आज की चौघड़िया मुहूर्त

चौघड़िया

मोबाइल

आज राहु काल का समय

राहु काल

Lucky Dates Calculator

Lucky

भाग्यांक

दशा और अंतरदशा

दशा

मंगल दोष

मंगल दोष

Age Calculator

Age

अभिजीत मुहूर्त

अभिजीत

Love Calculator Kya Hai

Love

भाग्यशाली वाहन संख्या कैलकुलेटर

वाहन

गुलिक काल और यमगंड काल

गुलिक

गुलिक काल और यमगंड काल

यमगंड

राशि के अनुसार कौन सा रत्न पहनना चाहिए? सही रत्न पहनने के नियम और फायदे

अपनी राशि के अनुसार सही रत्न कौन सा है? जानें रत्न धारण करने के सही नियम, फायदे और सावधानियाँ। यह गाइड आपको बताएगी कि किस दिन, किस उंगली में और किस धातु में रत्न पहनना चाहिए।

राशि के अनुसार कौन सा रत्न
राशि के अनुसार कौन सा रत्न

रत्नों का महत्व और सही चयन क्यों ज़रूरी है?

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ग्रहों की उर्जा का हमारे जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ता है। सही रत्न धारण करने से यह उर्जा संतुलित होती है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है। यदि कोई व्यक्ति गलत रत्न धारण कर ले तो उसे नकारात्मक प्रभावों का सामना भी करना पड़ सकता है। इसलिए, राशि के अनुसार रत्नों का चयन और धारण करने के नियमों को समझना आवश्यक है।

राशि अनुसार रत्न और उनके धारण के नियम

1. मेष राशि (Aries) – मंगल ग्रह

  • प्रमुख रत्न: लाल मूंगा (Red Coral)
  • प्रभाव: मंगल ग्रह की कृपा प्राप्त होती है, साहस, आत्मविश्वास और स्वास्थ्य में सुधार आता है।
  • धारण नियम: मंगलवार के दिन शुक्ल पक्ष में अनामिका उंगली में तांबे की अंगूठी में पहनें।
  • मंत्र: “ॐ अं अंगारकाय नमः”

2. वृषभ राशि (Taurus) – शुक्र ग्रह

  • प्रमुख रत्न: हीरा (Diamond) या ओपल (Opal)
  • प्रभाव: धन, वैवाहिक सुख और आकर्षण को बढ़ाता है।
  • धारण नियम: शुक्रवार को शुक्ल पक्ष में सोने या चांदी की अंगूठी में कनिष्ठा उंगली में पहनें।
  • मंत्र: “ॐ शुक्राय नमः”

3. मिथुन राशि (Gemini) – बुध ग्रह

  • प्रमुख रत्न: पन्ना (Emerald)
  • प्रभाव: बुद्धि, संचार कौशल और व्यापार में उन्नति करता है।
  • धारण नियम: बुधवार के दिन शुक्ल पक्ष में स्वर्ण या पंचधातु की अंगूठी में छोटी उंगली में पहनें।
  • मंत्र: “ॐ बुधाय नमः”

4. कर्क राशि (Cancer) – चंद्र ग्रह

  • प्रमुख रत्न: मोती (Pearl)
  • प्रभाव: मानसिक शांति, भावनात्मक संतुलन और स्वास्थ्य में सुधार करता है।
  • धारण नियम: सोमवार को शुक्ल पक्ष में चांदी की अंगूठी में कनिष्ठा उंगली में पहनें।
  • मंत्र: “ॐ चं चंद्राय नमः”

5. सिंह राशि (Leo) – सूर्य ग्रह

  • प्रमुख रत्न: रूबी (Ruby)
  • प्रभाव: आत्मविश्वास, नेतृत्व क्षमता और प्रसिद्धि बढ़ाता है।
  • धारण नियम: रविवार को शुक्ल पक्ष में सोने की अंगूठी में अनामिका उंगली में पहनें।
  • मंत्र: “ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नमः”

6. कन्या राशि (Virgo) – बुध ग्रह

  • प्रमुख रत्न: पन्ना (Emerald)
  • प्रभाव: तार्किक क्षमता, व्यापारिक कुशलता और मानसिक स्पष्टता को बढ़ाता है।
  • धारण नियम: बुधवार को स्वर्ण या पंचधातु की अंगूठी में छोटी उंगली में पहनें।
  • मंत्र: “ॐ बुधाय नमः”

7. तुला राशि (Libra) – शुक्र ग्रह

  • प्रमुख रत्न: हीरा (Diamond) या ओपल (Opal)
  • प्रभाव: प्रेम, सौंदर्य, भौतिक सुख और वैवाहिक जीवन में संतुलन लाता है।
  • धारण नियम: शुक्रवार को शुक्ल पक्ष में सोने या चांदी की अंगूठी में कनिष्ठा उंगली में पहनें।
  • मंत्र: “ॐ शुक्राय नमः”

8. वृश्चिक राशि (Scorpio) – मंगल ग्रह

  • प्रमुख रत्न: लाल मूंगा (Red Coral)
  • प्रभाव: आत्मविश्वास, साहस और दृढ़ संकल्प को बढ़ाता है।
  • धारण नियम: मंगलवार को तांबे की अंगूठी में अनामिका उंगली में पहनें।
  • मंत्र: “ॐ अं अंगारकाय नमः”

9. धनु राशि (Sagittarius) – बृहस्पति ग्रह

  • प्रमुख रत्न: पुखराज (Yellow Sapphire)
  • प्रभाव: ज्ञान, सौभाग्य और आध्यात्मिक उन्नति को बढ़ाता है।
  • धारण नियम: गुरुवार को सोने की अंगूठी में तर्जनी उंगली में पहनें।
  • मंत्र: “ॐ बृं बृहस्पतये नमः”

10. मकर राशि (Capricorn) – शनि ग्रह

  • प्रमुख रत्न: नीलम (Blue Sapphire)
  • प्रभाव: करियर, वित्तीय स्थिरता और अनुशासन में सुधार करता है।
  • धारण नियम: शनिवार को पंचधातु या लोहे की अंगूठी में मध्यमा उंगली में पहनें।
  • मंत्र: “ॐ शं शनैश्चराय नमः”

11. कुंभ राशि (Aquarius) – शनि ग्रह

  • प्रमुख रत्न: नीलम (Blue Sapphire)
  • प्रभाव: बुद्धिमानी, अनुशासन और सफलता को बढ़ाता है।
  • धारण नियम: शनिवार को पंचधातु या लोहे की अंगूठी में मध्यमा उंगली में पहनें।
  • मंत्र: “ॐ शं शनैश्चराय नमः”

12. मीन राशि (Pisces) – बृहस्पति ग्रह

  • प्रमुख रत्न: पुखराज (Yellow Sapphire)
  • प्रभाव: ज्ञान, आध्यात्मिकता और सौभाग्य को बढ़ाता है।
  • धारण नियम: गुरुवार को सोने की अंगूठी में तर्जनी उंगली में पहनें।
  • मंत्र: “ॐ बृं बृहस्पतये नमः”

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

1. क्या बिना ज्योतिषी की सलाह के रत्न पहन सकते हैं? नहीं, रत्न धारण करने से पहले विशेषज्ञ ज्योतिषी से परामर्श अवश्य करें।

2. रत्न पहनने के कितने दिनों में प्रभाव दिखता है? यह व्यक्ति की कुंडली और ग्रहों की स्थिति पर निर्भर करता है, आमतौर पर 30-90 दिनों में प्रभाव दिखता है।

3. यदि कोई रत्न नकारात्मक प्रभाव डालता है तो क्या करें? अगर रत्न पहनने से नकारात्मक प्रभाव दिखे तो तुरंत उसे उतारकर किसी योग्य ज्योतिषी से परामर्श लें।

सही रत्न धारण करने से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा, समृद्धि और सफलता प्राप्त होती है। यदि यह लेख उपयोगी लगा हो तो इसे अपने दोस्तों और परिवार के साथ साझा करें!

नोट: यह सामग्री केवल मार्गदर्शन और सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए प्रदान की गई है। इसे अंतिम निर्णय का आधार न बनाएं।

Free Tools

भाग्यशाली वाहन संख्या कैलकुलेटर
वाहन संख्या कैलकुलेटर
भाग्यांक कैलकुलेटर
Love Calculator Kya Hai
Love Calculator
अभिजीत मुहूर्त
अभिजीत मुहूर्त
Age Calculator
Age Calculator
Lucky Dates Calculator
Lucky Dates
आज राहु काल का समय
राहु काल का समय
भाग्यशाली नाम जानें

कुंडली

दशा और अंतरदशा
दशा और अंतरदशा
राशि के अनुसार रत्न
नाड़ी दोष
नाड़ी दोष, भकूट दोष
मंगल दोष
मंगल दोष
जन्म कुंडली (Horoscope) कैसे बनाएं
जन्म कुंडली
राशि परिवर्तन
राशि परिवर्तन
ग्रह दोष और उनके उपाय
ग्रह दोष
शनि की साढ़े साती और ढैय्या
शनि की साढ़े साती
kundli milan online in hindi
कुंडली मिलान
Show next
We will be happy to hear your thoughts

Leave a reply

You cannot copy content of this page

www.muhuratam.com
Logo