कपड़ा धोने या लांड्री व्यापार प्रारंभ करने का शुभ मुहूर्त कब है | laundry prarambh karne ka muhurt
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आज हम कपड़ा धोने या लॉन्ड्री व्यापार प्रारंभ करने का शुभ मुहूर्त के बारे में जानेंगे। इस मुहूर्त में आप कपड़ा धुलाई से संबंधित कोई भी कार्य प्रारंभ कर सकते हैं। कंपनी या फैक्ट्री में कपड़ा को भेजना हो तो भेज सकते हैं। यह कपड़ा व्यापार से संबंधित सभी कार्य की लिए shubh muhurat है।
कपड़ा/वस्त्र धोने या लांड्री व्यापार प्रारंभ करना
आज के इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में लोग इतने व्यस्त होते जा रहे हैं। की वह अपना कार्य किसी और से करवाने के लिए पैसे खर्च कर रहे हैं। इन्हीं कार्यों में से एक कार्य वस्त्र या कपड़ा का भी है। जो कि स्वयं न धुलाई कर, उसे लॉन्ड्री में भेजना ही उचित समझते हैं।
अगर यहां पर आप लॉन्ड्री का कार्य प्रारंभ करते हैं। तो इसमें आपको अपने बिजनेस को बड़े स्तर पर ले जाने का सुनहरा मौका मिल सकता है। इसलिए अगर आप लॉन्ड्री का बिजनेस करना चाहते हैं? तो अवश्य करें, यह आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।
अब आप लॉन्ड्री का व्यापार प्रारंभ करने के बारे में सोच लिया है। तो आप उस व्यापार को ऐसे मुहूर्त में प्रारंभ करें। जिससे वह व्यापार आपके लिए लाभकारी सिद्ध हो। क्योंकि अगर आप उसे शुभ मुहूर्त में प्रारंभ नहीं करते हैं। और जाने अनजाने आप ने अशुभ समय में ही प्रारंभ कर देते हैं। तो वह बिजनेस आपके लिए लाभकारी सिद्ध नहीं हो सकता है। जिससे आपको लाभ की अपेक्षा हानि की संभावना अधिक बनाकर रखेगा।
इसलिए जब भी आप अपना बिजनेस प्रारंभ करें। तो उसे आप shubh muhurat में ही प्रारंभ करें। जिससे आपको लाभ की संभावना अधिक बनी रहे।
कपड़ा/वस्त्र धोने या लांड्री व्यापार प्रारंभ करने का शुभ नक्षत्र कौन कौन से हैं?
कपड़े या वस्त्र धोने का कार्य प्रारंभ करने के लिए कुछ शुभ नक्षत्र होते हैं। जो कि यहां पर दिया जा रहा है।
शुभ नक्षत्र – कपड़े या वस्त्र धोने का कार्य प्रारंभ करने के लिए शुभ नक्षत्र धनिष्ठा, अश्वनी, हस्त, चित्रा, स्वाती, विशाखा, अनुराधा, पुनर्वसु और पुष्य है।
वर्जित – कपड़े या वस्त्र धोने का कार्य प्रारंभ करते समय कुछ अशुभ तिथियां, पर्व, दिन आदि को देखना अनिवार्य है। जैसे रिक्ता तिथि (4, 9, 14), संक्रांति, ग्रहण, अमावस्या, अष्टमी, पूर्णिमा, द्वादशी, माता-पिता की मृत्यु तिथि, श्राद्ध तिथि, शनिवार और बुधवार आदि को कपड़े धोने का व्यापार प्रारंभ नहीं करना चाहिए।