सर्वार्थ सिद्धि योग कब तक है? 2025 | इस महीने सर्वार्थ सिद्धि योग कब है? | Sarvartha siddhi yog muhurat kab hai
आज हम सर्वार्थ सिद्धि योग के बारे में जानेंगे। कि सर्वार्थ सिद्धि योग कब है। सर्वार्थ सिद्धि योग कब पड़ता है? सर्वार्थ सिद्धि योग में कौन-कौन से कार्य किए जा सकते हैं? आज हम इन्हीं सभी विषयों के बारे में जानने वाले हैं।
सर्वार्थ सिद्धि योग यह ऐसा योग है। जिसमें कोई भी कार्य किया जा सकता है। अगर आप ज्योतिष का ज्ञान नहीं रखते हैं। और अपना कोई भी शुभ कार्य को प्रारंभ करना चाहते हैं। तो उस समय आप सर्वार्थ सिद्धि योग को देख सकते हैं। यह शुभ योग होता है। जिसमें कोई भी शुभ कार्य किया जा सकता है।
शास्त्र की माने तो सर्वार्थ सिद्धि योग की कल्पना ऋषिमत द्वारा नहीं किया गया है। यह केवल आनन्दादि योग में फेर-बदल करके बनाया गया योग है। इसलिए सर्वार्थ सिद्धि योग के सम्बन्ध में किसी भी ऋषि का वाक्य नहीं मिलता है। इसे केवल एक शुभ योग के रूप में माना जाता है।
इसलिए सर्वार्थ सिद्धि योग के बारे में जानना बेहद आवश्यक है। इसलिए चलिए हम नीचे चाट के माध्यम से सर्वार्थ सिद्धि योग के बारे में जानते हैं।
सर्वार्थ सिद्धि योग जनवरी 2025
दिनांक | वार | समय |
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5 जनवरी 2025 | रविवार | रात्रि 9:11 से अगली सुबह प्रातः 6:45 तक |
7 जनवरी 2025 | मंगलवार | शाम 5:57 से अगली सुबह 6:45 तक |
11 जनवरी 2025 | शनिवार | प्रातः 6:44 से दोपहर 12:00 बजे तक |
19 जनवरी 2025 | रविवार | समस्त दिन और रात |
24 जनवरी 2025 | शुक्रवार | रात्रि 3:12 से प्रातः 6:39 तक |
26 जनवरी 2025 | रविवार | प्रातः 6:49 से अगली सुबह 6:37 तक |
सर्वार्थ सिद्धि योग फरवरी 2025
दिनांक | वार | समय |
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2 फरवरी 2025 | रविवार | सुबह 6:33 से अगली रात्रि 3:39 तक |
4 फरवरी 2025 | मंगलवार | सुबह 6:32 से मध्य रात्रि 12:20 तक |
5 फरवरी 2025 | बुधवार | रात्रि 10:42 से अगली सुबह 6:31 तक |
10 फरवरी 2025 | सोमवार | शाम 6:08 से अगली सुबह 6:28 तक |
16 फरवरी 2025 | रविवार | सुबह 6:24 से मध्य रात्रि 2:46 तक |
20 फरवरी 2025 | गुरुवार | सुबह 10:22 से अगली सुबह 6:21 तक |
23 फरवरी 2025 | रविवार | सुबह 6:19 से दोपहर 3:26 तक |
सर्वार्थ सिद्धि योग मार्च 2025
दिनांक | वार | समय |
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2 मार्च 2025 | रविवार | सुबह 6:14 से सुबह 11:44 तक |
4 मार्च 2025 | मंगलवार | सुबह 6:12 से सुबह 8:24 तक |
5 मार्च 2025 | बुधवार | सुबह 6:46 से अगली सुबह 5:16 तक |
10 मार्च 2025 | सोमवार | रात्रि 1:53 से अगली रात्रि 2:03 तक |
11 मार्च 2025 | मंगलवार | सुबह 6:07 से अगली रात्रि 2:43 तक |
16 मार्च 2025 | रविवार | सुबह 6:30 से सुबह 9:57 तक |
19 मार्च 2025 | बुधवार | शाम 5:37 से अगली सुबह 6:01 तक |
20 मार्च 2025 | गुरुवार | सुबह 6:00 से शाम 7:49 तक |
23 मार्च 2025 | रविवार | रात्रि 11:49 से अगली सुबह 5:58 तक |
25 मार्च 2025 | मंगलवार | रात्रि 12:09 से अगली सुबह 5:57 तक |
30 मार्च 2025 | रविवार | शाम 6:14 से अगली सुबह 5:53 तक |
सर्वार्थ सिद्धि योग अप्रैल 2025
दिनांक | वार | समय |
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1 अप्रैल 2025 | मंगलवार | दोपहर 2:55 से अगली सुबह 5:52 तक |
2 अप्रैल 2025 | बुधवार | समस्त दिन रात्रि |
6 अप्रैल 2025 | रविवार | सुबह 9:42 से अगली सुबह 5:58 तक |
7 अप्रैल 2025 | सोमवार | सुबह 9:45 तक |
8 अप्रैल 2025 | मंगलवार | सुबह 10:18 तक |
16 अप्रैल 2025 | बुधवार | सुबह 5:41 से मध्य रात्रि 3:12 तक |
20 अप्रैल 2025 | रविवार | सुबह 7:30 से अगली सुबह 5:38 तक |
27 अप्रैल 2025 | रविवार | सुबह 5:35 से मध्य रात्रि 12:46 तक |
29 अप्रैल 2025 | मंगलवार | सुबह 5:32 से रात्रि 9:30 तक |
30 अप्रैल 2025 | बुधवार | समस्त दिन-रात्रि |
सर्वार्थ सिद्धि योग कब और कैसे बनता है?
सर्वार्थ सिद्धि योग वार और नक्षत्र के मिलने से बनता है। कुछ ऐसे खास नक्षत्र होते हैं। जो वार के साथ मिलकर एक शुभ योग यानी सर्वार्थ सिद्धि योग बनाते हैं। यहां पर नीचे सर्वार्थ सिद्धि योग के बारे में बताया गया है।
रविवार – हस्त, मूल, तीनों उत्तरा, पुष्य, अश्वनी।
सोमवार – श्रवण, रोहिणी, मृगशिरा, पुष्य, अनुराधा।
मंगलवार – अश्विनी, उत्तराभाद्रपद, कृत्तिका, अनुराधा, श्लेषा।
बुधवार – रोहिणी, अनुराधा, हस्त, कृत्तिका, मृगशिरा।
गुरुवार – रेवती, अनुराधा, अश्विनी, पुनर्वसु, पुष्य।
शुक्रवार – रेवती, अनुराधा, अश्विनी, पुनर्वसु, श्रवण।
शनिवार – श्रवण, रोहिणी, स्वाति।
जैसा कि ऊपर वार के सामने कुछ नक्षत्र लिखे गए हैं। इसका अर्थ है, कि अगर उस वार के दिन वह नक्षत्र पड़ता है। तो उस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग बनता है।
जैसे – रविवार के सामने हस्त, मूल, तीनों उत्तरा, पुष्य, अश्वनी नक्षत्र लिखे गए हैं। इसका अर्थ है कि अगर रविवार के दिन हस्त, मूल, तीनों उत्तरा, पुष्य, अश्वनी नक्षत्र आता है। तो सर्वार्थ सिद्धि योग का निर्माण होता है।