कपड़ा धोने का शुभ दिन कौन सा है | कपड़े कब नहीं धोने चाहिए | Kapda dhoneka shubh din
आज हम कपड़ा धोने का shubh muhurat के बारे में जानेंगे। कि आप कपड़ा धोने के लिए कब लॉन्ड्री में भेज सकते हैं। क्योंकि कपड़ा को धोने के लिए कुछ समय निर्धारित किए गए हैं। जिसमें ही कपड़ा को धोना शुभ होता है। वैसे तो प्रतिदिन कपड़ा को लोग धोते हैं। लेकिन अगर आप कपड़ा धोने के लिए लॉन्ड्री में भेज रहे हैं। तो उस समय आप शुभ समय को निर्धारित अवश्य करें।
आज के इस दौर में कोई भी व्यक्ति कभी भी कपड़ा धो लेता है। और उसके लिए कोई शुभ मुहूर्त नहीं देखता है। लेकिन हमारे पूर्वज वस्त्र धोने के लिए जब धोबी को देते थे। तो उस समय शुभ समय को अवश्य देखते थे।
लेकिन अब वक्त बदल गया है। और इस समय प्राय लोग कपड़े धोने का shubh muhurat नहीं देखते हैं। लेकिन अगर आप वस्त्र धोने का मुहूर्त देखना चाहते हैं। तो आपके लिए यहां पर मुहूर्त उपलब्ध कराया गया है। जो आप के लिए शुभ रहेगा।
यह मुहूर्त केवल वस्त्र को लॉन्ड्री में देने के लिए या धोबी को देने के लिए ही है। अगर आप घर पर कपड़ा धोते हैं। तो उसके लिए आपको मुहूर्त देखने की कोई आवश्यकता नहीं है।
कपड़ा धोने का शुभ दिन कौन सा है?
जब भी कपड़ा धोने के लिए लॉन्ड्री या धोबी को दे, तो उस समय आप कुछ बातों का ख्याल रखें। जैसे उस दिन रिक्ता तिथि (4, 9, 14), संक्रांति, ग्रहण, अमावस्या, अष्टमी, पूर्णिमा, द्वादशी, माता-पिता की मृत्यु तिथि, श्राद्ध तिथि, गुरुवार, शनिवार और बुधवार आदि नहीं होना चाहिए।
इन दिनों में कपड़ा धोने के लिए ना दें। बाकी किसी दिन भी आप कपड़ा धोने के लिए लॉन्ड्री या धोबी को दे सकते हैं।
शनिवार को कपड़े धोना चाहिए या नहीं
जैसा कि हमने पहले ही बता दिया है। कि शनिवार को कपड़ा धोबिया या लॉन्ड्री में धोने के लिए नहीं देना चाहिए। अगर आप उस वस्त्र को घर पर धोना चाहते हैं। तो धो सकते हैं।
किस दिन कपड़े धोने चाहिए?
कपड़े धोने के लिए कुछ नक्षत्र शुभ होते हैं जैसे – धनिष्ठा, अश्वनी, हस्त, चित्रा, स्वाती, विशाखा, अनुराधा, पुनर्वसु और पुष्य इन नक्षत्र में आप कपड़े धोने के लिए लॉन्ड्री या धोबी को दे सकते हैं। लेकिन उस नक्षत्र के दिन ऊपर बताए गए अशुभ समय पड़ता है। तो उस दिन वस्त्र धोने के लिए नहीं देना चाहिए है।
कपड़े कब नहीं धोने चाहिए?
ऐसे भी लोग हैं, जो कपड़े धोने के लिए कोई समय या कोई दिन नहीं देखते हैं। लेकिन शास्त्र के अनुसार देखा जाए तो ऊपर बताए गए, बातों का भी ध्यान रखना अनिवार्य है।