सिलाई बुनाई का व्यापार/दुकान प्रारंभ करने का शुभ मुहूर्त कब है 2025 | सिलाई बुनाई कब प्रारंभ करें
नमस्कार आज हम सिलाई बुनाई प्रारंभ करने का शुभ मुहूर्त के बारे में जानेंगे। सिलाई बुनाई कब प्रारंभ करें? इसके लिए कौन सा मुहूर्त शुभ होगा? इन्हीं विषयों के बारे में आज हम यहां पर चर्चा करने वाले हैं। अगर आपको भी सिलाई बुनाई का व्यापार या दुकान प्रारंभ करना है। तो आप इन मुहूर्त में कर सकते हैं।
इस मुहूर्त में आप सिलाई बुनाई का व्यापार या पहली बार सिलाई का कार्य को प्रारंभ करने के लिए इस मुहूर्त का चुनाव कर सकते हैं। जो आपके लिए शुभ साबित होगा।
सिलाई बुनाई का व्यापार शुभ मुहूर्त जनवरी 2025
दिनांक | वार | समय |
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8 जनवरी 2025 | बुधवार | दोपहर 1:50 से शाम 4:17 तक |
24 जनवरी 2025 | शुक्रवार | शाम 4:52 से संपूर्ण रात्रि तक |
30 जनवरी 2025 | गुरुवार | रात 8:13 से संपूर्ण रात्रि तक |
31 जनवरी 2025 | शुक्रवार | सुबह 7:36 तक |
सिलाई बुनाई प्रारंभ करने का शुभ मुहूर्त
सिलाई बुनाई का कार्य छोटे से लेकर बड़े स्तर तक किया जाता है। हमारे देश की माताएं और बहनें भी अपने घर से ही, सिलाई बुनाई का कार्य करके अपना जीवन यापन करती हैं। अगर वहीं दूसरी तरफ देखें तो कपड़े बनाने के लिए बड़े बड़े उद्योग भी लगे हुए हैं।
इसलिए अगर आप भी अपना सिलाई बुनाई का दुकान या सिलाई सेंटर खोलना चाहते हैं? तो आप बताए गए शुभ मुहूर्त में खोल सकते हैं। इन मुहूर्त में सिलाई बुनाई का दुकान या उद्योग लगाने से आपको लाभ हो सकता है। और वह उद्योग आपका काफी लंबे समय तक आपके साथ बना रह सकता है।
जैसा कि ज्योतिष में बताया जाता है, कि जो भी कार्य अगर शुभ मुहूर्त में प्रारंभ किया जाए। तो वह कार्य अपना शुभ फल ही प्रदान करता है। इसलिए अगर आप कोई कुटुम उद्योग भी प्रारंभ कर रहे हैं। तो उसको शुभ मुहूर्त में ही प्रारंभ करें।
सिलाई बुनाई प्रारंभ करने के लिए शुभ मुहूर्त क्यों देखें?
व्यापार प्रारंभ करने के लिए आप न जाने कितने पैसे खर्च करते हैं। उस व्यापार को जब आप इतने पैसे खर्च कर कर प्रारंभ कर रहे हैं। तो उस समय आप शुभ मुहूर्त भी देख लें, तो आपके लिए उचित होगा। क्योंकि अगर आप बिना शुभ मुहूर्त को देखे ही, आपना बिजनेस प्रारंभ कर देते हैं। और वह बिजनेस अशुभ काल में प्रारंभ हो जाता है। तो वह आपके साथ काफी लंबे समय तक नहीं रह सकता है। और उसमें आपको घाटा ही होना है।
आपने देखा होगा कि, आए दिन कोई न कोई व्यापार प्रारंभ होता है। उन सभी व्यापार में से कुछ व्यापार बड़े स्तर पर जाते हैं। और कुछ व्यापार वही बंद हो जाते हैं। ऐसा क्यों हुआ? क्योंकि वह शुभ मुहूर्त में प्रारंभ नहीं किया गया था। इसलिए वह व्यापार बहुत जल्द ही बंद हो गया।
जैसा की शुभ मुहूर्त अपना शुभ फल प्रदान करता है। उसी प्रकार अशुभ काल भी अपना अशुभ फल प्रदान करता है। इससे आपको समझ में आ गया होगा, कि शुभ मुहूर्त में ही किसी भी व्यापार का प्रारंभ करना चाहिए।