3. केतु दोष (Ketu Dosh) और उसके उपाय
केतु दोष क्या होता है?
केतु एक रहस्यमयी ग्रह है जो मोक्ष, आत्मज्ञान और आध्यात्मिकता से जुड़ा हुआ है। यदि कुंडली में केतु अशुभ हो तो व्यक्ति को मानसिक अस्थिरता, भय और अचानक दुर्घटनाओं का सामना करना पड़ सकता है।
केतु दोष के लक्षण:
- आध्यात्मिक उन्नति में बाधा
- भय, अवसाद और भ्रम
- अचानक धन हानि
- त्वचा संबंधी रोग
- रिश्तों में दूरियाँ
केतु दोष के उपाय:
केतु मंत्र का जाप करें:
“ॐ कें केतवे नमः” का प्रतिदिन 108 बार जाप करें।
सफेद तिल और कंबल का दान करें:
केतु दोष को शांत करने के लिए सफेद तिल, कंबल और गुड़ दान करें।
गाय को हरा चारा खिलाएँ:
गाय को हरा चारा खिलाने से केतु दोष कम होता है।
केतु यंत्र की स्थापना करें:
घर में केतु यंत्र स्थापित करें और नियमित रूप से इसकी पूजा करें।
लहसुनिया (Cat’s Eye) रत्न पहनें (विशेषज्ञ से सलाह लें):
केतु के नकारात्मक प्रभाव को कम करने के लिए लहसुनिया (Cat’s Eye) रत्न धारण करें।
भगवान गणेश की पूजा करें:
गणेश जी की आराधना करें और गणेश चालीसा का पाठ करें।
शनि, राहु और केतु तीनों ही ऐसे ग्रह हैं जिनका जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ता है। यदि कुंडली में इनका दोष हो तो उचित उपाय करने से जीवन की समस्याओं को कम किया जा सकता है। इस लेख में हमने ग्रह दोष और उनके उपाय (Shani, Rahu, Ketu) के बारे में विस्तार से बताया है। यदि आप इन उपायों को अपनाएँगे, तो निश्चित रूप से शुभ फल प्राप्त होंगे।
अगर आप अपनी कुंडली में शनि, राहु या केतु के दोष का विश्लेषण और समाधान चाहते हैं, तो किसी अनुभवी ज्योतिषी से परामर्श अवश्य लें।