ग्रहों को शांत करने के आसान उपाय – हर ग्रह की शांति के लिए प्रभावशाली ज्योतिषीय उपाय
हमारे जीवन में जो सुख-दुख, सफलता-असफलता, स्वास्थ्य व संबंधों से जुड़े अनुभव होते हैं, वे हमारी कुंडली में स्थित ग्रहों की स्थिति पर बहुत हद तक निर्भर करते हैं। यदि ग्रह अशुभ या पीड़ित हों, तो जीवन में अनेक समस्याएँ आ सकती हैं। इस लेख में हम जानेंगे कि कैसे हर ग्रह को शांत करने के लिए सरल, घरेलू और प्रभावशाली उपाय किए जा सकते हैं।

ग्रह क्यों अशांत होते हैं?
ग्रहों की अशांति के पीछे कई कारण हो सकते हैं:
- कुंडली में ग्रह का नीच या दुर्बल होना
- पाप ग्रहों से युति या दृष्टि
- दशा/अंतरदशा में अशुभ ग्रहों का प्रभाव
- पूर्व जन्म के कर्मों का प्रभाव
- वास्तु दोष या कर्म दोष
इन सभी कारणों से ग्रहों का प्रभाव जीवन पर नकारात्मक पड़ सकता है। आइए अब जानते हैं हर ग्रह के लक्षण और उन्हें शांत करने के उपाय:
सूर्य ग्रह – आत्मबल और पिता से संबंधित ग्रह
अशुभ लक्षण:
- आत्मविश्वास की कमी
- सरकारी कार्यों में विफलता
- पिता से विवाद या दूरी
- आंखों की समस्या
सूर्य को शांत करने के उपाय:
- प्रतिदिन सुबह सूर्योदय के समय तांबे के लोटे में जल भरकर उसमें लाल फूल, रोली और गुड़ डालकर सूर्य को अर्घ्य दें।
- “ॐ घृणि सूर्याय नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें।
- रविवार के दिन लाल वस्त्र, गेहूं और गुड़ का दान करें।
- तांबे का छल्ला दायें हाथ में पहन सकते हैं।
चंद्रमा – मन, माता और भावनाओं का कारक
अशुभ लक्षण:
- मानसिक तनाव और चंचलता
- माता से दूरी
- नींद की कमी
- निर्णय लेने में असमर्थता
चंद्रमा को शांत करने के उपाय:
- सोमवार को शिवलिंग पर दूध चढ़ाएं।
- “ॐ सोमाय नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें।
- चांदी का कड़ा या चंद्रमुखी रत्न धारण करें (ज्योतिषी से पूछकर)।
- रात्रि में चंद्रमा को देखकर ध्यान करें।
मंगल – ऊर्जा, साहस और भूमि संपत्ति का ग्रह
अशुभ लक्षण:
- अत्यधिक क्रोध
- दुर्घटना की आशंका
- भाईयों से मतभेद
- वैवाहिक जीवन में तनाव
मंगल को शांत करने के उपाय:
- मंगलवार को हनुमान जी को सिंदूर और चमेली का तेल चढ़ाएं।
- “ॐ अंगारकाय नमः” या “ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः” मंत्र का जाप करें।
- मसूर दाल, लाल चंदन, और लाल वस्त्र का दान करें।
- रक्तदान करना भी मंगल दोष को दूर करता है।
बुध – बुद्धि, वाणी, व्यापार और शिक्षा का प्रतिनिधि
अशुभ लक्षण:
- वाणी में दोष, झूठ बोलना
- व्यापार में नुकसान
- स्मरण शक्ति की कमी
- त्वचा संबंधी रोग
बुध को शांत करने के उपाय:
- बुधवार को गणेश जी की पूजा करें।
- “ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः” का जाप करें।
- हरे मूंग और हरी सब्जियाँ गरीबों को दान करें।
- हरे रंग के कपड़े पहनें, बुध पुष्य योग में पन्ना धारण करें।
बृहस्पति – ज्ञान, विवाह और धर्म का ग्रह
अशुभ लक्षण:
- शिक्षा में रुकावट
- विवाह में देरी या समस्या
- गुरु से मतभेद
- मोटापा, लीवर संबंधी रोग
बृहस्पति को शांत करने के उपाय:
- गुरुवार को पीले वस्त्र पहनें और व्रत रखें।
- “ॐ बृं बृहस्पतये नमः” मंत्र का जाप करें।
- पीली दाल, हल्दी, चना और केले का दान करें।
- ब्राह्मणों को भोजन कराना विशेष लाभदायक है।
शनि – कर्म, न्याय, मेहनत और भाग्य का ग्रह
अशुभ लक्षण:
- बार-बार विफलता
- कोर्ट केस, जेल या सरकारी परेशानियाँ
- अस्थि व नसों से जुड़ी बीमारी
- अकेलापन, डिप्रेशन
शनि को शांत करने के उपाय:
- शनिवार को पीपल के पेड़ के नीचे सरसों तेल का दीपक जलाएं।
- “ॐ शं शनैश्चराय नमः” या “ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः” का जाप करें।
- काले तिल, कंबल, लोहे का दान करें।
- श्रम से डरें नहीं, सेवा और मेहनत शनि को प्रसन्न करती है।
राहु – छाया ग्रह, भ्रम और आकस्मिकता का प्रतीक
अशुभ लक्षण:
- गलत निर्णय, अचानक नुकसान
- काल्पनिक डर, भ्रम
- नशे की लत, स्कैंडल या कोर्ट केस
राहु को शांत करने के उपाय:
- शनिवार को नारियल, उड़द और नीला वस्त्र दान करें।
- “ॐ रां राहवे नमः” मंत्र का जाप करें।
- कुत्ते को रोटी खिलाएं, शनि मंदिर में छाया दान करें।
केतु – मोक्ष, रहस्य और मानसिक विचलन का ग्रह
अशुभ लक्षण:
- बिना कारण भय
- संबंधों में दूरी
- त्वचा और पेट संबंधी रोग
केतु को शांत करने के उपाय:
- “ॐ कें केतवे नमः” का जाप करें।
- काले कुत्ते को रोटी और दूध दें।
- धार्मिक ग्रंथों का पाठ करें – विशेषकर श्रीमद्भागवत गीता।
- तुलसी की सेवा करें।
सभी ग्रहों को शांत करने के सामान्य उपाय
- रात्रि को नियमित रूप से हनुमान चालीसा पढ़ें।
- पीपल के पेड़ की सेवा करें।
- पंचमुखी रुद्राक्ष धारण करें (योग्य पंडित से पूछकर)।
- गाय, कुत्ते और पक्षियों को भोजन दें।
- किसी योग्य ब्राह्मण से ग्रह शांति पूजा या नवग्रह हवन करवाएं।
हर ग्रह का हमारे जीवन पर प्रभाव होता है। ग्रहों की शांति के लिए ऊपर बताए गए उपाय न केवल सरल हैं, बल्कि अत्यंत प्रभावशाली भी हैं। यदि आप नियमित रूप से श्रद्धा, नियम और विश्वास के साथ इन उपायों को अपनाते हैं, तो जीवन की बाधाएं दूर हो सकती हैं और सुख, सफलता, शांति का मार्ग खुल सकता है।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
Q. क्या बिना कुंडली देखे भी ग्रहों को शांत किया जा सकता है?
हां, यदि जीवन में कोई विशेष समस्या बार-बार आ रही हो, तो संबंधित ग्रह के सामान्य उपाय अपनाए जा सकते हैं। लेकिन सर्वोत्तम यही है कि कुंडली देखकर उपाय करें।
Q. क्या ग्रहों की शांति स्थायी होती है?
यदि उपाय नियमित रूप से किए जाएं और व्यक्ति अपने कर्म सुधार ले, तो ग्रहों की दशा काफी हद तक सुधर सकती है।
Q. ग्रह शांति का सबसे प्रभावी तरीका क्या है?
मंत्र जाप, दान, व्रत, और नवग्रह पूजा सर्वश्रेष्ठ माने जाते हैं।
इस लेख में प्रस्तुत “ग्रहों को शांत करने के उपाय” प्राचीन वैदिक ज्योतिष, शास्त्रीय मान्यताओं और धार्मिक परंपराओं पर आधारित हैं। इन उपायों का उद्देश्य पाठकों को सामान्य जानकारी और आध्यात्मिक मार्गदर्शन देना है। यह उपाय व्यक्तिगत कुंडली के आधार पर अलग-अलग प्रभाव डाल सकते हैं। किसी विशेष समस्या या ग्रह दोष की स्थिति में, किसी योग्य और अनुभवी ज्योतिषाचार्य से परामर्श अवश्य लें। www.muhuratam.com इन उपायों से होने वाले किसी भी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष लाभ या हानि की जिम्मेदारी नहीं लेता है। पाठकों से अनुरोध है कि वे अपने विवेक और श्रद्धा के अनुसार इन उपायों को अपनाएं।